Monday, September 26, 2011

ताजी खबरें

२४ सितम्बर को भारत के प्रधान मंत्री अमेरिका में आए, न्यू योर्क में सयुंक्त राष्ट्र मुख्य लय में आकर विश्व के तमाम
राष्ट्राध्यक्षों के सामने बहुत बड़ी बड़ी बातें की ! प्रधान मंत्री ने तो तमाम उन देशों के राष्ट्राध्यक्षों को जो आर्थिक संकट से जूझ रहें आर्थिक मदद देने की भी पेश कश कर दी है ! साथ ही अपनी अर्थ व्यवस्था को विश्व में चीन के बाद का नम्बर दो बताया है ! श्रीमान प्रधान मंत्री जी ने अपनी देश के कालेधन को जो देश में है नहीं को सामिल करके अपने को संपन बतलाया है ! साथ ही देश में जितना धन भ्रष्टाचारियों ने अपनी तिजोरियों में जमा किया हुआ है, वह धन भी मन मोहन जी ने प्रत्येक व्यक्ति में बाँट कर राष्ट्रीय आय के स्टार को ऊंचा करके दिखा दिया है ! प्रधान मंत्री जी पहले अपने घर की हालत का सही आकलन तो कर लिया होता ! देश में एक तरफ लाखों लोग अरबों के मालिक हैं तो दूसरी तरफ करोड़ों गरीबी लाइन से बहुत नीचे हैं किसानों की जमीने खरीद कर बिल्डरों को दी जा रही हैं और हजारों को बेघर करके वोट बैक की राजनीति की जा रही है ! रिकार्ड के मुताबिक़ आज के दिन भारत में पर व्यक्ति की आय का सही आकलन अगर कर दिया जाय तो केवल ३२/- पर व्यक्ति पर दिन पड़ता है ! अब बताओ जिस देश के करोड़ों गरीबों के बच्चे एक टाईम का भी खाना नहीं खा सके उनकी सरकार अरबों दूसरे देशों को खैरात बांटे केवल अपनी नाक ऊंची रखने के लिए ये कहाँ का न्याय है ?
ये सरकार तो आतंकवाद पर काबू पाने में समर्थ है भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा पा रही है ! कमाल तो तब हुआ जब इनके मंत्री मंडल का सबसे योग्य बुद्धीमान, इमानदार गृह मंत्री की इमानदारी पर भी गहरा दाग लग गया और सोनिया गांधी, र्राहुल गांधी समेत सारे कांग्रेसी उसे बचाने के लिए लाम बन्ध हो गए ! खुद अपने को पाक साक बताने वाले मन मोहन सिंह जी भी उसे बचाने की जुगत में लग गए हैं ! प्रधान मंत्री जी कहीं ऐसा हो की चिदम्बर को बचाते बचाते खुद जी मुसीबत में जाओ ! भ्रष्टाचार तो कानूनी अपराध है लेकिन भ्रष्टाचारी को बचाना उससे भी बड़ा अपराध है !
हाल ही में सोनिया जी को अपने इलाज के लिए विदेश (अमेरिका) जाना पड़ा ! बीमारी क्या थी इसका अभी तक खुलासा नहीं हुआ है ! मिडिया में यह खबर जोरों पर है की सोनिया जी को इंडियन डाक्टरों पर विशवास नहीं था इसलिए वे विदेश गयी थी इलाज करने के लिए !
दिल्ली में एक हादसा हुआ जहां एक पुलिस कर्मी ने पुलिस वर्दी में एक ड्राई फ्रूट्स के व्यापारी की गोली मार कर ह्त्या कर दी और उसके ८०,०० रूपये और सोने की कीमती चेन लेकर भागने लगा, लेकिन मौके पर दूसरे पुलिस कर्मी ने उसे पकड़ लिया ! आज की खबरें ख़त्म हुई !

Thursday, September 22, 2011

अमेरिका में

इस साल मैं अपनी पत्नी के साथ जौलाय के महीने में यहाँ अमेरिका गया था ! यहाँ का मौसम ठीक था ! दिल्ली से गर्मी के तपते हुए माहोल से हम यहाँ आए ! ज्यादा ठण्ड ज्यादा गर्मी ! लेकिन समुद्र की नजदीकी होने के कारण यहाँ अचानक मौसम में तबदीली होती रहती है ! अभी ठंडी ठंडी हवाएं चलती रहेंगी की अचानक हवाएं बंद हो जाएगी और उमस सी होने लगेगी ! फिर आसमान बादलों से ढक जाएगा हल्की हल्की बुँदे गिरने लगेंगी, और कभी जोर की वारीश जाएगी ! अगस्त के महीने में हरिकेन (समुद्री तूफ़ान) ने सारे अमेरिका को हिला दिया ! न्यू यार्क ((मैनहटन ), न्यू जर्सी और कुछ समुद्र के किनारे बसे प्रदेशों में बहुत नुकशान हुआ ! कही पुल समुद्र की लहरों में समा गए ! रेलवे सबस्टेशन बंद हो गए ! कही इलाकों में बिजली गुल रही ! हमारा इलाका तो सुरक्षित रहा फिर भी २६ अगस्त से २८ अगस्त तक बेचैनी बनी रही ! दोस्तों के फोन पर फोन आते रहे और कही दोस्तों को हम भी उनकी कुशलता के बारे में पूचाते रहे ! यहाँ हिन्दुस्तानी परिवार काफी मात्रा में हैं और ऐसे मौकों में एक दूसरी की मदद के लिए तैयार रहते हैं !
यहाँ मकान के पीछे एक छोटा सा लान है ! मखमली घास से ढका हुआ ! बीच बीच में छोटे छोटे पौधे और फूलों से
लदी झुकी डालियाँ ! यहीं अपने मकान के पश्चिम में एक तुलसी का पौधा है ! उसे नियमित तौर पर पानी दिया जाता है ! साथ ही एक बेल टमाटर की और एक बेल लौकी की भी है ! टमाटर आजकल खूब लग रहे हैं ! साथ ही लौकी की बेल पर फूल गए हैं और मैं रोज इन फूलों को देखता जाता हूँ इस उम्मीद पर की शायद लौकी का नन्ना सा फल कब फूल से बाहर निकल कर आये और जब तक हम यहाँ हैं उस दिन तक अपनी लम्बाई हमें दिखा दे ! सितम्बर धीरे धीरे अपने अंतिम चरण में कदम बाधा रहा है ! एक दिन अगस्त के प्रथम हफ्ते में हम लोग वाशिंगटन
डी सी गए थे ! यह प्रदेश न्यू जर्सी के दक्षिण में पड़ता है और अमेरिका की राजधानी है ! सारी संपदाओं से भरपूर अमेरिकी राष्ट्रपति का भवन व्हाईट हाउस को भी देखने का अवसर मिला !

Tuesday, September 6, 2011

दाग

दाग लगा है भ्रष्टाचार का जो मिटने नहीं पाए,
जनता का रथ रहा है, रहा अन्ना हजारे,
सोनिया, मन मोहन प्यारे, बाँध लो बिस्तर सारे,
साथ चलेंगे चिदंबरम राहुल राज दुलारे,
साथ शीला कलमाडी दिग्विजय तिवाडी'
प्रणव हो या कमलनाथ हो, चलो खडी है गाडी,
नर हो तो खद्दरधारी नारी पहिन के साड़ी,
सता छोड़ के जाना होगा अब जनता की बारी,
रिश्वत खाया खूब दबा के जनता आंसू बहाए,
दाग लगा है भ्रष्टाचार का जो मिटने नहीं पाए ! !
तानाशाही रथ इन्द्रा का जय प्रकाश ने रोका था,
रामदेव पर डंडे बरषे ये जनता संग धोखा था,
थप्पड़ मारने सोनिया खडी है जनता भी मांगो पे अड़ी है,
है आन्दोलन अन्ना हजारे का अनहोनी होने वाली है,
संभल के रहना देश वासियों, कांग्रेस दिल की काली है !
जनता के क्रोध की ज्वाला ने भारत से गोरे भगाए,
दाग लगा है भ्रष्टाचार का जो मिटने पाए ! !
संसद की गरिमा जनता से जनता संसद बनाती है,
जनता चुनती सांसदों को इस संसद में लाती है,
प्रजातांत्रिक देश हमारा जनता ही राजा रानी है,
एम एल एम पी नौकर हैं संसद में भरते पानी हैं,
कभी कभी कुर्सियां तोड़ते, करते धींगा मस्ती,
बौक्सिंग कुस्ती भी करते हैं, यही है इनकी हस्ती है !
जनता से ही सांसद हैं जनता ही दाग हटाए,
दाग लगा भ्रष्टाचार का जो मिटने नहीं पाए ! !