नया साल का स्वागत तो करीब विश्व के सारे ही देश करते हैं, १४ जनवरी को मकर संक्राती जिस दिन सूर्य भगवान् उत्तरायण को घूमते हैं ! २६ जनवरी तो हम भारतवासियों का महत्वपूर्ण दिवस होता है जिसको यहाँ अमेरिका में हिन्दुस्तानी अपने अमेरिकन दोस्तों के साथ मनाते हैं ! अमेरिकनों के त्यौहार ४ जौलाय स्वतंत्रता दिवस, ३१ अक्टूबर हौलो विन डे, २५ नवम्बर थैंक्स गिवन डे और २५ दिसंबर क्रिसमस डे ! वैसे यहाँ मदर डे, फादर डे, और भी जाने क्या क्या डे मनाए जाते हैं ! पिछले ७ सालों से मैं भी यहाँ के लोगों के साथ इन विशेष दिनों को मनाने के लिए सामिल हो जाता हूँ ! हौलो विन के दिन बच्चे अपनी मम्मी डैडी के साथ पास पड़ोस के घरों में जाते हैं, दरवाजों पर दस्तक देते हैं, गृह स्वामी दरवाजा खोलते हैं, मुस्कराते हुए हाथ मिलाते हैं, कभी जफी भी पा लेते हैं, फिर घर से मुट्ठी भर चाकलेट आने वाले की बाल्टी, बैग जो भी उन बचों के हाथों में होता है उसमें डाल देते हैं, बाय, बाय करके दरवाजा बंद के देते है ! यह पार्टी अगले दरवाजे की ओर बढ़ जाती है !
थैंक्स गिवन - यह दिन दोस्ती के नाम पर याद किया जाता है ! एक कहानी के मुताबिक़ 'स्कवायंटो' नाम का एक लड़का अपने गाँव पटुक्सेत अपने इंडियन जिनको 'वाम्पनोआग' कहा जाता था के साथ रहता था ! ये लोग एक बहुत ही खूबसूरत न्यू इंग्लैंड वूड लैंड में रहते थे ! वे लोग जंगली जानवरों का शिकार करते थे, मच्छली मारते थे और खेतों में मकई पैदा करके जीवन निर्वाह करते थे ! स्क़वायंटो अपने गाँव को छोड़ कर इंग्लैण्ड चला जाता है वहां वह अंगरेजी भाषा सिखता है और समुद्री यात्रा करने वालों का गाइड बन जाता है ! इस तरह वह लम्बी लम्बी यात्राएं करता रहता है ! एक दिन इंगलैंड से यात्रियों के एक दल के साथ वह अपने देश अमेरिका वापिस आ गया ! जब वह अपने गाँव गया तो मालूम हुआ की उसके गाँव के सारे लोग किसी बीमारी के कारण मर गए हैं ! वह पास के गाँव में जाकर उन्हीं लोगों के साथ रहने लगा ! कुछ दिनों के बाद इंग्लैण्ड से भ्रमण करने वाले यात्रियों का एक दल उसके गाँव पहुंचा ! उसने उन्हें अपने पुराने गाँव मेंले जाकर बसाया, उन्हें, मच्छली मारना और मकई की खेती करना सिखाया ! ये घूमाकड़ लोग इसी गाँव में बस गए और खेती करने लगे ! उसने उन लोगों को पेड़ पौधों की भी जानकारी दी की कौन सा पौधा जहरीला है और कौन सा पौधा बीमार होने पर दवाई का काम करता है ! सन १६२१ ई० में जब सर्दी का मौसम आगया तो इन घुमक्कड़ लोगों ने २१ एकड़ भूमि पर मक्की कीफसल तैयार कर दी जो कटने का इन्तजार कर रही थी ! स्क्वायंटो कीसहायता से इन घुमक्कड़ लोगों की जिन्दगी मेंएक चमत्कारी सुधार हुया, इन लोगों ने तमाम आस पास के गाँव के लोगों को बुलाकर उनके साथ मिलकर तीन दिन तक एक बड़ा भारी जसं मनाया ९० ग्रामवासियों को भोजन करवाया और उन्हें दोस्त बनाया एक दुसरे को थैंक्स किया ! इस तरह यह दिन थैंक्स गिवन के नाम से मशहूर हुआ !
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