Tuesday, September 6, 2011

दाग

दाग लगा है भ्रष्टाचार का जो मिटने नहीं पाए,
जनता का रथ रहा है, रहा अन्ना हजारे,
सोनिया, मन मोहन प्यारे, बाँध लो बिस्तर सारे,
साथ चलेंगे चिदंबरम राहुल राज दुलारे,
साथ शीला कलमाडी दिग्विजय तिवाडी'
प्रणव हो या कमलनाथ हो, चलो खडी है गाडी,
नर हो तो खद्दरधारी नारी पहिन के साड़ी,
सता छोड़ के जाना होगा अब जनता की बारी,
रिश्वत खाया खूब दबा के जनता आंसू बहाए,
दाग लगा है भ्रष्टाचार का जो मिटने नहीं पाए ! !
तानाशाही रथ इन्द्रा का जय प्रकाश ने रोका था,
रामदेव पर डंडे बरषे ये जनता संग धोखा था,
थप्पड़ मारने सोनिया खडी है जनता भी मांगो पे अड़ी है,
है आन्दोलन अन्ना हजारे का अनहोनी होने वाली है,
संभल के रहना देश वासियों, कांग्रेस दिल की काली है !
जनता के क्रोध की ज्वाला ने भारत से गोरे भगाए,
दाग लगा है भ्रष्टाचार का जो मिटने पाए ! !
संसद की गरिमा जनता से जनता संसद बनाती है,
जनता चुनती सांसदों को इस संसद में लाती है,
प्रजातांत्रिक देश हमारा जनता ही राजा रानी है,
एम एल एम पी नौकर हैं संसद में भरते पानी हैं,
कभी कभी कुर्सियां तोड़ते, करते धींगा मस्ती,
बौक्सिंग कुस्ती भी करते हैं, यही है इनकी हस्ती है !
जनता से ही सांसद हैं जनता ही दाग हटाए,
दाग लगा भ्रष्टाचार का जो मिटने नहीं पाए ! !

No comments:

Post a Comment