भारत आजाद हुआ, देश के प्रधान मंत्री श्री जवाहरलाल जी ने फरमाया इक हम तो शांती प्रिय लोग हैं, विश्व में हमारा कोई दुश्मन नहीं है ! चाऊ इन लाई भारत आए पञ्च शील समझौते पर दोनों देशों के हस्ताक्षर हुए हिंदू चीनी भाई भाई का नारा बुलंद हुआ और १९६२ में चीन की सेना ने हिंदू चीनी भाई भाई कहते कहते देश के पूर्वी भाग पर आक्रमण कर दिया ! भारत की भूमि हथिया ली और हम खड़े खड़े देखते रहे ! आख़िर पुराने हथियारों से अम्युनेसों की कमी, कब तक रोक सकते थे हमारे जवान दुश्मनों को ! नतीजा चीन ने हमारी जमीन हड़प ली और हम कुछ भी नहीं कर सके ! आज वह पूर्वांचल और उत्तराखंड को अपना बता रहा है और हम शांती का झंडा दिखा रहे हैं या फ़िर सफ़ेद कबूतरों के गलों में शांती की तख्ती लटका कर उड़ा रहे हैं ! कभी यू एन ओ में जा रहे हैं कभी अमेरिका कभी रूस से गुहार कर रहे हैं और चीन हमारी मजबूरी पर हंस रहा है, मुस्करा रहा , अपनी सेना को आगे बढ़ा रहा है और हमारी सीमाओं के अन्दर आकर
पत्थरों पर चीन लिख कर चला जाता है ! वाह ! कितना शांती प्रिया देश है मेरा ? देश के सजग नागरिको हमें और सजग होने की जरूरत है !
Sunday, October 18, 2009
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