८ अप्रेल को पहला ऐ पी एल मैच शुरू हुआ था चेन्नई सुपर किंग और नाईट राईडर कोल्कता के साथ और इस मैच को चेन्नई ने मात्र २ रनों से जीत कर अपनी विजय यात्रा शुरू की ! कुल दश टीमें थी और प्रत्येक टीम ने १४ १४ मैच खेले ! कुछ मैच बड़े रोमांचकारी भी थे और कुछ ऐसे भी थे जो दर्शकों के दिल और दिमाग पर छा गया ! पांच टीमे सुपर फाईनल के लिए जी तोड़ परिश्रम करने लगे ! प्रथम स्थान पर १९ पॉइंट पाकर रोयल चैलेंजर्स बंगलौर, सुसरे पर चेन्नई तीसरे पर कोल्कता और चौथा मुम्बई इंडिया ! पंजाब (कैप्टेन गिल क्रिष्ट ) ने अपनर आखरी मैचों को कुछ रंग दिखाए थे लेकिन सारे रंग फीके पड़ गए ! २४ मई को पहला क्वालिफायर मैच पहली और दूसरी टीमों के बीच हुआ ! इसमें चेन्नई ने बंगलौर को हराकर अपनी फाईनल की सीट पक्की कर ली थी ! फिर बंगलौर को तीसरी - चौथी टीम के विजेता मुम्बई से २७ मई को भिड़ना पड़ा इस मैच में क्रिष्ट गेल छाया रहा और उसने ८९ रन ठोककर बंगलौर की जीत मुम्बई के ऊपर पक्की कर दी ! टीम ने १८५ रन २० ओवरों में बनाकर मुम्बई को १८६ रनों का लक्ष्य दे डाला लेकिन मुम्बई इंडिया मात्र ११२ रनों पर ही सीमित गयी !
२८ मई का महा संग्राम हुआ फिर रोयल चेलेंजर्स और चेन्नई सुपर किंग के बीच ! मैच चेन्नई के क्रिकेट मैदान में ही खेला गया ! कैप्टेन महेंद्रसिंह धोनी ने टास जीता और पहले बल्ले बाजी का निर्णय लिया ! चेन्नई का पहला विकेट १५९ पर एम हस्सी का गिरा, उसका निजी स्कोर था ६३, दूसरा १८८ पर मुरली विजय का विकेट गिरा उसके अपने ९५ रन थे जो उसने मात्र ५२ बोलों पर बनाए ! चेन्नई ने २० ओवरों में २०५/5 रन बनाए और बंगलौर को २०६ रन बनाने का न्योता दिया ! सारे दर्शक बड़ी बेसब्री से क्रिष्ट गेल के बले से निकलने वाले छक्कों का इन्तजार कर रहे थे लेकिन ये क्या गेल तो जीरो बनाकर पैविलियन में वापस लौट गए और डक पीछे पीछे ! विराट कोहली भी ३५ रन बना कर पविलियन लौट गए सस्ते में ही ! पूरी तीन मात्र १४७ पर सीमित गयी और २०१० के डेले पी एल विजेता चेन्नई ने २०११ का फाईनल जीत कर चेम्पियन बनने का गौरव हासिल किया ! चलो ऐ पी एल का बुखार जो ८ अप्रेल २०११ से शुरू हुआ था २८ मई को चेन्नई में ही समाप्त हुआ ! मैंन आफ द मैच का पुरस्कार मुरली विजय को मिला !
Saturday, May 28, 2011
Wednesday, May 25, 2011
एक नजर इधर भी
इन चंद दिनों में देश के अन्दर कितना कुछ हो गया है जिसका किसी को भी यकीन नहीं हो रहा है ! इस अचानक के परिवर्तन से साधू सन्यासियों के, गरीबों के, गरीबी रेखा से नीचे गिरते लोगों के अब तो आसमान की ऊंचाइयां नापने वाले, गगन चुम्बी इमारतों, इन्द्रपुरी नगरी बसाने वालों को भी यकीन होने लगा है की ईश्वर नाम का कोंई जादूगर है जो जब चाहे किसी को भी ऊंचा उठाकर नीचे गिरा सकता है, लोगों को लूटने वालों को भी लुटा सकता है ! राजा को रंक बनकर परिवार सहित जेल के अन्दर बंद करा सकता है ! देखा आपने चेन्नई का पिछला मुख्या मंत्री जो कल तक अपने को दुनिया की एक महान शक्ती समझता था। केन्द्रीय सरकार को अपनी ऊंगलियों पर नचाता था, आज कैसे दीन भिखारी बनकर जेल के अन्दर भ्रष्टाचार में फंसी अपनी लाडली बेटी से मिलने जाता है और एक निर्बल असहाय गरीब इंसान की तरह फफक कर रोता है !
गृह मंत्रालय का एक जिम्मेदार अधिकारी रिश्वत खोरी में पकड़ा जाता है ! कामन वेल्थ गेम्स का सर्वे सर्वा जो सरकार के कानूनों को भी दर किनार करके अरबों का घोटाला करता है और सर ऊंचा करके दुनिया में अपनी नाकोंची रखता है मिनटों में जेल के सिकंजों में बंद हो जाता है ! यह सब कुछ करने वाला कौन है ? वह भगवान है ? सर्व शक्तीमान है ! सच्ची बात तो यह है की भारत माता की आन माँ और शान अगर बनी है तो वह केवल ईश्वर की शक्ती और देश की जनता की भक्ती से ! अगर जनता प्रधान मंत्री मन मोहनसिंह और श्रीमती सोनिया जी के भरोशे रहत्तो कल्पना करो फिर क्या होता ? ये तो सुप्रीम कोर्ट से फांसी पाया हुआ गुरु अफजल को अभी तक फांसी पर नहीं लटका पाई है, उल्टा उसकी सुरक्षा पर रोज लाखों खर्च किया जा रहा है ! मुम्बई का आतंकवादी कसव कांग्रेस के शीने पर बैठा जनता की गाढी कमाई पर ऐस कर रहा है ! आखिर कब तक जनता इन आतंकवादियों को महिमान बनकर उनकी सुरक्षा करती रहेगी ? जब मन मोहन जी से यह सवाल पूछा जाता है तो वह सोनिया जी की तरफ देखने लगते हैं और सोनिया जी सवाल को अनसुना कर देती हैं ! वोट बैंक की राजनीति कहीं वे नाराज न हो जांय, हिन्दू तो अब कांग्रेस को वोट देंगे नहीं ये भी न दें ! कांग्रेस के प्रिंस राहुल उत्तर प्रदेश की यात्रा पर गए वहां उन्हें सुनने कोई नहीं आया, आते भी क्यों इस परिवार से जनता का मोह भंग हो गया है ! सजा मिल रही है प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती रीता बहुगुणा को की " राहुल की सभा में जनता क्यों नहीं जुटी " ? अरे भाई वहा ज़माना निकल गया जब इस परिवार की टूटी बोलती थी, लोग अपने आप जुटते थे न की जुटाए जाते थे !
मनमोहन सरकार ने पाकिस्तान को मोस्ट वांटेड टेरोरिस्ट की लिस्ट दी थी जो पाकिस्तान में छिपे हुए हैं, बाद में पता लगा की उनमें से दो तो यहीं मुम्बई की जेल में बंद हैं ! अब पाकिस्तान कहता है "मन मोहन जी पहले अपने घर का कोना कोना छान मार लो फिर हमें लिखो" ! हमारी सुरक्षा एजेंसियां इतनी बेपरवाह हो गयी हैं की ऐसे गंभीर और देश की विश्वसनीयता के अहम् मसलों को भी मामूली करार दे कर उल्टा सीधा जबाब बना रही हैं ?
बुधवार २५ मई को दिल्ली हाई कोर्ट के बाहर वकीलों की कैंटीन के नजदीक एक बम विस्फोट हुआ, जो एक पेट्रोल टैंक के ठीक नीचे लगाया गया था, भगवान की असीम कृपा की वह शक्तिशाली होते हुए भी फूस हो गया और दो तीन कारों को मामूली क्षतिग्रस्त करने के अलावा कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हुई ! पुलिस के आला अधिकारी दिल्ली की सुरक्षा का दम हर रहे हैं लेकिन .... आज कोई भी अपने को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा है, सुरक्षा कर्मी भी ! आज बस इतना ही कल का इंतज़ार कीजिए !
गृह मंत्रालय का एक जिम्मेदार अधिकारी रिश्वत खोरी में पकड़ा जाता है ! कामन वेल्थ गेम्स का सर्वे सर्वा जो सरकार के कानूनों को भी दर किनार करके अरबों का घोटाला करता है और सर ऊंचा करके दुनिया में अपनी नाकोंची रखता है मिनटों में जेल के सिकंजों में बंद हो जाता है ! यह सब कुछ करने वाला कौन है ? वह भगवान है ? सर्व शक्तीमान है ! सच्ची बात तो यह है की भारत माता की आन माँ और शान अगर बनी है तो वह केवल ईश्वर की शक्ती और देश की जनता की भक्ती से ! अगर जनता प्रधान मंत्री मन मोहनसिंह और श्रीमती सोनिया जी के भरोशे रहत्तो कल्पना करो फिर क्या होता ? ये तो सुप्रीम कोर्ट से फांसी पाया हुआ गुरु अफजल को अभी तक फांसी पर नहीं लटका पाई है, उल्टा उसकी सुरक्षा पर रोज लाखों खर्च किया जा रहा है ! मुम्बई का आतंकवादी कसव कांग्रेस के शीने पर बैठा जनता की गाढी कमाई पर ऐस कर रहा है ! आखिर कब तक जनता इन आतंकवादियों को महिमान बनकर उनकी सुरक्षा करती रहेगी ? जब मन मोहन जी से यह सवाल पूछा जाता है तो वह सोनिया जी की तरफ देखने लगते हैं और सोनिया जी सवाल को अनसुना कर देती हैं ! वोट बैंक की राजनीति कहीं वे नाराज न हो जांय, हिन्दू तो अब कांग्रेस को वोट देंगे नहीं ये भी न दें ! कांग्रेस के प्रिंस राहुल उत्तर प्रदेश की यात्रा पर गए वहां उन्हें सुनने कोई नहीं आया, आते भी क्यों इस परिवार से जनता का मोह भंग हो गया है ! सजा मिल रही है प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती रीता बहुगुणा को की " राहुल की सभा में जनता क्यों नहीं जुटी " ? अरे भाई वहा ज़माना निकल गया जब इस परिवार की टूटी बोलती थी, लोग अपने आप जुटते थे न की जुटाए जाते थे !
मनमोहन सरकार ने पाकिस्तान को मोस्ट वांटेड टेरोरिस्ट की लिस्ट दी थी जो पाकिस्तान में छिपे हुए हैं, बाद में पता लगा की उनमें से दो तो यहीं मुम्बई की जेल में बंद हैं ! अब पाकिस्तान कहता है "मन मोहन जी पहले अपने घर का कोना कोना छान मार लो फिर हमें लिखो" ! हमारी सुरक्षा एजेंसियां इतनी बेपरवाह हो गयी हैं की ऐसे गंभीर और देश की विश्वसनीयता के अहम् मसलों को भी मामूली करार दे कर उल्टा सीधा जबाब बना रही हैं ?
बुधवार २५ मई को दिल्ली हाई कोर्ट के बाहर वकीलों की कैंटीन के नजदीक एक बम विस्फोट हुआ, जो एक पेट्रोल टैंक के ठीक नीचे लगाया गया था, भगवान की असीम कृपा की वह शक्तिशाली होते हुए भी फूस हो गया और दो तीन कारों को मामूली क्षतिग्रस्त करने के अलावा कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हुई ! पुलिस के आला अधिकारी दिल्ली की सुरक्षा का दम हर रहे हैं लेकिन .... आज कोई भी अपने को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा है, सुरक्षा कर्मी भी ! आज बस इतना ही कल का इंतज़ार कीजिए !
Monday, May 2, 2011
एयर पोर्ट मेट्रो एक्ष्प्रेस

इक्कीसवीं सदी ने दिल्ली के डेढ़ करोड़ की जनसंख्या को मेट्रो का उपहार देकर एक बहुत बड़ा उपकार किया है ! दिल्ली की बढ़ती हुई जन संख्या, सडकों पर रोज हजारों कारों और अन्य वाहनों की बढ़ोतरी ने आम आदमी का जीना दूभर कर दिया था ! सडकों की चौडाई बढाई गयी, बाहरी रिंग रोड और रिंग रोड़ों पर बहुत सारे फ्लाई ओवर बनाए गए लेकिन फिर भी बढ़ता हुआ काफिला रोज संख्या में इजाफा करता गया, सडकों पर जगह जगह जाम लगने लगा ! मरीज समय पर अस्पताल नहीं पहुँच पाया और कही ऐसे भी मौके आये जब मरीज ने जाम में फंस कर रास्ते में ही दम तोड़ दिया ! सरकारी/गैर सरकारी कर्मचारी समय पर कार्यालय नहीं पहुँच पाते थे ! बसों में भारी भीड़, टैक्शी, ऑटो, रिक्सा और मोटर साईकिल-स्कूटर जाम में और इजाफा करने लगे ! दिल्ली देश का दिल और देश की राजधानी, विदेशी अम्बेसियाँ और व्यवसायिकों, व्यापारियों और बहुत सी विदेशी कंपनियों के कार्यालय यहाँ दिल्ली में होने से रोज राजनयिकों का आना जाना होता रहता है ! वी आई पी और वी वी आई पी, राष्ट्रपति, प्रधान मंत्री, मत्रियों और नौकरशाहों का काफला पुलिस का साईरन बजाता हुआ रोज ही दिल्ली की इन सडकों पर आम आदमी की जिन्दगी में मुसीबतों के पहाड़ों में एक और पहाड़ खडा कर देता था ! इन परेशानियों की लू का झोंका इतनी जोर का चला की केंद्र सरकार और राज्य सरकार की खिड़कियाँ भी चर मराने लगी ! आखीर सरकार की नींद खुली और सन २००३ में "दिल्ली में मेट्रो रेल चलेगी" दिल्ली की जनता को सरकार ने यह आश्वासन दे दिया ! बड़ी तेजी से काम शुरू हुआ और आज २०११ आत्ते आते दिल्ली का हर हिस्सा मेट्रो से जुड़ गया ! दिल्ली ही नहीं न्वैडा गाजियाबाद और गुड़गांव को भी मेट्रो ने आपस में मिला लिया है ! इसके साथ ही मेट्रो की एक लाईन आनंद विहार/ न्वैडा से राजिव चौक होते हुए द्वारका सेक्टर २१ तक चालू हो चुकी है ! एक मेट्रो एक्सप्रेस लाईन सेक्टर २१ द्वारका से एयर पोर्ट होते हुए धौला कुंवा, शिवाजी स्टेडिंम से नयी दिल्ली तक चालू हो चुकी है ! नई दिल्ली से एयर पोर्ट तक चार स्टेशन पड़ते हैं और समय लगता है केवल १५ मिनट ! हर २० मिनट के बाद एक और मेट्रो स्टेशन पर लग जाती है ! इस लाईन पर सफ़र करने का टिकट है १५० रूपया ! सफ़र की सहूलियत, समय की बचत, एरोप्लेन जैसे सीटें और आनंद दायिक सफ़र के लिए यह रकम बहुत मामूली लगती है !
मेट्रो प्रशासन ने आम जनता को इस मेट्रो एक्सप्रेस सर्विस की जानकी देने के लिए द्वारका की हर सोसायटी को दो दो टिकटें एयर पोर्ट मेट्रो एक्ष्प्रेस में फ्री सफ़र करने लिए भिजवाई ! इतवार का दिन पहली मई (लेबर डे) मैं अपने छोटे लडके ब्रिजेश, पोती आर्शिया और पोते अर्नव के साथ शाम के पांच बजे इस मेट्रो एक्ष्प्रेस राइड के लिए घर से निकले ! २१ सेक्टर द्वारका में अपनी कार पार्क की और मेट्रो स्टेशन के दाखिल हो गए ! मामूली सी खाना पूर्ती पूरी करने के बाद हम प्लेट्फारम पर इन्तजार करने लगे ! ५.३५ पर मेट्रो चल पडी ! ६ डिब्बों की यह मेट्रो अन्दर से और बाहर से बड़ी खूसूरत लग रही थी ! स्टेश के अन्दर आते ही ऐसा लगा था की हम किसी विक्सित देश में बड़ी हाई फाई मेट्रो में सफ़र कर रहे हैं ! दोनों बच्चो ने खूब इंज्वाय किया और हमने भी ! १३ मिनट में हम शिवाजी स्टेडिंम स्टेशन पहुँच गए थे ! यहीं बहुत प्राचीन हनुमान मंदिर में दर्शन किये ! बहुत सारे बन्दर अपने बच्चों को पीठ पर बिठाए वहां चुपचाप मंदिर के बाहर दर्शनार्थियों का मंदिर से बाहर आने इन्तजार कर रहे थे, क्यों की हर आदमी मंदिर से बाहर आकर चढ़ावे के प्रशाद के साथ वहीं केले वाले से कुछ केले मोल लेकर उन बंदरों को खिला रहे थे और शुभ कर्म का लाभ उठा रहे थे ! हमने भी बंदरों के बच्चों से अपना स्नेह जताया और उन्हें केले खिलाए ! बच्चों को इधर उधर घुमाया और पूरे साढ़े ६ बजे हम फिर द्वारका के लिए मेट्रो में बैठ गए और १५ मिनट में हम द्वारका २१ सेक्टर में थे !
एयर पोर्ट मेट्रो ऐक्ष्प्रेस का यहाँ मजेदार सफ़र एक यादगार सफ़र बन गया ! बहुत मजा आया !
मेट्रो प्रशासन ने आम जनता को इस मेट्रो एक्सप्रेस सर्विस की जानकी देने के लिए द्वारका की हर सोसायटी को दो दो टिकटें एयर पोर्ट मेट्रो एक्ष्प्रेस में फ्री सफ़र करने लिए भिजवाई ! इतवार का दिन पहली मई (लेबर डे) मैं अपने छोटे लडके ब्रिजेश, पोती आर्शिया और पोते अर्नव के साथ शाम के पांच बजे इस मेट्रो एक्ष्प्रेस राइड के लिए घर से निकले ! २१ सेक्टर द्वारका में अपनी कार पार्क की और मेट्रो स्टेशन के दाखिल हो गए ! मामूली सी खाना पूर्ती पूरी करने के बाद हम प्लेट्फारम पर इन्तजार करने लगे ! ५.३५ पर मेट्रो चल पडी ! ६ डिब्बों की यह मेट्रो अन्दर से और बाहर से बड़ी खूसूरत लग रही थी ! स्टेश के अन्दर आते ही ऐसा लगा था की हम किसी विक्सित देश में बड़ी हाई फाई मेट्रो में सफ़र कर रहे हैं ! दोनों बच्चो ने खूब इंज्वाय किया और हमने भी ! १३ मिनट में हम शिवाजी स्टेडिंम स्टेशन पहुँच गए थे ! यहीं बहुत प्राचीन हनुमान मंदिर में दर्शन किये ! बहुत सारे बन्दर अपने बच्चों को पीठ पर बिठाए वहां चुपचाप मंदिर के बाहर दर्शनार्थियों का मंदिर से बाहर आने इन्तजार कर रहे थे, क्यों की हर आदमी मंदिर से बाहर आकर चढ़ावे के प्रशाद के साथ वहीं केले वाले से कुछ केले मोल लेकर उन बंदरों को खिला रहे थे और शुभ कर्म का लाभ उठा रहे थे ! हमने भी बंदरों के बच्चों से अपना स्नेह जताया और उन्हें केले खिलाए ! बच्चों को इधर उधर घुमाया और पूरे साढ़े ६ बजे हम फिर द्वारका के लिए मेट्रो में बैठ गए और १५ मिनट में हम द्वारका २१ सेक्टर में थे !
एयर पोर्ट मेट्रो ऐक्ष्प्रेस का यहाँ मजेदार सफ़र एक यादगार सफ़र बन गया ! बहुत मजा आया !
Friday, April 29, 2011
क्रिकेट के मैदान का खेल देखने का मजा ही कुछ और है

हाँ अगर आपको अपने मन पसंद के खिलाड़ियों का असली खेल देखने का लुफ्त उठाना है तो लगाइए जुगाड़ या फिर टिकट खरीद कर स्टेडिंम में जाकर मैच का मजा लीजिए ! मैं भी असली क्रिकेट को देखने का स्वपन पालते पालते जीवन के ७५ बसंत बिता गया लेकिन कोई अवसर नहीं मिला ! आखीर लम्बी इंतजारी के बाद स्वपन पूरा हुआ, जब मेरी लड़की उर्वशी ने अपने पापा और भय्या के लिए दो टिकटों का इंतजाम कर दिया ! क्रिकेट मैदान फिरोजशाह कोटला दिल्ली, टीमे थी दिल्ली डेयरडेविल्स, कैप्टेन वीरेन्द्र सहवाग और रोयल चैलेंजर्स बैंगलोर, कैप्टेन डी विटोरी, समय रात के ८ से ११ तक ! मेरा छोटा बेटा ब्रिजेश और मैं सात बजे ही स्टेडिंम पहुँच गए थे ! हमको गेट नंबर ६ से प्रवेश करने की इजाजत मिली, स्थान स्टेडिंम के पशिमी भाग प्रथम तल पर एन लाइन की २३ और २४ नंबर सीटें हमें मिली ! हमारे सामने दुधिया प्रकाश से लबालब क्रिकेट मैदान था जैसे दिन हो और नील गगन से दुधिया चांदनी की किरणे स्टेडियम में विखरती जा रही हों, मौसम भी खिलाड़ियों और दर्शकों के मनोरंज में इजाफा कर रहा था और हल्की मन मोहक ठंडी ठंडी हवाओं से खुशनुमा स्टेडियम को और सुन्दर बना रहा था !
घड़ी ने ८ बजाए और दिल्ली के ओपनर वीरेन्द्र सहवाग और डी वार्नर अपना बल्ला उठाए मैदान में नजर आए ! दर्शकों में हलचल मची, तालियाँ बजी ! ज़हीर खान ने गेंद फेंकी ! ३३ रन पर दिल्ली ने अपना पहला विकेट खोया ज़हीर खान द्वारा वार्नर को आउट करके ! वे केवल ७ रन बना पाए ! २५ रन बनाकर कैप्टेन सहवाग भी आउट हो गए ! जे होप्स ने ५४ रन बनाए और वेणुगोपाल ने २४, बाकी खिलाड़ी रोयल चैलेंजर्स ने सस्ते में निपटा दिए दिल्ली अपने मैदान में १६० रन बना पायी ६ विकेट खोकर ! वैसे देखा जाय तो टी २० 1६० रन सम्मान जनक तो नहीं था फिर भी विपक्ष को जीतने के लिए प्रति ओवर ८.०१ के हिसाब से तो बनाना ही था ! रोयल चैलेंजरस की तरफ से दिलशान पहली बौल पर डक - पैविलियन लौट गए स्कोर था १/१। २६ रन बनाकर गेल भी चलते बने ! विराट कोहली ने ५६ रन बनाकर टीम को जीत के नजदीक पहुंचा दिया ! कैप्टेन डी विटोरी १८, और सैयद मोहमद ने १३ रन बनाकर स्कोर को १६१/७ पर पहुंचा दिया ( नावाद रहे) और दिल्ली से ट्राफी छीन कर ले गए ! इस जीत से जहां रोयल चैलेंजर्स ७ पॉइंट लेकर दूसरे स्थान पर पहुँच गया वहीं दिल्ली ४ पाइंट्स के साथ दशवें (आख़िरी) पर पहुँच गया ! रात के साढ़े ग्यारह बज रहे थे, स्टेडियम से द्वारका की दूरी भी कम नहीं थी, इस लिए समापन समारोह को देखे बिना ही हम लौट आए ! इस मैच का मैंन आफ दी मैच विराट कोहली बना ! अभी तो कही मैच बाकी हैं, दिल्ली के फिरोज़शाह कोटला में और भी मैच खेले जाएंगे, शायद फिर से भाग्य का छींका आसमान से गिर कर हाथों में आजाय और फिर से आई पी एल मैच स्टेडियम में देखने को मिल जाय !
घड़ी ने ८ बजाए और दिल्ली के ओपनर वीरेन्द्र सहवाग और डी वार्नर अपना बल्ला उठाए मैदान में नजर आए ! दर्शकों में हलचल मची, तालियाँ बजी ! ज़हीर खान ने गेंद फेंकी ! ३३ रन पर दिल्ली ने अपना पहला विकेट खोया ज़हीर खान द्वारा वार्नर को आउट करके ! वे केवल ७ रन बना पाए ! २५ रन बनाकर कैप्टेन सहवाग भी आउट हो गए ! जे होप्स ने ५४ रन बनाए और वेणुगोपाल ने २४, बाकी खिलाड़ी रोयल चैलेंजर्स ने सस्ते में निपटा दिए दिल्ली अपने मैदान में १६० रन बना पायी ६ विकेट खोकर ! वैसे देखा जाय तो टी २० 1६० रन सम्मान जनक तो नहीं था फिर भी विपक्ष को जीतने के लिए प्रति ओवर ८.०१ के हिसाब से तो बनाना ही था ! रोयल चैलेंजरस की तरफ से दिलशान पहली बौल पर डक - पैविलियन लौट गए स्कोर था १/१। २६ रन बनाकर गेल भी चलते बने ! विराट कोहली ने ५६ रन बनाकर टीम को जीत के नजदीक पहुंचा दिया ! कैप्टेन डी विटोरी १८, और सैयद मोहमद ने १३ रन बनाकर स्कोर को १६१/७ पर पहुंचा दिया ( नावाद रहे) और दिल्ली से ट्राफी छीन कर ले गए ! इस जीत से जहां रोयल चैलेंजर्स ७ पॉइंट लेकर दूसरे स्थान पर पहुँच गया वहीं दिल्ली ४ पाइंट्स के साथ दशवें (आख़िरी) पर पहुँच गया ! रात के साढ़े ग्यारह बज रहे थे, स्टेडियम से द्वारका की दूरी भी कम नहीं थी, इस लिए समापन समारोह को देखे बिना ही हम लौट आए ! इस मैच का मैंन आफ दी मैच विराट कोहली बना ! अभी तो कही मैच बाकी हैं, दिल्ली के फिरोज़शाह कोटला में और भी मैच खेले जाएंगे, शायद फिर से भाग्य का छींका आसमान से गिर कर हाथों में आजाय और फिर से आई पी एल मैच स्टेडियम में देखने को मिल जाय !
Thursday, April 28, 2011
खबरों का जंगल कुछ इधर की कुछ उधर
कुछ इधर की, कुछ उधर की ! आज की ताजी खबर, केंद्र में बी एस पी और एस पी (मायावती और मुलायम के चम्मचे) आपस में मिल गए, शायद मुरली मनोहर जोशी की तैयार की गयी पी ए सी की रिपोर्ट आने पर दोनों गले भी मिले हों ! यह सारा काण्ड प्रधान मंत्री को बचाने के लिए कांग्रेस के ९ और दो भगोड़े ११ सांसदों ने इस रिपोर्ट के विरोध में मत देकर किया तथा केन्द्रीय सरकार की विश्वसनीयता पर भी प्रश्न चिन्ह लगा दिया है ! संसद की इस संयुख कमेटी द्वारा की गयी मेहनत और निष्पक्ष, इमानदारी से तैयार की गयी रिपोर्ट को नकार कर आने वाले चुनावों में न तो कांग्रेस को ही कोई लाभ मिलने वाला है और न मायावती और मुलायम को ही दुबारा सता भोगने का सुख मिलने वाला है ! मायावती और मुलायमसिंह के खिलाफ सीबी आई इन्क्वारी को निष्क्रिय करने के लिए केंद्र सरकार ने यह जाल बिछाया है ! रिपोर्ट तो जनता तक पहुँच चुकी है, अब जनता को ही निर्णय लेना है की कुर्सी का असली हकदार कौन है ?
क्रिकेट - विश्व कप के तुरंत बाद ही आई पी एल ने क्रिकेट प्रेमियों के दिलों के तमाम दरवाजे, खिड़कियाँ और रोशनदान खोल दिए हैं ! अब क्रिकेट के धुरंधरों और फिल्मी जगत के सितारों की आने वाली इन कम पर भी तुलनाएं होने लगी हैं ! टाईम्स आफ इण्डिया २९ अप्रेल २०११ के प्रथम पेज पर यह तुलना दरसाई गयी है ! अमीर खान आज का सबसे मंहगा फिमी सितारा एक फिल्म के ११-१२ रुपया लेने वाला है, दूसरे नंबर पर अमिताभ बच्चन ९-१० करोड़, तीसरे नंबर पर शारुख खान हैं ८-१० वाले उधर सचीन और धोनी भी ८-१० करोड़ लेने वालों में हैं ! सबसे कम पारिश्रमिक लेने वाली करीना कपूर है ५-६ करोड़ पर तथ क्रिकेट के वीरेन्द्र सहवाग ३-४ करोड़ पर अटक गए हैं ! कहने का मतलब की आने वाले चंद दिनों में ये आंकड़े बदल जाएंगे, क्रिकेटियर नंबर वन पर आजाएंगे और फ़िल्मी सितारे गरीबी रेखा के नीचे !! क्या सचमुच ऐसा दिन आएगा ?
क्रिकेट की धमा चौकड़ी -
२३ अप्रेल २०११ शनिवार - मैदान फिरोजशाह कोटला दिल्ली - टीम दिल्ली और पंजाब !
एक मैच में दोनों टीमों ने रन बनाए !
२९ अप्रेल की सुबह तक टीमों की स्थिति इस प्रकार है !
मुंबई ६ मैचों में ५ जीत कर १० प्वाइंट
नाईट रायडर ७ मैचों में ४ जीते ८ "
सुपर किंग ७ मैचोंमें ४ जीते ८ "
रोयल चैलेंजर्स ७ " ३ " ६ "
राजस्थान रोयल ७" ३ " ६ "
दखन चार्जेज ७" ३ " ६"
किंग ११ पंजाब ५" ३ " ६"
कोच्ची तस्कर ७" ३ " ६"
पुणे वेर्रियर्स ६" २ " ४"
दिल्ली ७" २ " ४"
औरेंग कैप सचीन के पास है उनहोंने सबसे ज्यादा रन २६९ बनाए हैं ! दूसरे नंबर पर पी वल्थाटी (पंजाब) २६१ रन, तीसरे दी वार्नर (दिल्ली) २३६ पर, चौथा एस बद्रीनाथ (चेन्नई) २३५), पांचवां सग्कारा (दखन) २३५ !
एल मलिंगा १६ विकेट लेकर बौलरों में प्रथम स्थान पर है ! सबसे ज्यादा चौके३२१२ छक्के पौल वाल्थटी ने लगाए हैं ! सबसे ज्यादा रन २०९ अभी तक ज़हीर खान (आर सी बी) ने पिटवाए है ! सबसे कम रन बनाने वाली टीम कोची है जिसने दखन खिलाफ केवल ७४ रन बटोरे और ५५ रनों से हार खाई ! अभी तक सबसे ज्यादा बैटिंग अवेरेज वाला रोहित शर्मा ( मुंबई) है -१९० ! एक मैच में ७ छक्के लगाने वाला कृष्ट गेल (आर सी बी) है ! खबरें और भी हैं देखते रहिये !
क्रिकेट - विश्व कप के तुरंत बाद ही आई पी एल ने क्रिकेट प्रेमियों के दिलों के तमाम दरवाजे, खिड़कियाँ और रोशनदान खोल दिए हैं ! अब क्रिकेट के धुरंधरों और फिल्मी जगत के सितारों की आने वाली इन कम पर भी तुलनाएं होने लगी हैं ! टाईम्स आफ इण्डिया २९ अप्रेल २०११ के प्रथम पेज पर यह तुलना दरसाई गयी है ! अमीर खान आज का सबसे मंहगा फिमी सितारा एक फिल्म के ११-१२ रुपया लेने वाला है, दूसरे नंबर पर अमिताभ बच्चन ९-१० करोड़, तीसरे नंबर पर शारुख खान हैं ८-१० वाले उधर सचीन और धोनी भी ८-१० करोड़ लेने वालों में हैं ! सबसे कम पारिश्रमिक लेने वाली करीना कपूर है ५-६ करोड़ पर तथ क्रिकेट के वीरेन्द्र सहवाग ३-४ करोड़ पर अटक गए हैं ! कहने का मतलब की आने वाले चंद दिनों में ये आंकड़े बदल जाएंगे, क्रिकेटियर नंबर वन पर आजाएंगे और फ़िल्मी सितारे गरीबी रेखा के नीचे !! क्या सचमुच ऐसा दिन आएगा ?
क्रिकेट की धमा चौकड़ी -
२३ अप्रेल २०११ शनिवार - मैदान फिरोजशाह कोटला दिल्ली - टीम दिल्ली और पंजाब !
एक मैच में दोनों टीमों ने रन बनाए !
२९ अप्रेल की सुबह तक टीमों की स्थिति इस प्रकार है !
मुंबई ६ मैचों में ५ जीत कर १० प्वाइंट
नाईट रायडर ७ मैचों में ४ जीते ८ "
सुपर किंग ७ मैचोंमें ४ जीते ८ "
रोयल चैलेंजर्स ७ " ३ " ६ "
राजस्थान रोयल ७" ३ " ६ "
दखन चार्जेज ७" ३ " ६"
किंग ११ पंजाब ५" ३ " ६"
कोच्ची तस्कर ७" ३ " ६"
पुणे वेर्रियर्स ६" २ " ४"
दिल्ली ७" २ " ४"
औरेंग कैप सचीन के पास है उनहोंने सबसे ज्यादा रन २६९ बनाए हैं ! दूसरे नंबर पर पी वल्थाटी (पंजाब) २६१ रन, तीसरे दी वार्नर (दिल्ली) २३६ पर, चौथा एस बद्रीनाथ (चेन्नई) २३५), पांचवां सग्कारा (दखन) २३५ !
एल मलिंगा १६ विकेट लेकर बौलरों में प्रथम स्थान पर है ! सबसे ज्यादा चौके३२१२ छक्के पौल वाल्थटी ने लगाए हैं ! सबसे ज्यादा रन २०९ अभी तक ज़हीर खान (आर सी बी) ने पिटवाए है ! सबसे कम रन बनाने वाली टीम कोची है जिसने दखन खिलाफ केवल ७४ रन बटोरे और ५५ रनों से हार खाई ! अभी तक सबसे ज्यादा बैटिंग अवेरेज वाला रोहित शर्मा ( मुंबई) है -१९० ! एक मैच में ७ छक्के लगाने वाला कृष्ट गेल (आर सी बी) है ! खबरें और भी हैं देखते रहिये !
Monday, April 25, 2011
आई पी एल और क्रिकेट प्रेमियों की धरकन
आई पी एल ४ में १० टीमें खेल रही हैं ! भारतीय टीम के अलावा रणजी ट्राफी के खिलाड़ी और क्रिकेट की दुनिया के जानी मानी हस्तियाँ बैट बौल के रोमांच कारी खेल से दर्शकों का मनोरंजन कर रहे हैं और खिलाड़ियों के अलावा टीम के मालिकों के घरों में लक्ष्मी सोना चांदी बरसा रही है ! आलम यह है की ऐ पी एल मैच देखने के लिए दर्शक एक एक लाख रूपए खर्च करने के लिए तैयार हैं ! जिस देश की आबादी सुरसा की तरह बढ़ रही हो, मंहगाई गगन छू रही हो, गरीबी रेखा स्तर का ग्राफ ऊंचा उठ रहा हो, लाखों बच्चे रात भूखे पेट सोते हों उस देश के नेता, मंत्री, संतरी, नौकरशाह, व्यापारी, तस्कर चोर लुटेरे, व्यवसाय करने वाले २५०० रुपयों से लेकर एक लाख तक खर्च कर रहे हैं रोज एक मैच देखने के लिए ! मजे की तो यह है देश के अर्थ शास्त्री और वित विभाग के बड़े बड़े नौकरशाह, वित मंत्री भी यह कहते हुए नहीं थकते हैं की भारत में प्रत्येक व्यक्ति की आय ऊंचाइयां छूने लगी हैं और सन २०२१ तक भारत फिर विश्व की बड़ी शक्ती बनकर उभर जाएगा ! जिस देश के अरबों खरबों रुपया बेनामी होकर विदेशी बैंकों की अर्थ व्यवस्था को सुधार रहा हो, जहां देश के दरिदर नेता साल के अन्दर अन्दर करोडपति बन जाता है, बंगाल जैसे कम्युनिष्ट देश के निर्धन जनता के धन को अपनी तिजोरी में भर कर ३१ मंत्री करोड़-पति बन चुके हैं और आम आदमी गरीबी रेखा के और नीचे आ गयी है वह तो आज भी विश्व की एक महान शक्ती बन चुका है भ्रष्टाचारी, रिश्वतखोरी और जमाखोरी में ! फिर भी जनता कर्ज लेकर ही सही नेताओं के फोल्डिग चम्मचा बन कर महेंगे से महेंगे टिकट लेकर क्रिकेट मैच देखने जरूर जाएंगे !
मुझे भी क्रिकेट देखने का बहुत शौक है और रोज कभी चार बजे से लेकर रात के १२ बजे तक तो कभी ८ से १२ तक मैच देखने का लुफ्त उठाता हूँ ! चाहता तो मैं भी हूँ क्रिकेट ग्राउंड में जाकर असली क्रिकेट देखूं, लेकिन भूतपूर्व सैनिक होने के नाते जेब इजाजत नहीं देती ! टी वी पर मैच देखा और सोजाता हूँ और फिर स्वप्नों में खुद ही चौके छक्के लगा रहा हूँ ! फिर जोर से चिल्लाता हूँ "छका" और खाट से नीचे गिर जाता हूँ !
मुझे भी क्रिकेट देखने का बहुत शौक है और रोज कभी चार बजे से लेकर रात के १२ बजे तक तो कभी ८ से १२ तक मैच देखने का लुफ्त उठाता हूँ ! चाहता तो मैं भी हूँ क्रिकेट ग्राउंड में जाकर असली क्रिकेट देखूं, लेकिन भूतपूर्व सैनिक होने के नाते जेब इजाजत नहीं देती ! टी वी पर मैच देखा और सोजाता हूँ और फिर स्वप्नों में खुद ही चौके छक्के लगा रहा हूँ ! फिर जोर से चिल्लाता हूँ "छका" और खाट से नीचे गिर जाता हूँ !
Wednesday, April 20, 2011
क्रिकेट ऐ पी एल में
१९ अप्रेल तक का लेखा जोखा ! ऐ पी एल में दस टीमें अपनी टीम को जीत दिलाने के लिए एडी चोटी का जोर अजमायस करते करते सामने के पॉइंट टेबल तक पहुँच गए ! किसने क्या खोया क्या पाया ! जैसे कहा जाता है क्रिकेट खेल खिलाड़ियों का तो है लेकिन बाई चांस का भी है ! किस दिन कौन खिलाड़ी चमक जाय, कुछ नहीं कहा जा सकता है ! एक अनजान चेहरा अचानक चौके छकों की बौछार लगाकर हीरो बन जाता है और नामी ग्रामी खिलाड़ी गुमनामों के अंधेरी गलियों में भटक जाता है ! प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत ही नहीं है, पी वल्थाटी (किंग इलेवन पंजाब) ने अजनवी बनकर क्रिकेट मैदान में पदार्परण किया और चिन्नई सुपर किंग के खिलाफ १२० रन बनाकर अपनी टीम को विजय श्री दिलाकर हीरो बनकर मैदान से बाहर आया ! अगले मैच में उसने फिर ४ विकेट लेकर और ७५ रन बनाकर सन सनी फैला दी ! आज तक उसने सचीन के बराबर २०१ रन बना लिए हैं और जे कालिस कलकता नाईट राईडर (१८७) को पीछे छोड़ दिया है ! नाईट राईडर ने ४ मैच खेले ३ जीते ६ अंक लिए,
राजस्थान रोयल ५ मैच दो जीते एक बराबर ५ अंक लिए, पुणे वारियर्स ३ खेले २ जीते ४ अंक, मुंबई इंडिया ३ खेले २ जीते ४ अंक लिए, दक्कन चार्जेज ने ५ खेले २ जीते ४ अंक लिए, कोच्ची तस्कर ने ४खेले २ जीते ४ अंक, सुपर किंग ने ४ खेले २ जीते ४ अंक, किंग एलेवन पंजाब ने ३ खेले २ जीते ४ अंक, बंगलौर ने ५ खेले १ जीता २ अंक, दिल्ली ने ४ खेले १ जीता २ अंक ! चेन्नई सुपर किंग पिछले साल की चेम्पियन है तथा कलकता लास्ट आने वाली टीम थी ! क्रिकेट जगत का चमकता हुआ सितारा वीरेन्द्र सहवाग दिल्ली टीम के कैप्टेन हैं ! शायद टीम में उनके मन पसंद खिलाड़ियों की कमी है ! कोच्ची और पुणे इस साल की नयी टीमें हैं और दोनों अच्छा कर रहे हैं ! हर रोज एक अजूबा हो जाता है और बलवान टीम धरासायी हो जाती है और कमजोर कही जाने वाली टीम जलवा दिखा कर जीत का सेहरा बाँध जाती है ! डटे रहिए मैदान में २८ मई तक उस दिन फाईनल खेला जाएगा ! शुभ कामनाओं के साथ !
राजस्थान रोयल ५ मैच दो जीते एक बराबर ५ अंक लिए, पुणे वारियर्स ३ खेले २ जीते ४ अंक, मुंबई इंडिया ३ खेले २ जीते ४ अंक लिए, दक्कन चार्जेज ने ५ खेले २ जीते ४ अंक लिए, कोच्ची तस्कर ने ४खेले २ जीते ४ अंक, सुपर किंग ने ४ खेले २ जीते ४ अंक, किंग एलेवन पंजाब ने ३ खेले २ जीते ४ अंक, बंगलौर ने ५ खेले १ जीता २ अंक, दिल्ली ने ४ खेले १ जीता २ अंक ! चेन्नई सुपर किंग पिछले साल की चेम्पियन है तथा कलकता लास्ट आने वाली टीम थी ! क्रिकेट जगत का चमकता हुआ सितारा वीरेन्द्र सहवाग दिल्ली टीम के कैप्टेन हैं ! शायद टीम में उनके मन पसंद खिलाड़ियों की कमी है ! कोच्ची और पुणे इस साल की नयी टीमें हैं और दोनों अच्छा कर रहे हैं ! हर रोज एक अजूबा हो जाता है और बलवान टीम धरासायी हो जाती है और कमजोर कही जाने वाली टीम जलवा दिखा कर जीत का सेहरा बाँध जाती है ! डटे रहिए मैदान में २८ मई तक उस दिन फाईनल खेला जाएगा ! शुभ कामनाओं के साथ !
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