Monday, December 12, 2011

वेस्ट इंडीज पर विजय जश्न

वेस्ट इंडीज ने भारत में आकर पांच वन डे क्रिकेट मैच खेले, एक जीता और चार हारे। भारत की तरफ से पांचवां और आख़िरी मैच चेन्नई में ११ दिसंबर को गौतम गंभीर की कप्तानी में खेला गया। इस मैच की विशेषता थी की इसमें सहवाग नहीं खेले और उनकी जगह मनोज तिवाडी को अपना हुनर दिखने का अवसर मिला। तिवाडी ने इसका भरपूर फायदा उठाया और पहला सतक जड़कर (१०४), कोहली के साथ ८० रन की साझीदारी से भारत को २६७/६ पर ला खड़ा किया ! वेस्ट इंडीज की तरफ से केवल एक ही खिलाड़ी पोलार्ड १० चक्कों और ५ चौकों की सहायता से ११९ रन बना पाया लेकिन वेस्ट इंडीज को हार से नहीं बचा पाया ! वेस्ट इंडीज की पूरी टीम मात्र २३३ पर सिकुड़ गयी ! भारत इस मैच को ३४ रनों से जीत गयी ! इस समय भारत वन डे में नंबर दो पायदान पर है ! अब भारत को आस्ट्रेलिया जाकर आस्ट्रेलिया टीम से भिड़ना है ! आगे भी अच्छा ही होगा !

Sunday, December 11, 2011

अमेरिका में सर्दी का जलवा

वैसे हम हर साल नवंम्बर के आखीर तक अपने देश को चले जाते थे, लेकिन २०१० और इस साल प्रोग्राम में कुछ तबदीली आगई! पिछली बार भी दिसंबर में ही भारत गए थे और इस साल भी अब चलने की तैयारी है ! आज के दिन कुछ विशेष प्रकार के पेड़ पौधों को छोड़ कर सारे पेड़ और पौधे अपने पतों को विदा कर चुके हैं। कुछ ही दिन आसमान साफ़ रहता है, जैसे आज ११ दिसम्बर को आसमान बिलकुल साफ़ नजर आ रहा है, लेकिन चन्द मिनटों में अचानक बादलों की सेना कोई काले, कोई सफ़ेद, कोई प्रभात की लालिमा ओढ़े नीले आकाश में छा जाएंगे कहा नहीं जा सकता ! सर्दी अमेरिका की वह भी न्यू ठंडी (हवाएं ऐलैंड), अटलांटिक सागर के बीच , ठंडी ठंडी हवाएं कल्पना मात्र से ही, शरीर के अंदर सिहरन पैदा हो जाती है ! फिर भीरार तो पता भी नहीं लगता की बाहर कितनी ठंड है ! यहाँ की खूबी है की घर से कार तक जाओ, कार में ए सी, माल में जाओ या मार्केट में मालूम ही नहीं पडेगा की आप घर में बैठे हैं किसी टॉप क्लास फाईब स्टार होटल में ! मैं और मेरेवी पत्नी की आदत है सुब चार बजे उठ जाना, नित्य के कामों से निवृत होकर स्नान, ध्यान, योग और फिर बाहर टहलने के लिए चले जाना ! शुरू में ठण्ड लगती है फिर तो चार पांच किलो मीटर की सैर में पूरा आनंद आ जाता है ! हाथ पावों में सर्दी चोरी चोरी से प्रवेश कर जाती है लेकिन हम भी उस से बराबर की टकर देते हैं और जितने दिन भी अमेरिका में रहते हैं, बजरंग बली की अनुकम्पा से स्वस्थ रहते हैं ! हाँ यहाँ मेडिकल काफी मंहगा पड़ता है, और अगर यहाँ मौज मस्ती करने के दौरान बिना इंशोरेंस के बीमार पड गए तो सारा मजा किर किरा हो जाता है नहीं तो यहाँ आकर नियम , संयम और घूमना फिरना जारी रखो उम्र में इजाफा होता है ! समय का पता भी नहीं लगता ! साफ़ सुथरी और चौड़ी सड़कें, जंगल, ऊंचे ऊंचे पेड़ और रंग बिरंगे पौधे, जंगलों का सरकार की तरफ से सुन्दर ढंग से रख रखाव ! बाग़ बगीचे, पार्क, लान उचित देख भाल के साथ ! हर एजेंसीज अपने कामों में सजग हैं ! इसलिए अमेरिका स्वयं भी खुश है स्वालंबी है और विश्व में नंबर वन का तगमा लगाए हुए है, पाकिस्तान जैसे भारत के पड़ोसी की हथियारों से, धन से, दिमाग की तकनीक से मदद कर रहा है और एक पाकिस्तान है जो उसी का खाता है, उसी की खैरात पर पल रहा है और उसी को आँखे दिखाता है !
११ दिसंबर को तो पूरा दिन सूर्य भगवान अपने रथ पर नील गगन पर मुस्कराते रहे और घूमते रहे ! रात को ओस पडी और १२ दिसम्बर को पूरे घास से भरे पार्क सडकों के किनारे उगी मखमली घास बर्फ से जमी पडी थी ! आज सुबह हवाएं तो नहीं चल रही है लेकिन हाथ और पांवो पर सर्दी अपना असर दिखा रही है ! सुबह आसमान बिलकुल साफ़ था लेकिन नौ बजते बजते पूरा आसमान बादलों से ढक गया है ! आत्रेय और वेदु स्कूल चले गए हैं, ९ बजे करण भी अपने कालेज चला गया है ! राजेश को जरूरी मीटिंग के लिए सिटी जाना था वह सुबह ८ बजे चला गया था ! काजल भी अपने बैंक चली गयी ! घर में मैं और मेरी पत्नी अपनी यात्रा की तैयारी में जुट गए हैं ! ३ बजे के लगभग हमें एयर पोर्ट के लिए निकलना होगा !

Thursday, December 8, 2011

अइए इंदौर स्टेडिंम में ०८/१२/2011

आज होलकर स्टेडिंम में बहुत बड़ी चहल पहल थी ! वेस्ट इंडीज और भारत का चौथा वन डे मैच खेला जा रहा था इस क्रिकेट मैदान पर ! अभी तक के चारों बार टास भारत ने ही जीता और पहली बार पहले बैटिंग करने का निर्णय लिया ! पहले तीनों मैचों में सहवाग के साथ पार्थिव पटेल को ओपनर भेजा जाता रहा, लेकिन इस मैच में गौतम गंभीर को सहवाग के साथ ओपनर लाया गया। भारत का पहला विकेट १७६ पर गौतम गंभीर के रूप में गिरा ! गंभीर ने ६७ बोलों में ६७ रन बनाए ! एवरेज पहले से ही ७.५० से ऊपर रही ! वेस्ट इंडीज के बौवलरों की खूब धुनाई हुई ! रैना ने भी ४४ बोलों पर ५५ रन बनाए और बाद में २ विकेटें भी ली ! कोहली २३ पर नोट आउट रहा राहुल शर्मा ने २७ रन बनाकर स्कोर को ४१८/५ पर पहुंचा दिया ! अभी तक वन डे में सबसे बड़ा स्क्रोरर श्री लंका है जिसने नीदरलैंड के खिलाफ ४४३/9 रन बनाए थे ! ४३८/९ साउथ अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया ४३४/४ के जबाब में बनाए थे। साउथ अफ्रीका ने दूसरी बार ४१८/५ जिम्बाबे के खिलाफ बनाए थे और आज भारत ने ४१८/५ वेस्ट इंडीज की धुनाई करके बनाए। वीरेन्द्र सहवाग ने २१९ रन मात्र १४९ बोलों में, २५ चौकों और ७ छक्कों की सहायता से बनाकर विश्व के वन डे में सबसे बड़े स्कोरर बन गए हैं ! ये भी नम्बरोलौजी का ही कमाल है की टेस्ट मैचों में भी उनका सबसे बड़ा स्कोर ३१९ का है और वन डे का २१९। सहवाग को नवाब आफ नजफ़ गढ़ भी कहा जाता है ! सहवाग ने वास्तव में क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय और जोड़ा है ! भारत ने ४१८ रन ८.३६ की एवरेज से बनाए और वेस्ट इंडीज को २६५ पर ही रोक कर मैच १५३ रनों से जीत लिया ! इस तरह भारत ३ - १ से सीरीज तो जीत ही चुकी है !

Friday, December 2, 2011

चौदहवीं का चाँद

कभी "चौदहवीं का चाँद हो, या आफ ताव हो, खुदा की कसम तुम लाजवाब हो !" यह गाना हिन्दुस्तान की गली गलियों में सुनाई देता था ! मुझे भी यह गाना बहुत पसंद था ! जब भी शुक्ल पक्ष का चौदवीं का चाँद स्वच्छ नील गगन में नजर आत़ा था तो मैं बहुत देर तक एक टक चाँद को देखा करता था और उन कवियों, संगीतकारों की कलम को जिन्होंने हसीन और सुन्दर नारी की तुलना चाँद से करके चाँद को ही सुन्दरता का प्रतीक बना दिया है, नमन करने का मन करता है ! वो दिन भी क्या दिन थे, जब कोई यह भी नहीं जानता था की प्रदूषण किस चिड़िया का नाम है, खुला आसमान होता था, नील गगन में चमकते और मुस्कराते हुए असंख्य सितारे नजर आते थे और लार्ड टेनिसन जैसे कवियों को अपनी कविता लिखने के लिए आमंत्रित करते थे ! "टविन्किल टविन्किल लिटल स्टार हाउ आई वंडर ह्वाट यू आर " ! इनके बीच बड़े सज धज कर अपनी मुस्कान और प्रकाश फैलाते हुए चाँद नजर आते थे ! सितारों में उत्तर दिशा में अटल एक स्थान पर ध्रूब तारा और उसके चारों तरफ चक्कर लगाते हुए सप्त ऋषि मंडल साफ़ स्वच्छ तन मन को शांती का सन्देश देते हुए नजर आते थे ! पुराणों में अंकित है की किस प्रकार देवासुर संग्राम को समाप्त करने के लिए विष्णु ने देवताओं और असुरों को समुन्द्र मंथन के लिए तैयार कर लिया था ! शेष नाग की रस्सी और मंदराचल पर्वत का मुशल बनाकर समुद्र मंथन किया गया, वहां
से १४ रत्न प्राप्त हुए ! शंक, चक्र, गदा पद्म और लक्ष्मी तो विष्णु भगवान ने ग्रहण कर लिया ! अमृत - देवताओं में बांटा गया ! राहू ने देवता बनकर अमृत ग्रहण कर लिया साथ ही सर कटवा लिया ! राहू से राहू और केतु बन गया ! जहर का प्याला शंकर जी ने ग्रहण किया और नील कंठ नाम धराया ! ऐरावत हाथी इंद्र ने ले लिया ! भूरिश्रवा घोड़ा असुरों के गुरु शुक्र को मिला ! कल्प वृक्ष, कामधेनु गाय, सूर्य और चंद्रमां इस तरह चौदह रत्नों में चंद्रमां विष की बहिन भी कही जाती है ! लेकिन नील गगन में अँधेरे में प्रकाशित होने वाला चाँद, कविवों की रस भरी और अलंकारों से सुसजित कविता चंद्रमां को अपना प्रेरणा स्रोत बनाकर लिखी गयी कविता, चकोर जिसको निहारता हुआ अपनी सुध बुध भी भूल जाता है ! चन्द्र मुखी नाम देकर किसी सुंदर बाला के सौन्दर्य को निखारने वाला चाँद,
आज कहाँ गया वो चाँद ! धूल के आवरण से ढका हुआ चाँद, प्रदूषण से घिरा हुआ चाँद, धरती के मनुष्यों द्वारा बार बार पद दलित हुआ चंद्रमा, आज आहत पड़ा है !
इधर अमेरिका में आते ही चाँद फिर से खिल खिलाने लगता है ! वहीं कवियों का चौदहवीं का चाँद अमेरिका में मुस्कराता है ! मैंने आखिर पूछ ही लिया चाँद से की भारत में तो तुम धूल के हलके आवरण में लिपटी सिमटी सिमटी सी चिता ग्रस्त नजर आते हो और अमेरिका में आते ही उस आवरण को फेंक कर मुस्कराते हो, इसका क्या कारण है, बड़े मायूस होकर चाँद ने कहा, "ये धूल का आवरण मनुष्य की सौगात है, जो भारत के लोगों ने हिमालय पर्वत के ऊंचे ऊंचे शिखरों पर जाकर, निर्मल अविरल धारा से बहने वाली पवित्र नदियों, झरनों, तालाबों में गन्दगी गिरा कर, जंगलों के पेड़ पौधों को काट कर कुदरत की सुन्दरता को कुरूप बना दिया है ! ऐसा नहीं है की अमेरिका में प्रदूषण नहीं है लेकिन यहाँ, नदियाँ , जंगल, सड़कें साफ़ सुथरी हैं ! हर इंसान अपने कर्तव्यों के प्रति सचेत है ! यहाँ तक की जंगलों में भी जहा बड़ी संख्या में लोग हाईकिंग के लिए जाते हैं वहां भी साफ़ सफाई नजर आती है !
समुद्र में भी प्रदूषित वस्तुवों का निषेध है ! जहां का नील गगन साफ़ और स्वच्छ है, वहां मुस्कराते हुए और खिलखिलाते हुए चहल कदमी करने का मजा ही और है ! जाओ भारत में भी गंगा यमुना और उन सारी नदियों की सफाई कर डालो जिनको तुमने अपने स्वार्थ सिधी के लिए गन्दगी से भर कर नालों में तब्दील कर दिया है ! हिमालय पर्वत श्रेणियों की सफेदी को बरकरार रखने के लिए वहां डाले गए कूड़े कर कट को हटा दो ! भारत को एक बार फिर उसी तरह स्वच्छ और सुन्दर बना दो जिसके लिए भारत विश्व में पहिचाना जाता था ! फिर देखना मैं हिन्दुस्तान की सर जमीन पर किस तरह खिल खिलाउंगा और जी भर के मुस्कराउंगा ! क्या भारतीय सरकार ये सब कुछ कर पाएगी ?

Monday, November 28, 2011

कुदरत के अनेक रंग

अमेरिका में धीरे धीरे सरदी पसरने लगी है ! कुदरत विशेष प्रोग्राम के तहत अमेरिका को विशेष दर्जा देती है ! इंसान को दी गयी अनमोल सौगात कुदरत की तरफ से, और इंसान ने इस सौगात को वरदान समझ कर हृदयांगम करके इसको और चमका कर कही और रंगों से सजाकर बहुत ही ख़ूबसूरत बना दिया है ! यही कारण है लोग भारत, चीन, जापान, एशिया, अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका से बड़ी संख्या में यहाँ आते हैं, पढ़ने के लिए, घूमने के लिए, और फिर यहीं रह जाते हैं ! पेड़, पौधे और बहुत सारी किस्म के फूल मौसम के साथ साथ अपना कलर बदलते रहते हैं ! हरी पत्तियां पहले गुलाबी लाल, नारंगी, पीला और परपल के साथ ही सुख कर हवा के झोंको के साथ बहुत दूर चली जाती हैं ! कबीरदास का यह दोहा याद आजाता है "पत्ता दूटा डाल से ले गयी पवन उडाय, अब के बिछुड़े कब मिले दूर पड़े हैं जाय !" कभी आसमान काले बादलों से ढक जाता है, हल्की हल्की वारीष की बूंदे और ठंडी हवाएं मौसम के मिजाज को प्रभावित करने की कोशीश करता रहता है और इंसान इस आँख मिचौनी को पहिचान ही नहीं पाता ! हमारी आदत है (मैं और मेरी पत्नी) रोज सुबह सुबह सूरज निकलने के पहले ही तीन चार किलोमीटर की सैर को निकल जाते हैं ! ठंडी हवाओं और हथेलियों को ठंड से बचाने के लिए गर्म दस्ताने, सिर पर गर्म टोपी, गर्म कपड़ों से लद कर बाहर निकलना, ये क्या मौसम बिलकुल बदला हुआ ! हवाएं है लेकिन बिलकुल नार्मल ! ये क्या कल तो ठंडी हवाएं चल रही थी, हथेलियाँ ठण्ड से जम रही थी ! और आज एक दम मौसम बदला बदला सा ! कुदरत की माया, कहीं धूप कहीं छाया ! कभी अटलांटिक महा सागर से उठने वाली खून को जमा देने वाली ठंडी हवाएं और अगले दिन सब कुछ नॉर्मल ! अक्टूबर में न्यूयार्क हाई लैंड में बर्फ पड गयी, ठंडी हवाएं चल पडी और आज जब की नवम्बर की २८ तारीख हो चुकी हैं, आज भी मौसम अपना जादुवी करिश्मा दिखा रहा है, कभी रक्त को जमा देने वाली सर्दी तो कभी बिलकुल नार्मल और हम इंसान कुदरत के इस खेल के साथ अपना टेम्प्रेचर घटा बढ़ा रहे हैं ! समय निकल रहा है मौसम नचा रहा है, और ये इंसान जमाने को बदलने वाला इंसान, समुद्र की गहराइयों से आसमान की उंचाइयां नापने वाला इंसान , उसी के इशारों पर नाच रहा है !
और उधर सुबह सबेरे आसमान क्रेन नाम के समुद्री नाम के लाखों पक्षियों से ढक जाता है जो कनाडा के बर्फीले इलाके से उड़ते हुए दक्षिण अमेरिका की ओर उड़ते चले जा रहे हैं ! बड़े बड़े समूह बनाकर ये पक्षी गर्मियों में कनाडा के समुद्री तट पर विहार करते हैं और जैसे जैसे सर्दी आने लगती है कनाडा के समुद्र बर्फ से जमने लगते हैं ये पक्षी प्रवासी बनकर दक्षिण दिशा में चले जाते हैं ! इन दलों में हर उम्र के पक्षी हैं कोई नव जवान कोई बचपन से जवानी की सीढियां चढ़ने वाले तो कोई जवानी से सीढियां उतरने वाले, उड़ते जा रहे हैं नीलाकाश में शोर मचाते हुए, नए भविष्य के स्वप्नों को आँखों में सजाते हुए ! ये ही कुदरत के रंग हैं, लेकिन आदमी अपने में ही इतना खो गया है की ऐसे अचम्भित, आश्चर्य जनक कुदरत की अनुपम भेंट को आँख भर कर देख भी नहीं सकता !

Friday, November 25, 2011

भारतीय सविंधान

जब २६ जनवरी १९५० को स्वतंत्र भारत का संविधान अस्तित्व में आया था, आम आदमी को बताया गया था की हमारा देश भारत अब एक सर्व सम्पन्न स्वतंत्र, सार्वभौमिक, प्रजातांत्रिक, धर्म निरपेक्ष राष्ट्र है ! संविधान में भारत के हर नागरिक को इज्जत के साथ जीने का अवसर दिया गया है ! सबको नौकरी में समान अधिकार दिया गया, अपने धर्म को पालन करने का, अपनी भाषा बोलने का, लिखने का अपने विचार सरकार तक पहुंचाने का, समान काम के लिए समान वेतन-भता पाने का अधिकार दिया गया है ! क़ानून की नजर में सब बराबर होंगे ! किसी जुर्म में गरीब पकड़ा जाय या कोई अमीर या राजनीतिग्य का कोई परिवार का सदस्य सभी को सजा दी जाएगी ! हमारी संसदीय सरकार होगी जिसमें सबसे ऊंची कुर्सी पर तो देश का राष्ट्रपति बैठेगा लेकिन शासन की असली कुंजी प्रधान मंत्री के पास होगी ! देश में संघात्मक सरकारें शासन चलाएंगी ! देश के नागरिकों को अपने इलाके से एक सांसद और एक विधायक का चुनाव करना होगा ! कितनी पार्टियां चुनाव लड़ेंगी इसपर कोई सीमा निश्चित नहीं की गयी ! सच्चे ईमानदार, चरित्रवान, वफादार, जनता के सेवकों को ही चुनाव में खड़े होने का प्रावधान था ! प्रत्यासी पढ़ा लिखा होना चाहिए, इसका कोई प्रतिबन्ध नहीं था ! हाँ प्रत्यासी रोगी, दिवालिया, अफ़राधी, और असामाजिक संघठनों का सदस्य नहीं होना चाहिए ! संसद में जिस पार्टी का बहुमत होगा उस पार्टी का लीडर प्रधान मंत्री की कुर्सी पर बैठेगा और अपना मंत्री मंडल का गठन करेगा ! ठीक वैसे ही प्रदेश की विधान सभाओं में भी बहुमत हासिल करने वाली पार्टी का लीडर मुख्य मंत्री बनेगा और वह अपने मंत्री मंडल का गठन करेगा ! प्रदेश में राज्यपाल होगा जो केन्द्रीय सरकार द्वारा राष्ट्रपति का अम्बेजडर होगा ! शासन पद्धति को सुचारू रूप से चलाने के लिए तीन एजेंसियों का गठन किया गया था : न्यायपालिका, विधायिका और कार्य पालिका ! अमेरिका में शासन व्यवस्था चलाने के लिए ये एजेंसियां एक दूसरे से अलग हैं जिसे वहां "सेपरेशन आफ पावर" कहा जाता है ! लेकिन यहाँ विधायिका से ही कार्यपालिका का गठन होता है और कैबिनेट की सहमति से सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के जजों की नियुक्तियां राष्टपति द्वारा की जाती है ! अमेरिका में राष्टपति का चुनाव सीधे जनता द्वारा एक अलग ही प्रणाली से किया जाता है , लेकिन हमारे संविधान में राष्ट्रपति संसद के दोनों सदनों (लोक सभा और राज्य सभा) के सदस्यों और सभी प्रदेशों विधान सभा के सदस्यों द्वारा चुना जाता है ! हर सदस्य के मत पत्र की वैल्यू फिक्स करने के लिए भी फार्मूला बना है ! देश के पूरे मतदाताओं की पूरी संख्या को ५३९ से भाग दिया जाता है (आज लोक सभा के सदस्यों की संख्या ५३९ है और राज्य सभा की सदस्य संख्या २५० है ) जो फल निकलता है वही एक सदस्य के मत पत्र की वैल्यू हो जाती है ! इसी तरह प्रदेशों के विधायकों के वोटों की वैल्यू भी निकाल ली जाती है ! आज के दिन सबसे ज्यादा विधायकों की सदस्य संख्या उत्तर प्रदेश में है ! लोक सभा में घट बढ़ हो जाती है और सता पक्ष का बहुमत अल्पमत में बदल जाता है तो संसद को भंग किया जाता है और केवल ऐसे मौकों पर राष्ट्रपति अपने विवेक का प्रयोग करते हैं, विपक्ष को मौका देते हैं या संसद को भंग करके मध्यावधि चुनाव करा देते हैं ! ठीक यही व्यवस्था प्रदेशों के लिए भी है ! वहां जब सता पक्ष अल्पमत में आ जाता है तो राज्यपाल केंद्र को इसकी रिपोर्ट दे देता है और अपना सुझाव भी की विपक्ष को मौक़ा दिया जाय, वहां राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाय, या दुबारा चुनाव कराया जाय ! केंद्र के निर्णय पर ही राष्ट्रपित अपना आदेश देता है ! लेकिन अमेरिका में विधायिका का कार्यपालिका के गठन में कोई भूमिका नहीं रहती है ! वहां राष्ट्र पति चार साल तक अपने पद पर बने रहते हैं ! बार बार चुनाव के खर्चे से अमेरिकी सरकार अपनी जनता को आर्थिक संकट में नहीं डालती है ! राष्ट्रपति की मृत्यु हो जाती है तो उप राष्ट्रपति को बाकी के पीरियड के लिए राष्ट्रपति बनाया जाता है ! यहाँ राष्ट्रपति अपनी कार्य पालिका जनता द्वारा चुने गए सदस्यों में से नहीं लेता है, तथा उन्हें मंत्री की जगह सेक्रेटरी कहा जाता है, जैसे डिफेन्स सेक्रेटरी, फौरेन सेक्रेटरी, होम सेक्रेटरी आदि । इसके अलावा वहां हर प्रदेश में अपने गवर्नर को वहां की जन्या चुनती है ! प्रदेश की शासन व्यवस्था
गवर्नर के इर्द गिर्द ही घूमती है ! केंद्र के पास रेल, विदेश, रक्षा, जहाजरानी केन्द्रीय जांच एजेंसीज हैं बाकी सारी शक्तियां प्रदेशीय सरकारके पास सुरक्षित हैं ! भारतीय संविधान में क़ानून बनाने की तीन सूचियाँ हैं, संघीय सूची, राज्य सूची और समवर्ती सूची ! संघीय सूची के अंतर्गत आने वाले विषयों पर केंद्र क़ानून बनाता है, राज्य सूची पर राज्य सरकारें और समवर्ती सूची पर केंद्र और राज्य सरकारें क़ानून बना सकती हैं ! राज्य सरकार द्वारा बने कानूनों पर केंद्र रोड़ा लगा सकती है या स्वयं क़ानून बनाकर राज्य सरकार के क़ानून को निरस्त कर सकती है ! हमारे संविधान में संघ (केंद्र) ज्यादा शक्तिशाली है ! इतिहास के पन्नों में अंग्रेजों से पहले केंद्र सरकार द्वारा की गयी गलतियों को सुधारने का प्रयत्न किया गया है ! विभिन्नताओं में एकता का प्रयास किया गया है !
अधिकार और कर्त्तव्य
संविधान ने तो बहुत से अधिकार जनता को दिए हैं, पर समय की आंधी ने सारे अधिकार सिमेट कर राजनेताओं की जेब के हवाले कर दिए हैं। पुलिस, सी बी ई, ई बी, राव, सी आई डी जैसी सुरक्षा एजेंसीज सरकार के आदेशों से ही काम करती है, इस तरह बहुत प्रभावशाली मंत्री, संतरी, नौकरशाह, बड़े बड़े बिजिनिस मैंन, बड़े घराने, इन एजेंसियों द्वारा की गयी पूछ ताछ से बच निकलते हैं और गरीब के गले घंटी कोई भी बाँध देता है ! समय समय पर सुप्रीम कोर्ट सरकार को हिलाती है उसे उसके कर्तव्यों के प्रति जगाती है ! यही कारण है की जनता तो कर्तव्यों के बोझ तले दबी पडी है और अधिकारों का पूरा फायदा वी वी आई पी, वी आई पी, नेता, क्लास वन अधिकारी और उनके परिवार के सदस्य उठाते हैं ! अमेरिका में पिछले राष्ट्रपति की नाबालिक लड़की बार में वीयर पीते पकड़ी गयी थी और यह जानते हुए भी की ये राष्ट्रपति की लड़की है उसे भी अन्य नागरिकों की तरह क़ानून तोड़ने का अफ़राधी माना गया ! भारत में किसी म्युनिसिपैलिटी के सदस्य के परिवार के किसी सदस्य को जुर्म करने पर पुलिस वाले एक दम हाथ नहीं डाल पाती है, अगर पुलिस ने अफ़राधी को पकड़ भी लिया तो एक फोन की घंटी बजते ही अफ़राधी छूट जाता है ! फिर संविधान सबके लिए बराबर कहाँ हुआ ! केंदीय मंत्री करोड़ों का घोटाला करने पर भी बेल पर बाहर घूम रहे हैं, एक क्लास फोर सौ पांच सौ की रिश्वत के लिए पांच सात सालों के लिए जेल की सलाखों में भेजा जाता है ! आरक्षण ने तो समानता के अधिकारों को और भी पीछे धकेल दिया है ! हाँ आज मीडिया वाले अपने समाचार पत्रों की सुर्ख़ियों में अपने अधिकारों का दिल खोल कर इस्तेमाल करते हैं ! संविधान ने बहुत कुछ दिया है लेकिन नेताओं ने अपने स्वार्थ के लिए जनता से सब वापिस ले लिया है ! एक वोट देने का अधिकार है लेकिन दुष्ट, भ्रष्टाचारी, अफ़राधी एमपी एम एल ए को वापिस बुलाने का अधिकार नहीं है ! अब देखो अन्ना हजारे जी का लोक पाल बिल क्या कुछ जनता के जख्मों पर मरहम लगा पाएगा, समय ही बताएगा !

Tuesday, November 22, 2011

क्या पाकिस्तान एक निकम्मा पड़ोसी है

हाँ पाकिस्तान एक ऐसा पड़ोसी है जो खुद तो शांती से जीना नहीं चाहता पर पड़ोसी भारत की शान्ति को भी भंग करने की कोशीश करता रहता है ! १४ अगस्त १९४७ को जैसे ही भारत से अलग पाकिस्तान एक नया देश अस्तित्व में आया, उसी दिन से इसके हुक्मरानों ने अपनी जनता की भलाई की जगह भारत के अन्दुरुनी मामलों में दखलंदाजी करनी शुरू करदी ! जिन्ना संयुक्त भारत का प्रधान मंत्री बनना चाहता था और अगर उसे प्रधान मंत्री बना दिया जाता तो शायद पाकिस्तान तो नहीं बनता लेकिन पूरा भारत का क्या होता, इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती ! देश की जनता उस समय के लौह पुरुष बल्लभ भाई पटेल को भारत का प्रथम प्रधान मंत्री देखना चाहती थी लेकिन बने जवाहर लाल नेहरू ! पाकिस्तान को भारतीय नेताओं ने बंटवारे में उसके हिस्से में जो कुछ आता था उसको तो दिया ही साथ ही पाकिस्तानी जनता के विकास कार्यों के लिए उसे पचास करोड़ रुपये और दे दिए गए ! पाकिस्तान ने इन्हीं पैसों से विदेशों से खतरनाक हथियार खरीदे और मुजाहिदीन बनकर पाकिस्तानी सेना ने काश्मीर पर अटैक कर दिया ! उस समय जम्मू काश्मीर के शासक थे महाराजा हरिसिंह ! ये एक दुर्भाग्य ही था की तब तक महाराजा हरिसिंह ने जम्मू काश्मीर को भारत में विलय करने के सहमती पत्र पर हस्ताक्षर नहीं किए थे । और इसी का फायदा उठाया पाकिस्तान ने ! जल्दी जल्दी में जम्मू और काश्मीर राज्य को भारतीय संघ में विलय की औपचारिका निभाई गयी ! भारतीय सेना को जनरल (उस समय वे मेंजर जनरल थे) के एस थिमैया के नेत्रित्व में काश्मीर भेजा गया ! उस समय तक पाकिस्तान काश्मीर के बहुत सारे इलाकों को विजित कर चुका था ! पाकिस्तान की सेना नए हथियारों से लैश थे, दूसरी तरफ भारत अपने घिसे पिटे हथियारों से ही लड़ रहे थे ! लेकिन ये भारतीय वीर, वफादार और देश भक्त सैनिक थे ! जल्दी ही पाकिस्तानी सेना को हर मोर्चे पर मात खानी पडी वे पीछे हटते गए और हमारे सैनिक पोस्टों पर पोस्ट वापिस लेते रहे ! जब जीतने के लिए केवल तीसरा हिस्सा बाकी रह गया तो उसी समय दिल्ली से जनरल साहेब को सीज फायर करने का आदेश मिला ! आदेश की तामील की गयी ! और तभी से पाकिस्तान काश्मीर के साथ साथ सीमाओं पर अपने किराए के सैनिकों द्वारा दैशत फैलाता रहा है ! आमने सामने की लड़ाई में तो वह कभी भारत का सामना नहीं कर पाया, १९६५, १९७१, १९९९ (कारगिल वार) में बुरी तरह परास्त होने के वावजूद वह अपने शैतानी कारनामों से बाज नहीं आ रहा है ! वैसे आजादी के बाद पाकिस्तान को फ़ौजी हुकमरानों ने अपने लोहे के पंजों से दबाए रखा ! उनकी गुप्त सुरक्षा एजेंसी आई एस आई सरकार पर भारी पड रही है ! आई एस आई आतंकवादियों को बढ़ावा दे रही है ! पाकिस्तान के गली कुचों में आतंकवादियों को परिशिक्षित किया जा रहा है ! भारत के महा नगरों में जाकर बम धमाके कराके दहशत फैलाते हैं ! पाकिस्तान का विकास तो हो नहीं रहा है उलटा भारत के विकास कार्यों में भी रुकावटें खडी कर रहा है ! सही बात तो यह है की पाकिस्तान का अपना कुछ भी नहीं है ! धन अमेरिका का, शासन व्यवस्था फौजियों के हाथ में ! हथियार अम्युनिशन सब आतंकियों के हाथ में है ! जनता बेचारी, बेकारी, मंहगाई, बीमारी, भ्रष्टाचार, रिश्वत खोरी से तंग है, नेता भारत की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ा रहे हैं आतंकी उन हाथों को ही काट रहे हैं ! दिल्ली, मुम्बई में ह्त्या काण्ड करवा के अब आतंकी पाकिस्तान में ही दैशत गर्दी फैला रहे हैं ! निर्दोष वहां भी मारे जा रहे हैं ! पाकिस्तान द्वारा पोषित आतंकी अब पाकिस्तान के लिए भश्मासूर बन गए हैं !
भश्मासुर नाम का एक बहुत भयानक, दुर्दांत शैतान राक्षस था, उसने अमर होने के लिए शिव भगवान् की अस्तुति की ! भगवान शिव जल्दी ही प्रशन्न हो जाते हैं, उन्होंने उसे वर माँगने को कहा, उसने माँगा "मेरे आराध्य देव अगर आप सच मुच में मेरे ऊपर प्रशन्न हैं तो, मुझे ऐसी अमोघ शक्ती दो की मैं जिसके सर पर हाथ रख दूँ वह जल कर राख हो जाए !" भगवान् आशुतोष ने तथास्त कह दिया ! वरदान का फल जानने के लिए उसने अपना हाथ शंकर जी के सर पर ही रखना चाहा ! यह देख कर शंकर भगवान को अन्तर्धान हो कर जान बचानी पडी ! आज यही दशा पाकिस्तान की भी है, आतंकवादी अब अपने पालन पोषण करने वालों पर ही अपना निशाना शाध रहे है !
इस तरह न पाकिस्तान सुख शांति से रह रहा है न पड़ोसी को शांती की सांस लेने दे रहा है !

Friday, November 18, 2011

जन्म दिन १८/११/२०११

आज शुक्रवार है ! रोमन मैथोलोजी में शुक्रवार को वेनस (सुन्दरता की देवी) कहते हैं ! अगर हम १८+११+२०११ का जोड़ करें तो १५ आत़ा है यानी १ +५ = ६ यानी ६ नंबर वेनस कहा जाता है। वैसे भी आज मांगशीर्ष की कृष्ण पक्ष की अष्टमी है ! मेरा जन्म की तारीख १८/११/१९३५ है ! इनका जोड़ २९ है यानी २+९ +११ + २ ! दो चंद्रमा का अंक है ! आज मैं ७६ साल पूरे करके ७७ वें में प्रवेश कर गया हूँ ! स्वस्थ हूँ ! हनुमान जी का भक्त हूँ ! उनकी कृपा सदा बनी रहती है ! २८ साल सेना में सेवा की १९६५, १९७१, की लड़ाइयों में भाग लिया ! काश्मीर, लेह लद्दाक कारगिल की पहाड़ियों से लेकर, नेफा, अरुणाचल, मीजोराम की पहाड़ियों में सेवा का आनंद उठाया ! कही बार दुर्गम घाटियों से भी रास्ता बनाना पड़ा लेकिन हनुमान जी का नाम गले में लटकता रहता था, परेशानियां आई लेकिन जल्दी ही चली गयी ! हाँ ये हनुमान जी की ही अनुकम्पा थी की उन्होंने मुझे योगासन से परिचय करवाया और आज भी मैं ३० सालों से नियम पूर्वक योगासन करता आ रहा हूँ ! अभी तक उम्र का बोझ कहीं महसूस नहीं हो रहा है ! फिर मेरा परिवार, मेरी पत्नी, लडके, बहुएं, लड़की, पोते पोतियाँ मेरा विशेष ध्यान रखते हैं, ये सब उस प्रभु की मेहर है ! २००३ से लेकर आज तक केवल २००४, २००५ का जन्म दिन मैंने अपने निवास स्थान दिल्ली में मनाया बाकी सारे जन्म दिन यहाँ अमेरिका में मनाता आ रहा हूँ। मेरे साथियों रिश्तेदारों भाइयों और पड़ोसियों की शुभ कामनाएं भी सामिल हैं मेरे अच्छे स्वास्थ्य के लिए ! क्या आप लोग भी योग के रहस्यों पर विश्वास करते हैं ? शुभ कामनाओं के साथ !

Thursday, November 17, 2011

खबरें आज तक

राहुल गांधी आजकल य़ू पी की यात्रा पर हैं ! ये कांग्रेस के प्यारे राज कुमार कांग्रेस के भविष्य, उत्तर प्रदेश वाले गरीब लोग जो महाराष्ट्र (मुम्बई) जाकर मेहनत करते हैं और अपनी आजीविका चलाते हैं, उनको राहुल कहता है "आप यूं पी के लोग महाराष्ट्र जाकर कब तक भीख मांगोगे "। कितना गलत बोला है ! मेहनत की कमाई को ये सर फिरा भीख मांगना बोलता है ! इसे पहले अपनी भाषा सिखानी होगी ! इस बेचारे की भी कोई गलती नहीं है, इसका गुरु घंटाल है सिरफिरा दिग्विजय सिंह। आज कल पी चिदंबरम देश के गृह मंत्री नक्षल समस्या से जूझने वाले प्रदेशों की यात्रा पर हैं ! देखो उनके दिमाग में क्या पल रहा है ! वैसे उनके जाने के एक दिन पहले छत्तीसगढ़ की पुलिस ने मुस्तैदी दिख लाते हुए, नक्षलवादी इलाकों में छापा मार कर काफी मात्रा में हथियार और अम्युनिशन पकड़ा है !
अमिताभ बच्चन के घर पोती का जन्म हुआ है, मुंबई में बुधवार सुबह के साढ़े सात बजे, १६ नवम्बर को ! पूरा परिवार खुशी मना रहा है साथ ही उनके चाहने वालों की बहुत भारी भीड़ उनके घर के बाहर बधाई देने खडी है !
भारत ने अग्नि मिसायल सफल परीक्षण करके अब भारत ३५०० किलो मीटर तक के रेंज तक मियायाल्स का इस्तेमाल अपनी सीमाओं की रक्षा करने के लिए कर सकता है ।
क्रिकेट - दूसरा टेस्ट मैच वेस्ट वेस्ट इंडीज को एक पारी और १५ रनों से हरा कर भारत ने ३ मैचों की सीरीज तो जीत ली है ! भारत ने पहले बैटिंग की और ६३१ रन बनाकर ७ विकेट खोकर पारी समाप्ति की घोषणा कर दी थी । लाक्स्मन को मन आफ दी मैच का खिताब मिला उसने १७८ रन बनाए और नाबाद रहे ! राहुल ने ११९ और धोनी ने १४४ रन बनाए ! जबाब में वेस्ट इंडीज ने पहली पारी में केवल १५३ रन बनाए और दूसरी पारी ४६३ रनों पर सीमिट गयी ! भारत के लिए उमेश यादव ने ७ विकेटें ली, ओझ़ा ने ६, अश्विन ने ४ ईश कुमार ने २ विकेटें ली ! वेस्ट इंडीज की तरफ से बर्थ ने ६२, और ब्रावो ने १३६ रन बनाए ! तीसरे मैच का इन्तजार करें.

Friday, November 11, 2011

आज तक की खबर

वेस्ट इंडीज के साथ पहला टेस्ट मैच चार दिन में ही समाप्त हो गया । पहला दिन तो वेस्ट इंडीज का रहा, वेस्ट इंडीज के ५ विकेट गिरे और २५६ रन बने अगले दिन उनकी पारी ५ विकेट गिर कर ३०४ पर सीमिट गयी तो भारत ने भी उसी दिन अपने दशों विकेट गँवा कर कुल २०९ रन बनाए ! शाम होने तक दूसरे दिन ही दो विकेटें वेस्ट इंडीज की भी गिर चुकी थी ! इस तरह दूसरे दिन पूरे १७ विकटें गिरी ! तीसरे दिन वेस्ट इंडीज की ८ विकेटें गिरी और उनकी पूरी पारी १८० पर समाप्त हो गयी थी ! भारत ने अपना खाता खोला और दो विकेट अपनी भी गँवा दी ! चौथे दिन उम्मीद जताई जा रही थी की सचीन की १०० वीं सेंचुरी पूरी हो जाएगी लेकिन अरमान पूरे नहीं हो पाए, वे केवल ७६ रन बनाकर पैविलियन लौट आए ! लक्षमण ने ५८ रन बनाए, द्राविड ३१ पर आउट हुए ! दूसरी पारी में अश्विन ने ६ विकेट ली ! धोनी नोट
आउट रहे जीरो पर ! आज कल आस्ट्रेलिया साउथ अफ्रीका के दौरे पर है ! अफ्रीका ने पहला टेस्ट मैच ८ वेकेट से जीता ! आस्ट्रेलिया ने पहली पारी में २८४ रन बनाए थे लेकिन दूसरी पारी में मात्र ४७ रन बनाकर सारे खिलाड़ी पैवेलियन चले गए ! साऊथ अफ्रिका की पहली पारी ९६ रनों पर सीमिट गयी थी लेकिन दूसरी पारी में इन्होने अपनी इज्जत बचाली और २३६ पर दो विकेट गँवा कर आस्ट्रलिया के ऊपर ८ विकेट की जीत दर्जकर ली !
अन्ना हजारे ने केंद्र सरकार को फिर चेतावनी दे दी है की अगर जन लोक पाल बिल शरद कालीन शत्र में नहीं पास किया गया तो वे फिर अनशन पर बैठ जाएंगे ! उधर उनके इस चेतावनी से कांग्रेस की राजमाता नाराज हो गयी और उनहोंने साफ़ शब्दों में कह दिया की भ्रष्टाचार इतनी आसानी से ख़त्म नहीं किया जा सकता है ! वैसे भी आंकड़े बताते हैं की वे इस साल बहुत सारी विदेश यात्रा कर चुकी हैं ! कितना खर्चा आया सरकार खामोश है !
यहाँ तक सुनने में आया है की मन मोहनसिंह जी शायद ही अगले वजट तक कुर्सी बचा पाएंगे, सोनिया जी राहुल की ताज पोशी का इंतजाम में जुट गयी हैं, खबर इण्डिया ने खबर दी है !
स्वामी अग्निवेश बिग बॉस के रियल्टी शो में दो दिन रहकर बदले बदले लग रहे थे ! आते ही उनहोंने ऐलान किया की वे अन्ना हजारे से हाथ जोड़ कर कहेंगे की अगर उनहोंने कोइ गलती की है तो उन्हें माफ़ कर दें ! जब उनसे पूछा गया की क्या वे फिर से अन्ना जी की टीम में मिलना चाहेंगे तो उनहोंने कहा की वे कभी टीम से अलग हुए ही नहीं है ! उनका कहना है की अब वे सारी शक्तियों को इकट्ठा करके अन्ना जी के आन्दोलन को ब्यापक बनाना चाहते हैं !
इटली की आर्थिक हालत बद से बदतर हो गयी है और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चिता जताई जा रही है की अगर इटली की अर्थ व्यवस्था जल्दी नहीं सुधरी तो इसका असर भारत की अर्थ व्यवस्था पर भी पड सकता है ! आज का बस इतना ही

Monday, November 7, 2011

सता का सुख

केंद्र सरकार के तमाम मंत्री अधिकारी भ्रष्टाचार के दलदल में फंसे पड़े हैं ! अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई तो प्रधान मंत्री और सारे भारी भरकम नेताओं की नींद खराब हो गयी ! कितनी रिश्वत खाई कितना जनता का पैसा अपनी जायजाद बनाने में लगाया ! कितने किसानों की जमीन विकास के नाम पर जबरदस्ती छीन कर बिल्डरों को मंहगे दामो पर बेचकर स्वयं तो अरबपति-करोडपति बन गए लेकिन
किसानों को आत्म ह्त्या करने के लिए मजबूर कर दिया ! कांग्रेस ने अपने अध्यक्ष को राजमाता का दर्जा दे दिया ! भाजपा के वरिष्ट अडवानी देश की रथ यात्रा पर हैं ! वे अपने उत्तराधिकारी को राजनीति की पाठशाला में उतार चुके हैं ! दूसरी तरफ मुलायमसिंह यादव ने भी अपनी पार्टी की बागडोर अपने बेटे को सौंप दी है ! श्री श्री रविशंकर भी भ्रष्टाचार के खिलाफ मैदान में कूद पड़े हैं तो दिगविजय सिंह को काले छींटे काटने लगे हैं ! क्योंकि जितने भी समाज की जानी मानी हस्तियाँ भ्रष्टाचार के खिलाफ मैदान में उतरेंगी उतना ही कांग्रेस को नुकशान होगा ! कालेधन की जमा खोरी के खिलाफ स्वामी राम देव के साथ अनशन कर रहे शांती प्रिय लोगों पर आधी रात को पुलिस ने लाठी चार्ज किया उसके घाव अभी ताजे ताजे हैं ! अब स्वामी जी जनता को जगाएंगे कांग्रेस के काले कारनामो को उजागर करेंगे ! अगले साल पांच राज्यों में चुनाव होने जा रहे हैं, अब सारे भ्रष्टाचार के खिलाफ आन्दोलन करने वाले एक साथ मिलकर कांग्रेस पर हमला बोले और काबिल, इमानदार, जनता के वफादार लोगों को विधान सभा में लाएं, केंद्र को मजबूर कर दें की मौजूदा सरकार को संसद भंग करके दुबारा चुनाव करना पड़े ! कांग्रेस ने अन्ना हजारे के कोर कमेटी के सदस्यों पर ही कीचड उछालना शुरू कर दिया ! दुष्प्रचार करने की जिम्मेवारी दी गयी, दिग्विजयसिंह को ! दिग्गी राजा कही सालों से बिना पोर्ट फोलियो के भटक रहा है, इसलिए अपना गुस्सा कभी अन्ना हजारे पर, कभी स्वामी रामदेव या फिर श्री श्री रविशंकर जी पर उतार रहा है ! वैसे उसकी आवाज इतनी सस्ती हो चुकी है की लोग अब उसकी बेसिर पैर बातों पर विशेष ध्यान नहीं दे रहे हैं ! कल से यानी रविवार सितम्बर से वेस्ट इंडीज के साथ क्रिकेट मैच शुरू हो चुका है ! वेस्ट इंडीज ने पहली पारी में ३०४ रन बनाए जिसमें अकेले ११८ रन चंदपाल के थे! भारत की पूरी टीम मात्र २०९ रन बनकर सीमित गयी ! दूसरे दिन १७ विकेटें गिरी ! ७ वेस्ट इंडीज की और १० भारत की । तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक वेस्ट इंडीज की दूसरी पारी १८० रनों पर सीमित गयी और भारत २ विकेट खोकर १५२ रन बना चुका था ! गौतम गंभीर ने २२ रन बनाए और सहवाग ५५ रन बनकर पैविलियन जा चुके थे ! अभी दो दिन बाकी हैं और इंडिया को जीत के लिए १२४ रनों की जरूरत है और उसके ८ विकेट बाकी हैं ! क्रीज पर सचीन ३३ रन और द्राविड ३० रन पर खेल रहे हैं ( सचीन के टेस्ट मैचों में १५ हजार रन पूरे होचुके हैं ! बाकी अगले पेज में !

Sunday, October 30, 2011

जहां मौसम भी ताना साह बन जाता है

हाँ यहाँ अमेरिका में मौसम अपनी दादागिरी दिखाता रहता है ! अभी तो अक्टूबर समाप्त भी नहीं हुआ था और शनिवार का दिन २९ अक्टूबर सुबह हलके बादल ! फिर धीरे धीरे बादलों की बड़ी सेना दल बल सहित सारे नील गगन को आच्छादित कर गयी ! पहले हल्की हवाएं चली फिर हल्की बुँदे और फिर बर्फ पड़ने लगी ! यहाँ शनिवार और रविवार की छुट्टी होती है इसलिए हिन्दुस्तानी लोग बच्चों का जन्म दिन या त्यौहार मिलकर शनिवार और रविवार को ही मनाते हैं ! तो इस साल भी २६ अक्टूबर का त्यौहार बहुत सारे साथियों ने एक स्थान में इकट्ठे मनाने का प्रोग्राम बनाया २६ अक्टूबर को ही मेरे पोते आत्रेय का जन्म दिन भी था ! सारे भारतीयों ने २९ तारीख को यह त्यौहार उद्धवीर सिंह के घर पर मनाया ! उसी दिन मौसम की पहली बर्फ गिरी ! सर्दी काफी बढ़ गयी ! हमारी टमाटर और लौकी की बेल सूखने लगी है ! अगले दिन यानी ३० को आसमान बिलकुल साफ़ था लेंकिन ठंडी हवाएं चल रही थी और मखमली हरी घास के ऊपर बर्फ जमी पडी थे ! हम, मैं और मेरी पत्नी जयंती देवी सुबह सबेरे पूर्व की लालिमा से पहले ही उठने वालों में से हैं ! चाहे मौसूम कोई भी रंग बदल दे हमारा रूटीन बना रहता
है ! जिस दिन बारीश होती है हम बाहर घूमने नहीं जा पाते ! आज यानी ३१ अक्टूबर को जब सुबह उठे बाहर हरी घास के ऊपर ऐसा लग रहा था की सफ़ेद चद्दर बिछा रखी हो ! पाला पड़ने लग गया है ! हरे पेड़ पौधे रंगीन बनाने लगे हैं ! पाती लाल गुलाबी हो गए हैं फिर पीले पड़ जाएंगे और फिर सुख कर हवा के झोंखों में दूर चले जाएंगे !
कबीर दास जी का यह दोहा याद आ जाता है - "पता टूटा डाल से पवन गयी उडाय, अबके बिछुड़े कब मिले दूर पड़े हैं जाय ! आज भी १२ बजे के बाद मौसम ने अपना नया रंग दिखा दिया है, आसमान बादलों से ढक गया है ठंडी हवाएं चलने लगी हैं ! इस साल अगस्त के आखीर में अटलांटिक महासागर में तूफानी लहरों ने जन जीवन को काफी प्रभावित कर दिया था, और उसके बाद मौसम में ऐसा बदलाव आया की कभी कभी तो पूरे हफ्ते ही सूर्य भगवान के दर्शन ही नहीं होते ! एक दिन अगर आसमान साफ़ है तो अगले पांच दिनों तक मौसम फिर खराब हो जाएगा ! सर्दी अमेरिका (न्यूयार्क, लौंग ऐलैंड, म्यल विल ) में शुरू हो चुकी है !

Thursday, October 27, 2011

ज़रा इधर भी नजर डालिए

आजकल दिग्विजय सिंह हर किसी पर कीचड उछालने पर लगे हैं ! उन्होंने अन्ना हजारे जी, स्वामी राम देव जी के बारे में जो कुछ कहना था वह सब उनहोंने कहा, उनकी भाषा और शब्दों की की कडुवाहट साफ़ बता रही थी की वे एक घायल भेडिए की तरह छटपटा रहे हैं, उस भेडिए की तरह जिसकी दोनों टाँगे टूटी पडी हैं, और गीदड़ आकर उनके मुंह से उनका शिकार छीन कर खा गया हो और वे अपनी टूटी टांगों को घिसटते घिसटते उस गीदड़ को पकड़ने की चेष्टा कर रहे हों ! अब तो दिग्विजयसिंह ने श्री श्री रविशंकर जी पर आरोप लगाना शुरू कर दिया है ! गीदड़ की जब मौत आती है वह शहर की और भागता है ताकी गली के कुते उसकी चटनी बना डालते हैं !
कौन बनेगा करोड़ पति से पहली बार मोतिहारी जिला बिहार के सुशील कुमार बल्द अमरनाथ प्रशाद ने पांच करोड़ रुपये जीत कर "करोड़ पति बन गया है " ! पिता को यकीन नहीं हो रहा वहीं माँ रजु देवी अपने पांच बेटों के लिए मकान बनाने का स्वप्न देख रही है ! इस समय १२ सदस्यों के परिवार के साथ सुशील कुमार एक टूटे फूटे खपरैल वाले मकान में रहते हैं ! जब भी वारीष आती है सारी वारीष अंदर आजाती है ! इस गरीबी में पालने वाला सुशील कुमार आज पांच करोड़ का करोडपति बन गया है ! धूल से ऊपर उठ कर करोडपति बन गया है और वहीं दूसरी तरफ ए राजा , कनमौझी, कर्नाटक के पूर्व मुख्या मंत्री और उनकी कैविनेट के तीन मंत्री, कलमाडी कल तक अरबों के मालिक आज जेल के सिंकजों के पीछे अपने भ्रष्टाचारी कर्मों के बोझ के तले आंसू बहा रहे हैं ! ऊपर वाला महान है ! सच्चाई से कमाया हुआ पैसा सुख देता है आनंद देता है, ईश्वर के नजदीक लाता है, भ्रष्टाचार, घूस रिश्वत खोरी, लूट बेईमानी से कमाया हुआ पैसा, जेल खाने में नहीं तो नरक के अँधेरे, धधकती हुई अग्नि के कुंड में ले जाता है !
क्रिकेट
अब जरा क्रिकेट की बात कर लेते हैं ! अभी हाल ही में हमारी क्रिकेट टीम इंग्लैड गयी थी हीरो बन कर और लौटी
जीरो बनकर ! टी २०, वन डे और टेस्ट मैचों में इंगलैंड ने इनकी हालत बहुत पतली कर दी थी ! हार कर आये पर चोट खाए शेर की तरह आए ! और यहाँ पांच वन डे मैचों में इंगलैंड को ऐसा नाच नचाया की वे कही सालों तक भूल नहीं पाएंगे ! पहला मैच इंडिया १२६ रनों से जीता, दूसरा ८ विकेट से, टीसता मैच ५ विकेट से, चौथा से ६ विकेट से और पांचवां ९५ रन से जीत दर्ज की गयी ! पटेल ने पाँचों मैचों में कुल ८२ रन बनाए, रहाने ने १८२ रन बनाए - सबसे बड़ा स्कोर ९१ रनों का था, गंभीर ने २१३ रन बनाए (३२+८४+५८+१+३८), वी कोहली ने २७०, (३७+११२(नावाद),+३५+८६ ! रैना - १८९ (६१+८०+३८ (दो मैच नहीं खेला) !धोनी - २१२ (८७+३५+१५+७५ एक मैच नहीं खेला और किसी मैच में भी आउट नहीं हुआ - एक नया रिकार्ड) ! जदेदा ७४ रन और ११ विकेट, असविन १५ रन और १० विकेट पी कुमार - १७ रन और ४ विकेट, यादव ४ विकेट, अरोंन ४ विकेट, विनय कुमार ५ विकेट !
अब २९ को एक टी २० का मैच है - देखते हैं उसमें भी कोई करिश्मा हो जाय !

Thursday, October 20, 2011

फिर क्रिकेट के मैदान से

भारत इंग्लैण्ड में बुरी तरह हार कर आया ! इंग्लैण्ड को भारतीय क्रिकेट टीम ने भारत बुलाया ! १४ फरवरी को पहला वन डे टेस्ट मैच हैदराबाद में खेला गया ! भारत ने पहले बैटिंग की और ३०० रन बनाकर इंग्लैण्ड को ३०१ रन बनाने का चैलेन्ग किया ! इस मैच में सबसे ज्यादा रन बनाने वाला धोनी था उसने ८७ रन बनाए और आउट नहीं हुआ ! ६१ रन रैना ने बनाए २ छके और ५ चौकों की सहायता से ! कोहली ३७, गंभीर ३२ और रविन्द्र जदेदा ने २७ रनों का योग दान दिया ! यक्षटरा ३३ थे ! जबाब में इंग्लैण्ड की पूरी टीम १७४ पर सिमीट गयी । कूक ने ६० बनाए, ट्रोट ने २६ बाकी सब १९ के नीचे ही रहे ! असवनी और जडेजा ने ३ - ३ विकटें ली और यादव ने २ विकटें ली ! भारत १२६ रनों से जीता !
दूसरा वन डे मैच दिल्ली में १७ अक्टूबर को खेला गया ! इसमें पहले इंग्लैण्ड ने खेला और पूरी टीम २३७ रनों पर सीमिट गयी ! पीटरसन ४६, बोपारा ३६ पटेल ४२ और जम ३५ रन बना पाए ! भारत ने यह मैच विकेट से जीता !
भारत की तरफ से कोहली ने ११२, गौतम ने ८४ (दोनों नाबाद रहे) यह मैच ८ विकेट से जीता। तीसरा मैच मोहाली (चंडीगढ़) में खेला गया । इसमें इंग्लैण्ड बड़ा दम खम से खेला और उसने ४ विकेट गँवा कर २९८ रन बनाए । इसमें सबसे बड़ा स्कोर ट्रोट का ९८ (नाबाद), पीटरसन ६४ और पटेल ७० (४३ बौल्स) का रहा । भारत की तरफ से ए एम
रेहाने ९१, पटेल ३८, गंभीर ५८, कोहली और धोनी ३५, ३५ (धोनी नाबाद) रविन्द्र जडेजा २६ (नाबाद), ३०० रन बनाकर मैच ५ विकेट से जीता ! वैसे सीरिज तो भारत ने जीत ली तथा रैकिंग में भी इंग्लैण्ड से ऊपर के पायदान खिसक गए लेकिन दो मई और हैं ५ - ० की जीत इंगलैंड को एक जोर का झटका हलके से लगेगा ।

Thursday, October 6, 2011

विजयादशमी 2011

आज ६ अक्टूबर है और यहाँ अमेरिका में शाम के ५ बज कर ३० मिनिट हो गए हैं ! भारत में इस समय रात के ३ बजे होंगे और तारीख ७ हो गयी होगी ! वहां रावण कुम्भकरण और मेघनाथ के पुतले जले होंगे ! रामलीला ग्राउंड में बहुत बड़ा समारोह हुआ होगा ! उस समारोह में केन्द्रीय सरकार के बड़े भरकम मंत्री, प्रधान मंत्री, सारे नौकरशाह वहां उस रावण दहन देखने गए होंगे, असुरों पर सुरों की विजय का, झूठों पर सत्य की विजय, दुष्टों पर संतों की विजय का नजारा देखा होगा और अत्याचारी, पापाचारी, शैतान, लुटेरा, सीता हरण करने वाले असुरों का सम्राट लंका पति रावण के दहन के समय का फटते हुए, पटाके और उठती हुई भंयकर आग की लपटों में जलता हुआ भरष्टाचार, को खुली आँखों से देखा होगा ! उसमें केंद्र सरकार का गृहमंत्री जिसने उसी रामलीला मैदान में चंद महीनों पहिले निहत्ये , शान्ति प्रिय जनता, संतों, नारियों पर रात को सोते हुए पुलिस द्वारा डंडे बरसाए थे ! इस नज़ारे को देखते हुए उसे अपने किये कर्मों पर पश्चाताप तो जरूर हुआ होगा ! जिनका अरबों का पैसा देश की गरीब जनता के खून पशीने की कमाई बेनामी विदेशी बैंकों में जमा है, जो भ्रष्टाचार के दल दल में फंसे पड़े हैं और जो उनको बचाने की कोशीश कर रहे हैं उन शैतानों का जिस्म उस धधकती हुई अग्नि से जली नहीं होगी, जरूर जली होगी लेकिन उन्हें तो अभी और पाप करने हैं और जब पाप का घड़ा भर जाएगा, ये उस घड़े को सिर में रखकर नरक के कुण्ड में गिर जाएंगे ! जाए विजयादशमी के दिन रावण को बचाने कोइ नहीं आया उसी तरह आज के पापिओं को भी बचाने कोइ नहीं आएगा और ये अपने पापों की अग्नि में जल जाएंगे ! यही शिक्षा मिलती है विजयदशमी के दिन रावण के पुतले को जलाने से !
यहाँ भी बहुत बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग हैं और वे भी यहाँ इस त्यौहार को बड़ी धूम धाम से मनाते हैं ! जय श्री राम !!

Sunday, October 2, 2011

खबरों के जंगल में

अभी हाल ही में अमेरिका की विदेश सचिव श्रीमती हिलारी क्लींटन ने पाकिस्तान के हुक्मरामो को सचेत किया है की जंगली आदमखोर जानवर को अपने मकान के पिछवाड़े में पालोगे इस उम्मीद के साथ की वह हमेशा पड़ोसी को मार कर खाएगा, तो ये उनकी गलत सोच है ! जंगली आदमखोर तो जंगली है और अपने पालने वाले के ऊपर भी अटैक कर देता है ! इसका जैका पाकिस्तान कही बार चख भी चुका है, लेकिन अपनी गंदी हरकतों से वो बाज नहीं आ रहा है ! मिसेज क्लींटन का इशारा पाकिस्तानी आई एस आई द्वारा पोषित आतंकवादियों से है जिन्हें पाकिस्तान पाल पोश रहा है भारत को परेशान करने के लिए !अमेरिकन द्वारा दिए गए खैरात के धन से ! अमेरिका ही उन्हें धन दे रहा ताकी उसकी जनता भूखों न मरे, हथियार दे रही है आतंकवादियों को ख़त्म करने के लिए, लेकिन पाकिस्तान क्या कर रहा है उसी धन से ओसामा विन लादिन जैसे खूंखार अमेरिका के दुश्मन को शरण दे रहा है उन्हें सुरक्षा दे रहा है ! अमेरिका सब जानते हुए भी की अफगानिस्तान में अमेरिकन सैनिक पाकिस्तान के आई एस आई की सह पर मारे जा रहे हैं फिर भी उन्हें बड़ी राशी अनुदान में दे रहा है ! वह उस धन से परमाणु शक्ती में इजाद कर रहा, संयुक्त राष्ट्र के नियमों का खुले आम उलंघन कर रहा है ! अब समय आ गया है की अमेरिका को पाकिस्तान को मदद देना बंद कर देनी चाहिए और उस पर आतंकवादी तगमा लगा कर प्रतिबन्ध लगा देना चाहिए !
पी चिदंबरम गृह मंत्री
२ जी घोटाला में पी चिदंबरम का नाम आने से कांग्रेसियों में हल चल मच गयी ! नौबत यहाँ तक आगई की गृह मंत्री को त्याग पत्र देकर तिहाड़ की हवा भी कहानी पद सकती थी ! मंत्री मंडल में कांग्रेसियों के होश गुम हो गए ! भाजपा को एक और हथियार मिल गया सरकार पर प्रहार करने के लिए ! सोनिया जी अभी अभी अमेरिका से अपना इलाज करके आई हैं (उन्होंने भारतीय डाक्टरों पर विश्वास नहीं किया और इलाज के लिए विदेश गयी), आनन् फानन में सभी कांग्रेसियों को आदेश हुआ की सब चिदंबरम की सहायता में खड़े हो जांय ! प्रधान मंत्री, वित् मंत्री भी भागते भागते विदेशों से गृह मंत्री का बचाव करने दिल्ली पहुंचे ! एक बार फिर भ्रष्ट ने भ्रष्ट को बचा किया !
योजना आयोग के उपाध्यक्ष माँटेक सिंह ने गरीबी रेखा के बारे में यह कह कर सब को चौंका दिया की जिस आदमी की रोज की इनकम ३२ रूपये या इससे कम है वही गरीबी रेखा से नीचे रखा जाएगा और गरीबी रेखा से नीचे वालों को सरकार जो मदद दे रही है उसका हकदार होगा ! कोई इन महाशय से पूछे की इस मंहगाई में ३२ रूपये में क्या आता है ? इनकी खुद की रोज लाखों की इनकम है फिर गरीब इंसान नहीं हैं क्या ? अभी और भी है देखते
रहिये !

Monday, September 26, 2011

ताजी खबरें

२४ सितम्बर को भारत के प्रधान मंत्री अमेरिका में आए, न्यू योर्क में सयुंक्त राष्ट्र मुख्य लय में आकर विश्व के तमाम
राष्ट्राध्यक्षों के सामने बहुत बड़ी बड़ी बातें की ! प्रधान मंत्री ने तो तमाम उन देशों के राष्ट्राध्यक्षों को जो आर्थिक संकट से जूझ रहें आर्थिक मदद देने की भी पेश कश कर दी है ! साथ ही अपनी अर्थ व्यवस्था को विश्व में चीन के बाद का नम्बर दो बताया है ! श्रीमान प्रधान मंत्री जी ने अपनी देश के कालेधन को जो देश में है नहीं को सामिल करके अपने को संपन बतलाया है ! साथ ही देश में जितना धन भ्रष्टाचारियों ने अपनी तिजोरियों में जमा किया हुआ है, वह धन भी मन मोहन जी ने प्रत्येक व्यक्ति में बाँट कर राष्ट्रीय आय के स्टार को ऊंचा करके दिखा दिया है ! प्रधान मंत्री जी पहले अपने घर की हालत का सही आकलन तो कर लिया होता ! देश में एक तरफ लाखों लोग अरबों के मालिक हैं तो दूसरी तरफ करोड़ों गरीबी लाइन से बहुत नीचे हैं किसानों की जमीने खरीद कर बिल्डरों को दी जा रही हैं और हजारों को बेघर करके वोट बैक की राजनीति की जा रही है ! रिकार्ड के मुताबिक़ आज के दिन भारत में पर व्यक्ति की आय का सही आकलन अगर कर दिया जाय तो केवल ३२/- पर व्यक्ति पर दिन पड़ता है ! अब बताओ जिस देश के करोड़ों गरीबों के बच्चे एक टाईम का भी खाना नहीं खा सके उनकी सरकार अरबों दूसरे देशों को खैरात बांटे केवल अपनी नाक ऊंची रखने के लिए ये कहाँ का न्याय है ?
ये सरकार तो आतंकवाद पर काबू पाने में समर्थ है भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा पा रही है ! कमाल तो तब हुआ जब इनके मंत्री मंडल का सबसे योग्य बुद्धीमान, इमानदार गृह मंत्री की इमानदारी पर भी गहरा दाग लग गया और सोनिया गांधी, र्राहुल गांधी समेत सारे कांग्रेसी उसे बचाने के लिए लाम बन्ध हो गए ! खुद अपने को पाक साक बताने वाले मन मोहन सिंह जी भी उसे बचाने की जुगत में लग गए हैं ! प्रधान मंत्री जी कहीं ऐसा हो की चिदम्बर को बचाते बचाते खुद जी मुसीबत में जाओ ! भ्रष्टाचार तो कानूनी अपराध है लेकिन भ्रष्टाचारी को बचाना उससे भी बड़ा अपराध है !
हाल ही में सोनिया जी को अपने इलाज के लिए विदेश (अमेरिका) जाना पड़ा ! बीमारी क्या थी इसका अभी तक खुलासा नहीं हुआ है ! मिडिया में यह खबर जोरों पर है की सोनिया जी को इंडियन डाक्टरों पर विशवास नहीं था इसलिए वे विदेश गयी थी इलाज करने के लिए !
दिल्ली में एक हादसा हुआ जहां एक पुलिस कर्मी ने पुलिस वर्दी में एक ड्राई फ्रूट्स के व्यापारी की गोली मार कर ह्त्या कर दी और उसके ८०,०० रूपये और सोने की कीमती चेन लेकर भागने लगा, लेकिन मौके पर दूसरे पुलिस कर्मी ने उसे पकड़ लिया ! आज की खबरें ख़त्म हुई !

Thursday, September 22, 2011

अमेरिका में

इस साल मैं अपनी पत्नी के साथ जौलाय के महीने में यहाँ अमेरिका गया था ! यहाँ का मौसम ठीक था ! दिल्ली से गर्मी के तपते हुए माहोल से हम यहाँ आए ! ज्यादा ठण्ड ज्यादा गर्मी ! लेकिन समुद्र की नजदीकी होने के कारण यहाँ अचानक मौसम में तबदीली होती रहती है ! अभी ठंडी ठंडी हवाएं चलती रहेंगी की अचानक हवाएं बंद हो जाएगी और उमस सी होने लगेगी ! फिर आसमान बादलों से ढक जाएगा हल्की हल्की बुँदे गिरने लगेंगी, और कभी जोर की वारीश जाएगी ! अगस्त के महीने में हरिकेन (समुद्री तूफ़ान) ने सारे अमेरिका को हिला दिया ! न्यू यार्क ((मैनहटन ), न्यू जर्सी और कुछ समुद्र के किनारे बसे प्रदेशों में बहुत नुकशान हुआ ! कही पुल समुद्र की लहरों में समा गए ! रेलवे सबस्टेशन बंद हो गए ! कही इलाकों में बिजली गुल रही ! हमारा इलाका तो सुरक्षित रहा फिर भी २६ अगस्त से २८ अगस्त तक बेचैनी बनी रही ! दोस्तों के फोन पर फोन आते रहे और कही दोस्तों को हम भी उनकी कुशलता के बारे में पूचाते रहे ! यहाँ हिन्दुस्तानी परिवार काफी मात्रा में हैं और ऐसे मौकों में एक दूसरी की मदद के लिए तैयार रहते हैं !
यहाँ मकान के पीछे एक छोटा सा लान है ! मखमली घास से ढका हुआ ! बीच बीच में छोटे छोटे पौधे और फूलों से
लदी झुकी डालियाँ ! यहीं अपने मकान के पश्चिम में एक तुलसी का पौधा है ! उसे नियमित तौर पर पानी दिया जाता है ! साथ ही एक बेल टमाटर की और एक बेल लौकी की भी है ! टमाटर आजकल खूब लग रहे हैं ! साथ ही लौकी की बेल पर फूल गए हैं और मैं रोज इन फूलों को देखता जाता हूँ इस उम्मीद पर की शायद लौकी का नन्ना सा फल कब फूल से बाहर निकल कर आये और जब तक हम यहाँ हैं उस दिन तक अपनी लम्बाई हमें दिखा दे ! सितम्बर धीरे धीरे अपने अंतिम चरण में कदम बाधा रहा है ! एक दिन अगस्त के प्रथम हफ्ते में हम लोग वाशिंगटन
डी सी गए थे ! यह प्रदेश न्यू जर्सी के दक्षिण में पड़ता है और अमेरिका की राजधानी है ! सारी संपदाओं से भरपूर अमेरिकी राष्ट्रपति का भवन व्हाईट हाउस को भी देखने का अवसर मिला !