Sunday, December 27, 2009
पते की बात
हर किसी अनजान से बातें कभी न करना !
अगर कभी बातें करते हो, भेद न अपना बतलाना,
उसकी मीठी बातों में भूल से ना आना !
जो ज्यादा मीठा होता है वह अपना नाश करवाता है,
मीठी बोली बोलने से ही तोता पिंजरे में आता है !
जो सदा अकल से बच्चा है सीधा साधा अच्छा है ,
दुनिया के बाजार में नया नया और कच्चा है ,
ऐसे ही इंसान को हर कोई उल्लू बनाता है,
उसे कोल्हू का बैल बना स्वयं मजे से खाता है !
जो चोर उच्चके हैं बदमास, लूट मचाते बारों मॉस,
ये समाज के काले कौवे कभी न होता इनका नाश !
दिलों में काले नाग बसाए कुटिल हंसी चेहरों पे लाए,
सफ़ेद पोश सर पर टोपी जनता के नेता कहलाते,
करोड़ों का घोटाला करके, इमानदार अपने को बतलाएं !
गरीब इन से लड़ न पाए, खून का घूँट पीकर रह जाए,
फिर भी इन शैतानों की जैकारा करता जाए !
Friday, December 25, 2009
बड़े लोगो के बड़े अफ़राध और छोटी सजा
चलो यह तो इंसानों का कोर्ट था, इससे बड़ा कोर्ट तो अभी बाकी है नीले छतरी वाले का कोर्ट ! उसका डंडा तो बहुत गहरी मार करता है ! मुझे कबीर दास जी का यह दोहा याद आया "माटी कहे कुमार से तू क्या रोंधे मोय, इक दिन ऐसा आएगा मैं रुन्धुंगी तोय ! " अब तो पूरी जनता को रुची के कातिल को लम्बी सजा देने के लिए सडकों पर उतर जाना चाहिए !
चौथा एक दिवसीय मैच
Tuesday, December 22, 2009
क्रिकेट
Sunday, December 20, 2009
पृथ्वी जैसा एक नया गृह
मंहगाई मार गयी
करों का भार ऊपर से सरकार ड़ाल गयी, हड़ताल करके भी भय्या विपक्ष हार गयी,
रोटी कपड़ा मकान अब ख़्वाब बन गए, नून तेल लकड़ी देखो कैसे तन गये,
मंत्री संतरी देश के मजे में सो रहे, लाखों बच्चे ठण्ड और भूखों हैं रो रहे ,
दिन दहाड़े सडकों पे लूट हो रही, असहाय जिंदगानियां सूट हो रही !
सुरक्षा ये महिलावों की ये कर ना पा रहे , महिला आरक्षण बिल संसद में ला रहे,
आतंकियों का खौफ अलग लुटेरे बढ़ रहे, पतिनिधि जनता के हवा में उड़ रहे,
शांती अहिंसा रुष्ट हो सीमा से पार गयी, भारत की जनता को भय्या मंहगाई मार गयी !!
परिचय
मासूम बच्चों की मुस्कान हूँ खुशी दे जहाँ को मैं वह जाम हूँ!
दरिया में बहता हुआ नीर हूँ, दुखी आत्मा की मैं पीर हूँ,
झरने में समाया हुआ गीत हूँ, जवान दिल में धडके मैं वह प्रीत हूँ,
नील गगन सा मैं एक ख़्वाब हूँ, प्यासे के मन में बसा आब हूँ,
धरती पे कुदरत का रूप हूँ, नीचे उतरती हुई धूप हूँ,
हूँ बादल का टुकड़ा उड़ाया हुआ मैं खुशबू हूँ फूलों समाया हुआ !
वेवश अंधे की लाठी हूँ मैं, फूलों भरी नील घाटी हूँ मैं,
कुदरत का रंगीन चस्मा हूँ मैं अचरज भरा एक करिश्मा हूँ मैं,
फूलों में भंवरे की गुन गुन हूँ मैं महफ़िल में बजती हुई धुन हूँ मैं,
वसंती हवावों में सन्देश हूँ, मेरा देश जीते मैं वह रेस हूँ,
आतंकियों का महाकाल हूँ, भारत मेरा देश मैं ढाल हूँ,
गरीबों के दिल में बसा राम हूँ, मुरली मनोहर धनश्याम हूँ,
शहीदों का हूँ गीत गाया हुआ मैं खुशबू हूँ फूलों समाया हुआ !
गंगा की बहती हुई धार हूँ, नाविक के हाथों की पतवार हूँ,
रण में लड़े वो रणधीर हूँ दुश्मन को काटे मैं शमशीर हूँ,
किसी बेसहारे की किस्मत हूँ मैं, जो प्रकाश दे वो दीपक हूँ मैं,
राणा शिवाजी या गांधी हूँ मैं, मिटादे दुश्मन को आंधी हूँ मैं,
डरता जिसे पाक वह नाग हूँ जला दे जो दुश्मन को मैं आग हूँ,
ये खजाना है कुदरत का बिखराया हुआ, मैं खुशबू हूँ फूलों समाया हुआ !
Wednesday, December 16, 2009
कुदरत का जलवा
कब धरती हलचल मचा दे, कब तूफ़ान आजाए,
कब ठोकर खाता पत्थर मंदिर में आ जाए,
घिस घिस करके एक दिन स्वयं मूर्ती बन जाए,
कब रंक के सर पर छत्र सजे कब इंद्र जमीन पे आ जाए,
सिकंदर चला था विश्व विजय को कितनी जनता मारी,
कितने देश बर्वाद किए बेघर हुए नर नारी,
मौत ने उसको भी नहीं छोड़ा, घर तक जा न पाया,
किसको पता है कुछ मिनटों में क्या से क्या हो जाए,
कब धरती हलचल मचाए कब तूफ़ान आजाए ! १
चौहान वंश के पृथ्वी राज ने गौरी को मार भगाया,
जयचंद ने गद्दारी की दामाद अपना मरवाया,
दिया साथ तुर्कों का उसने अपना वंश मिटाया !
इतिहास में बदनाम हुआ कौम का दुश्मन कहलाया।
ऊंचे ऊंचे रजवाड़े भी पता न कब ढह जाएँ,
किसको पता है कुछ मिनटों में क्या से क्या हो जाए,
कब धरती हल चल मचा दे कब तूफ़ान आजाए ! २
अकबर को क्या कभी पता था की औरंगजेब भी आएगा,
बसे बसाए मुग़ल वंश को जहन्नुम में पहुंचाएगा,
ये कुदरत का खेल है प्यारे, क्या से क्या कर जाए,
किसको पता है कुछ मिनटों में क्या से क्या हो जाए,
कब धरती हलचल मचादे कब तूफ़ान आजाए ! ३
कहाँ गया हिटलर मुसोलिनी, कहाँ नेपोलियन की शान
कहाँ गए मारीच खरदूषण रावण सम बलवान ,
कहाँ है डिक्टेटर ईराक का वो सद्दाम हुसैन,
कहाँ तैमूर चंगेज खान छीना सबका चैन,
वो नादिरशाह अब्दाली लुटेरे थे खूनी शैतान,
लाखों निर्दोषों की इन दुष्टों ने ले ली जान,
यम दूतों ने इनको नहीं छोड़ा मौत से बच ना पाए,
किसको पता है कुछ मिनटों में क्या से क्या हो जाए ! ४
सबसे बड़ा वह डंडे वाला जिसको कहते हैं भगवान,
कभी आता कृष्ण बनकर कभी वो बन जाता है राम !
उसका डंडा जब पर जाए अफाराधी बच ना पाए,
किसको पता है कुछ मिनटों में क्या से क्या हो जाए ५
आज के जालिम नेता भी कितने दिन जी पाएंगे,
एक दिन यमराज के दर पे ये भी देखे जाएंगे !
आतंकवादी अपने कर्मों के बोझ से दब जाएंगे,
मरना चाहेंगे जालिम फिर भी मरना पाएंगे,
दुनिया की इस आपा धापी में कौन कहाँ रह जाए,
किसको पता है कुछ मिनटों में क्या से क्या हो जाए,
कब धरती हलचल मचादे कब तूफ़ान आ जाए !! 6
मुझको अपना गीत दे दो
जब बुलाओगे मुझे लौट के मैं आउंगा,
ये चमन ये वादियाँ, रोकती मुझको यहाँ,
और झरनों की झंकारें, कह रही जाते कहाँ ?
मेरा मन फिर डोलता, मैं नहीं कुछ बोलता,
और गीतों के मधुर स्वर, कौन है मुंह खोलता ?
ये शमा अब कह रहा, टिमटिमाता जाउंगा,
मुझको अपना गीत दे दो, मैं मगन हो गाऊँगा !
फूलों की घाटी मुस्कराती, और कुदरत गुण गुनाती,
भंवरों के पीछे भागता हूँ, चाल अपनी नापता हूँ,
फिर पवन पल्लव हिलाता, जैसे है पंखा झुलाता,
है कोइ मुझको बुलाता, सामने फिर भी न आता,
सोचता हूँ एक दिन मैं ढूंढ उसको लाउंगा,
मुझको अपना गीत दे दो, मैं मगन हो गाऊँगा !!
Tuesday, December 15, 2009
नए राज्यों की मांग
पहला वन डे क्रिकेट मैच
Tuesday, December 8, 2009
विदाई 0४/०७/2009
तुम्हे तो जाना है लंबे सफर में, मुझे यहीं रहना है,
कह दो तुम अब दिल की बातें जो कुछ तुमको कहना है !
पता नहीं कब दिन आए वो जब हम फ़िर बतियाएंगे,
गिलवा शिकवा आपस में मिल एक दूजे को बताएंगे !
जब आएगी रिमझिम वारीश, बच्चे शोर मचाएंगे,
गरमी से परेशान सब भीगने बाहर आएँगे,
बैठ अकेला एक किनारे मैं यादों की खिड़की खोलूंगा,
साथ साथ बीते हर पल हंसते हंसते रो दूंगा !
क्या सच मुच ऐसे ही एक दिन सभी जुदा होते हैं,
चलो अब चलते हैं, जुदा होते हैं, थोड़ा सा हंसकर चक्षु भिगा लेते हैं !
रोज सबेरे ब्रह्म मुहर्त में बजेगी मन्दिर की घंटी,
याद आएगी प्रिये तुम्हारी, जैसे लहरें समुद्र की !
दिन गिनता हूँ तुम आओगी सात समुद्र पार से,
करूंगा स्वागत अर्धांगिनी का गुलदस्ता और हार से,
जुदाई के दिन कट जाएंगे सुबह का सूरज निकलेगा,
होगा मिलन हम दोनों का फ़िर मन मयूर फ़िर हर्षेगा !
ये विडम्बना है जीवन की मिल के जुदा होते हैं,
चलो अब चलते हैं जुदा होते हैं, थोड़ा सा हंसकर चक्षु भिगा लेते हैं !
Monday, December 7, 2009
६ दिसंबर 2009
यह दिन मेरे परिवार के लिए भी वरदान सावित हुआ ! मेरे दोनों बेटे राजेश और ब्रिजेश उत्तराखंड के कोटद्वार में रुरल रेनेवेवल उर्जा सौल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड नाम से फायर ब्रिक्स बना रहे हैं जो ईंट भटों में जलने वाला कोयले की जगह ले रहा है ! होटलों रेस्त्रोरेंटों में भी इसकी खपत हो रही है और गैस की बचत कर रहा है ! इसको जलाने के लिए स्मोकलेस चूल्हे का निर्माण भी किया गया है जो वातावरण में फैलाते हुए प्रदूषण पर कंट्रोल कराने में मददगार सावित हो रहा है ! कोपेहेगन में होने वाली विश्व के तमाम देशों की मीटिंग में विश्व प्रयावरण का मुद्दा अहम् मुद्दा होगा ! भारत भी इस मीटिंग में भाग ले रहा है ! हिन्दुस्तान टाईम्स ऊर्जा सौल्यूशंस और प्रदूषण कंट्रोल करने वाले समबधित व्यक्तियों से समपर्क कर रहा है और उनके इंटर व्यू को अपने अखवार में स्थान दे रहा है ! इस संधर्व में ६ दिसंबर के हिन्दुस्तान अंक में "हॉट शोट्स " नाम से पेज ११ पर मेरे पुत्र ब्रिजेश रावत की पोटो और इंटर व्यू छपा है !
Sunday, December 6, 2009
तीसरा टेस्ट मैच
भारत और श्री लंका के बीच तीसरा और आखरी टेस्ट मैच मुम्बई में २ दिसंबर से ६ दिसंबर तक खेला गया इसमें भारत ने एह्री लंका को एक पारी और २४ रनों से शिकत दी ! इस तरह भारत विश्व में टेस्ट मैच श्रृंखला में नंबर वन बन गया है ! सहवाग को मैं आफ दी मैच और मैं आफ दी सीरीज का खिताफ दिया गया, उसने २५४ बोलों में २९३ रन बनाए और केवल ७ रनों से तीसरी ट्रिपल सेंचुरी बनाने से चूक गया ! पहले श्री लंका ने पारी शुरू की और उसके सभी बैटमैन ३९३ रनों पर सीमिट गए ! जबाब में भारत ने ७२६ पर ९ पर पारी समाप्त घोषित करदी और श्री लंका को जीत के लिए ३३४ रन बनाने की चुनौती दी ! (सहवाग ३९३, धोनी १०० नाबाद, द्राविड ७४, सचीन ५३, लक्षण ६२, युवराज २३)। श्री लंका की दूसरी पारी ३०९ रनों पर सीमिट गयी !(श्री लंका कैप्टेन संकारा १३७ रन बना पाया ) ! पहली पारी में हरभजन ने ४ विकेट लिए, और दूसरे में दो लिए, ज़हीर खान ने पहली पारी में एक विकेट लिया जब की दूसरे में ५ लिए ! मैच की कुछ झलकियाँ ! सचीन केवल ३० रनों से पीछे रह गए अपने टेस्ट के १३००० रन पूरे कराने के लिए ! धोनी तीन सेंचुरी बनाने वाला पहला भारतीय विकेट कीपर ! तथा अपने कैप्टेन सिप के तौर पर १० मैचो में ७ में जीत पाई और तीन डराव किए ! अगर सहवाग ७ रन और बना पाटा तो विश्व का प्रथम बैटमैन बन जाता तीन ट्रिपल सेंचुरी बनाने वाला ! अभी तक ब्रेडमैन और लारा आगे हैं, लारा ने ३७५ और ४०० रन बनाए थे, एक दिन में २८४ रन बनाने वाला विश्व का तीसरा क्रीकेटीयर, पहला ब्रेडमैन ३०९, १९३० में, हैमंड २९५, १९३३ मँ, सहवाग के नाम अब ६ दुहरा शतक हो गए हैं जब की राहुल पाँच, ब्रेडमैन १२, लारा ९ और वाल्ली हैमंड ७ दुहरा शतक बना चुके थे ! टेस्ट रैंकिंग भारत १२४ अंकों के साथ पहला, डी। अफ्रीका 122 दूसरा,आस्ट्रेलिया ११६ तीसरा, श्रीलंका ११५ चौथा, इंग्लैण्ड १०५ पांचवां, पाकिस्तान ८४ छटा, न्यूजीलैंड ८० सातवाँ, वेस्ट इंडीज ७६, आठवाँ, बंगलादेश केवल १३ नवां ! श्रीलंका का बौलर मुर्लिथारण अभी तक टेस्ट मैचों में ७९२ विकेट ले चुका है !