Wednesday, April 28, 2010
मिल के चलो
जब तुम गिरो आहें भरो, उठाने तुम्हे कोंई आ जाए !
ये कुदरत के रंग धरती के संग, हर रंग दिल को छू जाए,
वारीश की कमी गर्मी ना थमी, ठंडी हवाएं आ जाएं,
मिल के चलो, कटु ना कहो, किस मोड़ पे कौन मिल जाए !
दिल की कहो, पीड़ा न सहो, पीड़ा मिटाने कोंई आ जाए,
ये दुनिया है गोल जिसका न मोल, बिछुड़ा हुआ साथी मिल जाए,
मिलके चलो कटु ना कहो, किस मोड़ पे कौन मिल जाए !
तू है अकेला ये दुनिया का मेला, हाथों में हाथ कोंई आ जाए,
पकड़ा जो हाथ छूटा ना साथ, गिरते हुए भी संभल जाए,
जख्मी को उठाओ पानी पिलाओ, तुमको बचाने कोंई आ जाए,
मिल के चलो कटु ना कहो, किस मोड़ पे कौन मिल जाए !
( हरेंद्रसिंह रावत द्वारका दिल्ली )
Monday, April 26, 2010
हाय रे क्रिकेट
(४-१६) ! अमित मिश्र दूसरे पायदान पर १४ मैच और १७ विकेट !
इधर पेपरों की सुर्खियाँ, धोनी को ताज और मोदी के ऊपर गाज ! ललित मोदी कल तक ई पी एल के बेताज बादशाह थे आज कुछ भी नहीं हैं ! आज का समाचार बस कल फिर देखेंगे !
Sunday, April 25, 2010
आस पास
इन दिनों गंगा और यमुना में बहुत सारा पानी बह गया ! २० अप्रेल की ताजी खबर, लल्लू जी का लाडला भी ई पी एल टीम में सामिल है ! लालू जी को दुःख है की "मैं अपने लाडले को बैट बौल से ई पी एल टीम में खेलते हुए देखना चाहता हूँ, लेकिन जब भी टी वी औंन करता हूँ, क्या देखता हूँ की मेरा प्यारा नाजुक सा लाडला सीनियर्स खिलाड़ी का पसीना पोंछता हुआ दिखाई देता है !" लालू जी की बोलने की अपनी अदा ही अलग है, भाषा शैली अलग है, कोइभी सांसद बिना समझे हंसने लग जाता है, और यहाँ भी यही हुआ, उनके दिल के दर्द को कोंई नहीं देख पाया और संसद का पूरा सदन बुक्के मार के हंस पड़ा ! अब वे खुल कर मुलायमसिंह के साथ ई पी एल को ही समाप्त करने के लिए आगे आगये हैं ! (२०/०४/१० सहारा )
दिल्ली पुलिस के अधिकारी मुंबई में गैंगस्टर अनूप कुमार के साथ डांस करते पाए गए ! क्या इन से गंगस्टर पकडे जाएंगे ? एक सवाल !
सोनिया विहार में यमुना बैंक के इर्द गिर्द कही बार वहां के निवासियों ने एक बाघ को घूमते देखा है ! लोग डरे हुए हैं, लेकिन उसने अभी तक कोई जन हानि नहीं की है !
पाकिस्तान के एक एक्स मिनिस्टर ने दावा किया है क़ि एक्स पाकिस्तानी राष्ट्र पति मुशर्रफ और भारत के प्रधान मंत्री मन मोहन सिंह के बीच काश्मीर समस्या का समाधान हो चुका था केवल दोनों नेताओं को हस्ताक्षर करने बाकी थे ! ४५ दिनों तक लगातार खेलते हुए आखिर कार ई पी एल का बुखार फाईनल मैच के साथ ही उतर गया ! २५ अप्रेल को नवी मुंबई में ई पी एल का फाईनल मैच मुंबई इण्डिया और चेन्नई सुपर किंग के बीच खेला गया ! चेन्नई मुंबई को २२ रनों से हरा कर २०१० का चेम्पियन बन गया !चेन्नैई १६८/५ और मुंबई १४६/९। २००८ में वह नंबर दो था, २००९ में नंबर चार और इस साल यानी २०१० में पहली सीढ़ी पर चढ़ गया ! सचीन टी २० में भी २०१० का सर्व श्रेष्ट खिलाड़ी बन गया उसने इस साल के ई पी एल में ६१८ रन बनाकर सारे रिकार्ड तोड़ दिए ! सर्वाधिक चौके भी उसी के नाम अंकित हैं ! २४ अप्रेल को वह ३७ साल पूरे कर चुका है ! आज भी ऐवर ग्रीन है !
ई पी एल की समाप्ति के साथ ही इसके चेयरमैन ललित मोदी की भी छुट्टी हो गयी ! बाकी अगले अंक में
Saturday, April 17, 2010
आपके आस पास
किसी ओझा को बंगले पर बुलालें ! वैसे ये मीडिया वालों की नजर चारों तरफ रहती है, कोंई पकड़ में आया नहीं उसकी पूरी जन्म पत्री पढ़ लेंगे, जैसी ही जेब भारी हुई, एक बयान आजाएगा, "ये सब राजनीतिक चाल है "! यहाँ तक विपक्ष की बोलती भी बंद हो जाती है ! ये राजनीति के सतरंज के खिलाड़ी पता नहीं कब कौन सा डाव फेंक दें ! आज पूरा मीडिया ललित मोदी और शशी थरूर के पीछे लठ लेकर पड़ा है, फिर ये सारे अपने आप चुप हो जाएंगे ! देश की सुरक्षा व्यवस्था कितनी मजबूत है, यह तो इसी बात से पता चल जाता है की जब बंगलौर में मुम्बई और रोयल चैलेंजर के बीच क्रिकेट मैच खेला जाने वाला था और स्टेडियम के बाहर दो बम ब्लास्ट हो गए ! वह तो अच्छा हुआ कोंई जान माल का नुकशान नहीं हुआ ! १९८४ के दंगों में सिखों को मरवाने के केस में सज्जन कुमार, कांग्रेस नेता भी कटघरे में खड़े थे ! अचानक उनकी चार्जशीट वाली फाईल ही गम कर दी गयी और उन्हें हरी झंडी मिल गयी, लेकिन १७ तारीख को अचानक उनकी वह चार्जशीट ट्रायल कोर्ट में सौंपी गयी ! यह चार्जशीट १९९२ में तय्यार की गयी थी लेकिन कोर्ट में दाखिल नहीं की गयी ! पीतमपुरा में शुक्रवार को अचानक तीन बच्चे खुले सीवर के गधे में गिर गए, दो तो मर गए और एक सीरियस है, वे कैसे गिर गए यह अभी तक रहस्य बना हुआ है !
कल एपीएल के पहले मैच में मुम्बई ने बंगलौर को ५७ रन से हरा दिया और कोल्कता ने जयपुर को ८ विकेट से शिकस्त दे दी ! भूल चूक लेनी देनी ! जय हिंद
कहो उसे क्या बोलोगे ?
बात बात पर फटता हो, अपनी बातों से हटता हो,
दुष्कर्म करके नट त़ा हो,
दो नावों पर चलता हो, काले धन पर पलता हो,
क्या तुम भी ऐसे हो लोगे, कहो उसे क्या बोलोगे ? १ !
स्वयं झूठों का भाई हो, झूट में डिग्री पाई हो,
कुकर्मी जिसकी माई हो, घूस रिश्वत खाई हो,
कुर्सी में ही कमाई हो, रंगीन तबियत पाई हो,
जग में होती हंसाई हो, सफ़ेद टोपी लगाई हो,
क्या उसका भेद तुम खोलोगे, कहो उसे क्या बोलोगे ? २ !
काला जिसका चस्मा हो, कुटिलता से हँसता हो,
ठंडा पेय रसना हो , सर्प जैसे डसना हो,
डकैती डाले न फंसता हो, गरीब का गला कसता हो,
करोड़ों का मालिक पर, झुग्गियों में बसता हो,
ऐसा दुर्जन हो पास में, क्या आँख मुंड कर सो लोगे ?
कहो उसे क्या बोलोगे ? ३ !
गरीब के बीच में जाता हो, साथ बैठ कर खाता हो,
गाँवों की हरिजन बस्ती में रोज ही आता जाता हो,
विपक्ष को खूब जलाता हो, मन ही मन हर्षाता हो,
रईसों को तड़पाता हो,
आम आदमी के बच्चों संग आके घूल मिल जाता हो,
उसकी नाव में बैठकर, क्या तुम भी वैसे हो लोगे,
कहो उसे क्या बोलोगे ? ४ !
Thursday, April 15, 2010
अपने आस पास
विद्वान् कहते हैं दिल्ली में मंत्री, केंद्र और राज्य सरकार के बड़े बड़े अधिकारी उनके अगल बगल के व्यापारी करोड़ों सरकारी धन को अपनी तिजोरियों में जमा करके काला बना रहे हैं, भ्रष्ट नेताओं की जैसे दिल्ली में बाढ़ आ रही है, बड़े बड़े सिंघ वाले सांड दिल्ली की सडकों पर बे खौब लड़ रहे हैं (मोदी वनाम थरूर) ! फिर गर्मी का ताप नहीं बढेगा तो क्या होगा ? बिजली का बिल बढ़ रहा है, बिजली कंज्यूम का समय घट रहा है ! सारी दिल्ली की बिजली कट कर इन भारी भरकम नेताओं की ऊंची आलीशान महलों में राग रंग मना रही है ! पानी, पूछो मत दिल्ली की सडकों पर लाखों आम आदमी और झुग्गी झोपडी वाले, प्लास्टिक बाल्टी लिए पानी की तलाश में मिल जाएंगे ! सड़कें, दिल्ली में वैसे भी सडकों की चौडाई, एन्क्रोच करने वालों की वजह से कम होती जा रही है ! दिल्ली की आबादी रोज सुरसा की तरह बढ़ रही है, अवैध तरीके से बंगला देशी, पाकिस्तानी यहाँ की आबादी में इजाफा कर रहे हैं और भरष्ट और अफ़राधों में लिप्त नेताओं का वोट बैंक बढ़ा रहे हैं ! दिल्ली वासी सब कुछ अन्याय होते देख कर भी आँखें मूंदे हुए हैं, केंद्र सरकार के गृह मंत्री ने नक्षलियों के बढते कदम पर रोक लगाने की कोशीश की, लेकिन ये अफ़राध में लिप्त नेता भला यह कैसे होने देते, विरोध किया और उन ८०.८५ सुरक्षा कर्मियों की बेरहमी से हुई मौत को भुला दिया गया ! दुर्घटना में मरे हुए के परिवार को सरकार लाखों रूपया देने का आश्वासन दे देगी, असल में दे या न दे, लेकिन सरकार ने उन बेचारे हलाक़ हुए सी आर पी एफ के जवानों के परिवार वालों को मुवाजा दिया या नहीं कुछ पता नहीं ! टीपू सुलतान की तलवार कल लन्दन में नीलाम हुई ५ लाख पौंड में ! आखिर में भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा का विवाह पाकिस्तानी क्रिकेटीयर शोइब मालिक से हो ही गया, १५/०४/२०१० को शादी स्वागत समारोह भी बिना किसी रुकावट के सम्पन्न हो गया ! पहली बार आयकर अधिकारियों ने ई पी एल के कार्यालयों पर रेड कर दी ! ललित मोदी की कुर्सी हिलने लगी है और कभी भी पलट सकती है ! पाकिस्तान ने संविधान में संशोधन करके अपने राष्ट्रपति के अधिकारों को सीमित कर दिए हैं ! आज कल हमारे प्रधान मंत्री अमेरिका के राष्ट्रपति के ख़ास महिमान हैं और शायद अमेरिका हमारे रक्षा उपकरणों के लिए सहायता रासी में भी इजाफा कर दे ! कल एक ई पी येअल मैच में दिल्ली ने चेन्नई को चार विकेट से हरा दिया ! इसमें गौतम गंभीर के ५७ रन थे ! आज के समाचार समाप्त हुए ! जय हिंद !!
Tuesday, April 13, 2010
अपने आस पास
एक खबर के मुताबिक़ तालिवान भारतीय राजनयिकों के अपहरण की साजिस कर रहा है और ये अगर कामयाब होगये तो इसका ठीकरा भी पाकिस्तान के सर फूटेगा ! कारण उसकी सर जमीन पर खुले आम इन आतंकवादियों के ट्रेनिंग कैम्प चल रहे हैं और पाकिस्तान के सुरक्षा दल तथा सेना के बड़े अधिकारी उन्हें सरंक्षण दे रहे हैं ! अरे भाई दूर क्यों जाते हो अगर हमारे देश की सरकार समय पर नहीं जागी और उसने नक्शालियों के खिलाफ को शक्त कदम नहीं उठाया, तो ये मावोवादी, नकशल यह काम खुद ही भारत के अन्दर कर देंगे !
पोलैंड में एक विमान दुर्घटना में वहां का राष्ट्रपति, उनकी पत्नी, उनका सुरक्षा का हेड, देश के बैंक का चीफ समेत ९५ आदमी हालाक हो गए ! देश का शीर्ष इस हादसे में ख़त्म हो गया !
उत्तराखंड के मुख्य मंत्री ने देश के तमाम उच्च स्तरीय नेताओं से निवेदन किया था की महा कुम्भ केकारण लाखों की संख्या में स्नान करने वालों के अलावा बड़ी संख्या में देश विदेश के साधू संत, अखाड़ों के नागा साधू इस समय हरिद्वार में डेरा जमाए हुए हैं और इस तरह हर किसी को सुरक्षा देना राज्य सरकार के लिए असंभव होगा इसलिए बड़े नेता, शासक प्रशासक इस समय हरिद्वार न जांए लेकिन भा ज पा के अध्यक्ष गडकरी और वरिष्ट नेत़ा सुषमा स्वराज हरिद्वार पंहुची, उन्होंने हर की पैडी पर स्नान किया और राज्य सरकार की पूरी सुरक्षा टीम उनकी अगवानी में खडी रही !
अपने प्रदेश में बुरी तरह पीटने के बाद लोक जन शक्ती के अध्यक्ष राम विलास पासवान अब अपनी गोटी बिठाने के लिए गुजरात के दलितों का आंसू पूछने के लिए जा रहे हैं ! ये हैं देश के मतलब परस्त नेता, कबी इस पाले में कभी उस पाले में ! बिना पेंदे का लोटा ! (सहारा १४ अप्रेल के सौजन्य से )
आज १४ अप्रेल है, वैसाखी का त्यौहार और डाक्टर भीम राव अम्बेडकर की 119 वीं जयन्ती के अवसर पर पूरे देश में छुटी है
Saturday, April 10, 2010
वे चले गए
की तुम क्या करोगे, जब हम ना रहें !
माता पिता पत्नी पुत्र दरवाजे पे कान लगाए हैं,
की कब घंटी बजेगी और हमारा लाडला आएगा !
हमने शत्रु को मार गिराया है, कह कर गले लगाएगा
पूरी रात बीत गयी पुत्र तो नहीं आया,
सुबह उसकी अर्थी आई !
अरे जिन्होंने इन्हें मारा वे तो थे इन्ही के भाई !
फिर भाई ने भाई को क्यों मारा?
क्यों न अफराधी नेताओं को ललकारा ?
माता पिता सूनी सूनी आँखों से अन्तरिक्ष को देख रहे हैं,
"कितना निष्ठुर है रे तू,"
मनमोहन को नहीं उस कन्हिया से कह रहे हैं !
पत्नी का सुहाग उजड़ गया,
बच्चा बाप बिहीन हुआ,
दिल्ली में बैठे हुए शासको बताओ तुम्हारा क्या गया ?
ये किस्सा है उन सैनिक परिवारों का
जो गद्दार मावोवादियों ने मारे हैं,
थे यमदूत दुश्मन गद्दारों के पर अपनो के प्यारे हैं !!
नमन करो उनको देश वासियों,
उनकी कुर्वानी रंग लाएगी,
नष्ट हो जाएंगे दुष्ट दरिन्दे,
फिर धरती माँ मुस्कराएगी !
हर भारतवासी इन दुर्जनों से कहेगा,
"सर फरोशी की तम्मना अब हमारे दिल में है,
देखना है जोर कितना बाजुए कातिल में है!"
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर वर्ष मेले,
वतन पर मरने वालों का यही बाकी निंशा होगा (भगतसिंह )
Friday, April 9, 2010
क्या पुलिस अपना काम इमानदारी से कर रही है ?
Wednesday, April 7, 2010
ई पी एल तीसरा
Tuesday, April 6, 2010
अपने आस पास
के नीचे जरूर आएगी !
आखिर सोनिया मिर्ज़ा की शादी शोयब मालिक से होनी निश्चित हो ही गयी है चाहे, बाल ठाकरे, चिल्लाए, चाहे राज ठाकरे चिलाये ! इस शादी से देश के नेता, कानूनविद, देश प्रेमी चाहे वह किसी भी धर्म या जाति का है, खुश नहीं है लेकिन उनकी जवान बंद है, वे अपनी मन की बात नहीं कह सकते ! कम से कम बाल और राज ठाकरे में तो दम है यह कहने के लिए ! मंत्री चुप हैं की कहीं पाकिस्तान खफा न हो जाए ? अरे पाकिस्तान खुश कब हुआ ? उसे तो तो एक टेनिस खिलाड़ी मिल रहा है ! सोनिया के देश प्रेम को क्या हुआ ? कल तक वह भारत के तिरंगे झंडे के नीचे खादी होकर भारत माता की जय कहती थी और कल पाकिस्तान की जय कहेगी, क्या उसकी आत्मा गंवारा करेगी ?
पूरे पेपर हिन्दुस्तान टाईम्स में मुझे मेरी पसंद की केवल एक ही खबर मिली वह है, "गाजियाबाद से केवल २० किलो मीटर की दूरी पर एक चौरा नाम का गाँव है जिसकी महिला प्रधान है श्रीमती आशा देवी हैं, वे केवल आठवीं पास हैं लेकिन बड़ी सूझ बूझ, जागरूक ,, सामाजिक कार्यों में दक्ष,
गाँव में छोटे बड़े सब में इज्जत पाने वाली एक सर्व गुण सम्पन्न महिला प्रधान है ! उन्होंने शादी विवाह में कम से कम खर्चे से शादी करने का नया तरीका निकाला है जो गाँव वालों को पसंद आया ! उन्होंने शराब पीना बंद दिया है ! दहेज़ लेना और देना बंद कर दिया है ! लड़की वालों पर ज्यादा बोझ न पड़े इस लिए ज्यादा कीमती उपहार भी शादी में नहीं दिए जाएंगे ! वह गाँव को एक आदर्श गाँव बनाना चाहती है और उसमें वह काफी सफल भी हो गयी है !
Monday, April 5, 2010
महिला आरक्षण
Saturday, April 3, 2010
माया वती ने प्रधान मंत्री से शिक्षा का खर्च माँगा
माया जी ने अभी तक जो भी कार्य किये हैं उन में कोई भी सामाजिक काम नहीं कहा जा सकता, गरीबों के लिए, बच्चों की शिक्षा के लिए, बेरोजगार युवकों के लिए, बीमारियों से बचने के लिए, उनकी सरकार ने क्या किया ?उलटा जो धन केंद्र से विकास कार्यों के लिए मिला उसे मूर्तियाँ लगाने में, रैली निकालने में, समाचार पत्रों में अपनी विशालकाय फोटो निकलवाने में खर्च किया है !
Friday, April 2, 2010
सानिया मिर्ज़ा वनाम शोयब मलिक
पहली अप्रैल 2010
चलो सरकार ने सभी बच्चों को संविधान द्वारा शिक्षा का अधिकार दे दिया है लेकिन इसकी क्या गारंटी है की हर किसान, हर मजदूर, हर आर्थिक दृष्टि से पिछड़ा हुआ गरीब का बच्चा बिना भेद भाव के शिक्षा ग्रहण कर पाएगा ? क्या हर अध्यापक बिना ट्यूशन लिए हर गरीब बच्चे को पढ़ाएगा ? देश में बाल विवाह, बाल मजदूरी पर सरकार ने प्रतिबन्ध लगा रखा है, क्या क़ानून इस दुष्प्रवृति को रोक पाया है ? अगर सरकार और सरकारी कर्म चारी ईमानदारी और वफादारी से अपनी ड्यूटी निभाते तो आज बाल मजदूर न तो अवैध तरीके से फैक्ट्रियों, गोदामों और बड़े बड़े रशूक वाले रईसों के घरों में काम करते होते न उनके ऊपर जुल्म किए जाते ! सरकार का कदम तो सराहनीय है लेकिन सबसे बड़ी चुनौती है इसको शक्ती से लागू करने की ।