Monday, December 12, 2011

वेस्ट इंडीज पर विजय जश्न

वेस्ट इंडीज ने भारत में आकर पांच वन डे क्रिकेट मैच खेले, एक जीता और चार हारे। भारत की तरफ से पांचवां और आख़िरी मैच चेन्नई में ११ दिसंबर को गौतम गंभीर की कप्तानी में खेला गया। इस मैच की विशेषता थी की इसमें सहवाग नहीं खेले और उनकी जगह मनोज तिवाडी को अपना हुनर दिखने का अवसर मिला। तिवाडी ने इसका भरपूर फायदा उठाया और पहला सतक जड़कर (१०४), कोहली के साथ ८० रन की साझीदारी से भारत को २६७/६ पर ला खड़ा किया ! वेस्ट इंडीज की तरफ से केवल एक ही खिलाड़ी पोलार्ड १० चक्कों और ५ चौकों की सहायता से ११९ रन बना पाया लेकिन वेस्ट इंडीज को हार से नहीं बचा पाया ! वेस्ट इंडीज की पूरी टीम मात्र २३३ पर सिकुड़ गयी ! भारत इस मैच को ३४ रनों से जीत गयी ! इस समय भारत वन डे में नंबर दो पायदान पर है ! अब भारत को आस्ट्रेलिया जाकर आस्ट्रेलिया टीम से भिड़ना है ! आगे भी अच्छा ही होगा !

Sunday, December 11, 2011

अमेरिका में सर्दी का जलवा

वैसे हम हर साल नवंम्बर के आखीर तक अपने देश को चले जाते थे, लेकिन २०१० और इस साल प्रोग्राम में कुछ तबदीली आगई! पिछली बार भी दिसंबर में ही भारत गए थे और इस साल भी अब चलने की तैयारी है ! आज के दिन कुछ विशेष प्रकार के पेड़ पौधों को छोड़ कर सारे पेड़ और पौधे अपने पतों को विदा कर चुके हैं। कुछ ही दिन आसमान साफ़ रहता है, जैसे आज ११ दिसम्बर को आसमान बिलकुल साफ़ नजर आ रहा है, लेकिन चन्द मिनटों में अचानक बादलों की सेना कोई काले, कोई सफ़ेद, कोई प्रभात की लालिमा ओढ़े नीले आकाश में छा जाएंगे कहा नहीं जा सकता ! सर्दी अमेरिका की वह भी न्यू ठंडी (हवाएं ऐलैंड), अटलांटिक सागर के बीच , ठंडी ठंडी हवाएं कल्पना मात्र से ही, शरीर के अंदर सिहरन पैदा हो जाती है ! फिर भीरार तो पता भी नहीं लगता की बाहर कितनी ठंड है ! यहाँ की खूबी है की घर से कार तक जाओ, कार में ए सी, माल में जाओ या मार्केट में मालूम ही नहीं पडेगा की आप घर में बैठे हैं किसी टॉप क्लास फाईब स्टार होटल में ! मैं और मेरेवी पत्नी की आदत है सुब चार बजे उठ जाना, नित्य के कामों से निवृत होकर स्नान, ध्यान, योग और फिर बाहर टहलने के लिए चले जाना ! शुरू में ठण्ड लगती है फिर तो चार पांच किलो मीटर की सैर में पूरा आनंद आ जाता है ! हाथ पावों में सर्दी चोरी चोरी से प्रवेश कर जाती है लेकिन हम भी उस से बराबर की टकर देते हैं और जितने दिन भी अमेरिका में रहते हैं, बजरंग बली की अनुकम्पा से स्वस्थ रहते हैं ! हाँ यहाँ मेडिकल काफी मंहगा पड़ता है, और अगर यहाँ मौज मस्ती करने के दौरान बिना इंशोरेंस के बीमार पड गए तो सारा मजा किर किरा हो जाता है नहीं तो यहाँ आकर नियम , संयम और घूमना फिरना जारी रखो उम्र में इजाफा होता है ! समय का पता भी नहीं लगता ! साफ़ सुथरी और चौड़ी सड़कें, जंगल, ऊंचे ऊंचे पेड़ और रंग बिरंगे पौधे, जंगलों का सरकार की तरफ से सुन्दर ढंग से रख रखाव ! बाग़ बगीचे, पार्क, लान उचित देख भाल के साथ ! हर एजेंसीज अपने कामों में सजग हैं ! इसलिए अमेरिका स्वयं भी खुश है स्वालंबी है और विश्व में नंबर वन का तगमा लगाए हुए है, पाकिस्तान जैसे भारत के पड़ोसी की हथियारों से, धन से, दिमाग की तकनीक से मदद कर रहा है और एक पाकिस्तान है जो उसी का खाता है, उसी की खैरात पर पल रहा है और उसी को आँखे दिखाता है !
११ दिसंबर को तो पूरा दिन सूर्य भगवान अपने रथ पर नील गगन पर मुस्कराते रहे और घूमते रहे ! रात को ओस पडी और १२ दिसम्बर को पूरे घास से भरे पार्क सडकों के किनारे उगी मखमली घास बर्फ से जमी पडी थी ! आज सुबह हवाएं तो नहीं चल रही है लेकिन हाथ और पांवो पर सर्दी अपना असर दिखा रही है ! सुबह आसमान बिलकुल साफ़ था लेकिन नौ बजते बजते पूरा आसमान बादलों से ढक गया है ! आत्रेय और वेदु स्कूल चले गए हैं, ९ बजे करण भी अपने कालेज चला गया है ! राजेश को जरूरी मीटिंग के लिए सिटी जाना था वह सुबह ८ बजे चला गया था ! काजल भी अपने बैंक चली गयी ! घर में मैं और मेरी पत्नी अपनी यात्रा की तैयारी में जुट गए हैं ! ३ बजे के लगभग हमें एयर पोर्ट के लिए निकलना होगा !

Thursday, December 8, 2011

अइए इंदौर स्टेडिंम में ०८/१२/2011

आज होलकर स्टेडिंम में बहुत बड़ी चहल पहल थी ! वेस्ट इंडीज और भारत का चौथा वन डे मैच खेला जा रहा था इस क्रिकेट मैदान पर ! अभी तक के चारों बार टास भारत ने ही जीता और पहली बार पहले बैटिंग करने का निर्णय लिया ! पहले तीनों मैचों में सहवाग के साथ पार्थिव पटेल को ओपनर भेजा जाता रहा, लेकिन इस मैच में गौतम गंभीर को सहवाग के साथ ओपनर लाया गया। भारत का पहला विकेट १७६ पर गौतम गंभीर के रूप में गिरा ! गंभीर ने ६७ बोलों में ६७ रन बनाए ! एवरेज पहले से ही ७.५० से ऊपर रही ! वेस्ट इंडीज के बौवलरों की खूब धुनाई हुई ! रैना ने भी ४४ बोलों पर ५५ रन बनाए और बाद में २ विकेटें भी ली ! कोहली २३ पर नोट आउट रहा राहुल शर्मा ने २७ रन बनाकर स्कोर को ४१८/५ पर पहुंचा दिया ! अभी तक वन डे में सबसे बड़ा स्क्रोरर श्री लंका है जिसने नीदरलैंड के खिलाफ ४४३/9 रन बनाए थे ! ४३८/९ साउथ अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया ४३४/४ के जबाब में बनाए थे। साउथ अफ्रीका ने दूसरी बार ४१८/५ जिम्बाबे के खिलाफ बनाए थे और आज भारत ने ४१८/५ वेस्ट इंडीज की धुनाई करके बनाए। वीरेन्द्र सहवाग ने २१९ रन मात्र १४९ बोलों में, २५ चौकों और ७ छक्कों की सहायता से बनाकर विश्व के वन डे में सबसे बड़े स्कोरर बन गए हैं ! ये भी नम्बरोलौजी का ही कमाल है की टेस्ट मैचों में भी उनका सबसे बड़ा स्कोर ३१९ का है और वन डे का २१९। सहवाग को नवाब आफ नजफ़ गढ़ भी कहा जाता है ! सहवाग ने वास्तव में क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय और जोड़ा है ! भारत ने ४१८ रन ८.३६ की एवरेज से बनाए और वेस्ट इंडीज को २६५ पर ही रोक कर मैच १५३ रनों से जीत लिया ! इस तरह भारत ३ - १ से सीरीज तो जीत ही चुकी है !

Friday, December 2, 2011

चौदहवीं का चाँद

कभी "चौदहवीं का चाँद हो, या आफ ताव हो, खुदा की कसम तुम लाजवाब हो !" यह गाना हिन्दुस्तान की गली गलियों में सुनाई देता था ! मुझे भी यह गाना बहुत पसंद था ! जब भी शुक्ल पक्ष का चौदवीं का चाँद स्वच्छ नील गगन में नजर आत़ा था तो मैं बहुत देर तक एक टक चाँद को देखा करता था और उन कवियों, संगीतकारों की कलम को जिन्होंने हसीन और सुन्दर नारी की तुलना चाँद से करके चाँद को ही सुन्दरता का प्रतीक बना दिया है, नमन करने का मन करता है ! वो दिन भी क्या दिन थे, जब कोई यह भी नहीं जानता था की प्रदूषण किस चिड़िया का नाम है, खुला आसमान होता था, नील गगन में चमकते और मुस्कराते हुए असंख्य सितारे नजर आते थे और लार्ड टेनिसन जैसे कवियों को अपनी कविता लिखने के लिए आमंत्रित करते थे ! "टविन्किल टविन्किल लिटल स्टार हाउ आई वंडर ह्वाट यू आर " ! इनके बीच बड़े सज धज कर अपनी मुस्कान और प्रकाश फैलाते हुए चाँद नजर आते थे ! सितारों में उत्तर दिशा में अटल एक स्थान पर ध्रूब तारा और उसके चारों तरफ चक्कर लगाते हुए सप्त ऋषि मंडल साफ़ स्वच्छ तन मन को शांती का सन्देश देते हुए नजर आते थे ! पुराणों में अंकित है की किस प्रकार देवासुर संग्राम को समाप्त करने के लिए विष्णु ने देवताओं और असुरों को समुन्द्र मंथन के लिए तैयार कर लिया था ! शेष नाग की रस्सी और मंदराचल पर्वत का मुशल बनाकर समुद्र मंथन किया गया, वहां
से १४ रत्न प्राप्त हुए ! शंक, चक्र, गदा पद्म और लक्ष्मी तो विष्णु भगवान ने ग्रहण कर लिया ! अमृत - देवताओं में बांटा गया ! राहू ने देवता बनकर अमृत ग्रहण कर लिया साथ ही सर कटवा लिया ! राहू से राहू और केतु बन गया ! जहर का प्याला शंकर जी ने ग्रहण किया और नील कंठ नाम धराया ! ऐरावत हाथी इंद्र ने ले लिया ! भूरिश्रवा घोड़ा असुरों के गुरु शुक्र को मिला ! कल्प वृक्ष, कामधेनु गाय, सूर्य और चंद्रमां इस तरह चौदह रत्नों में चंद्रमां विष की बहिन भी कही जाती है ! लेकिन नील गगन में अँधेरे में प्रकाशित होने वाला चाँद, कविवों की रस भरी और अलंकारों से सुसजित कविता चंद्रमां को अपना प्रेरणा स्रोत बनाकर लिखी गयी कविता, चकोर जिसको निहारता हुआ अपनी सुध बुध भी भूल जाता है ! चन्द्र मुखी नाम देकर किसी सुंदर बाला के सौन्दर्य को निखारने वाला चाँद,
आज कहाँ गया वो चाँद ! धूल के आवरण से ढका हुआ चाँद, प्रदूषण से घिरा हुआ चाँद, धरती के मनुष्यों द्वारा बार बार पद दलित हुआ चंद्रमा, आज आहत पड़ा है !
इधर अमेरिका में आते ही चाँद फिर से खिल खिलाने लगता है ! वहीं कवियों का चौदहवीं का चाँद अमेरिका में मुस्कराता है ! मैंने आखिर पूछ ही लिया चाँद से की भारत में तो तुम धूल के हलके आवरण में लिपटी सिमटी सिमटी सी चिता ग्रस्त नजर आते हो और अमेरिका में आते ही उस आवरण को फेंक कर मुस्कराते हो, इसका क्या कारण है, बड़े मायूस होकर चाँद ने कहा, "ये धूल का आवरण मनुष्य की सौगात है, जो भारत के लोगों ने हिमालय पर्वत के ऊंचे ऊंचे शिखरों पर जाकर, निर्मल अविरल धारा से बहने वाली पवित्र नदियों, झरनों, तालाबों में गन्दगी गिरा कर, जंगलों के पेड़ पौधों को काट कर कुदरत की सुन्दरता को कुरूप बना दिया है ! ऐसा नहीं है की अमेरिका में प्रदूषण नहीं है लेकिन यहाँ, नदियाँ , जंगल, सड़कें साफ़ सुथरी हैं ! हर इंसान अपने कर्तव्यों के प्रति सचेत है ! यहाँ तक की जंगलों में भी जहा बड़ी संख्या में लोग हाईकिंग के लिए जाते हैं वहां भी साफ़ सफाई नजर आती है !
समुद्र में भी प्रदूषित वस्तुवों का निषेध है ! जहां का नील गगन साफ़ और स्वच्छ है, वहां मुस्कराते हुए और खिलखिलाते हुए चहल कदमी करने का मजा ही और है ! जाओ भारत में भी गंगा यमुना और उन सारी नदियों की सफाई कर डालो जिनको तुमने अपने स्वार्थ सिधी के लिए गन्दगी से भर कर नालों में तब्दील कर दिया है ! हिमालय पर्वत श्रेणियों की सफेदी को बरकरार रखने के लिए वहां डाले गए कूड़े कर कट को हटा दो ! भारत को एक बार फिर उसी तरह स्वच्छ और सुन्दर बना दो जिसके लिए भारत विश्व में पहिचाना जाता था ! फिर देखना मैं हिन्दुस्तान की सर जमीन पर किस तरह खिल खिलाउंगा और जी भर के मुस्कराउंगा ! क्या भारतीय सरकार ये सब कुछ कर पाएगी ?