मुझे अब शोर करना है, मुझे कुछ और करना है,
बस है दिल में यही मेरे, दुश्मन को कमजोर करना है!
मुझे दुश्मन से लड़ना है, न आतंकी से डरना है,
खाली वीरान बागों को, कुदरत के फूलों से भरना है !
वैसे मैं शांत हूँ, पर सजग रहता हूँ,
जुल्म मत सहो, हर भारत वासी से कहता हूँ,
ये दुनिया सहमी सहमी है,
मटमैली टोपी पहनी है,
आओं सभी को जाकरके, हमें यह बात कहानी है !
हम तो हैं सच्चे दिल के, डरते नहीं किसी से,
आतंकी का दिल नहीं है, डरता है हर किसी से,
आओ मिलके कह दो, हमें शोर करना है,
ये देश मेरा भारत, दुश्मन से नहीं डरना है !
Thursday, October 29, 2009
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