Wednesday, October 21, 2009

ये गली के कुत्ते

मन्दिर में अगले दिन कोई बड़ा जश्न मनाया जाने वाला था, आज रात को मन्दिर को सजाया गया था, पूरा मन्दिर रोशनी से जगमगा रहा था ! काम कराने वालों के लिए हलवा पूरी बनी थी, खा पी कर सारे मन्दिर के अन्दर गहरी नींद में सो गए थे ! मन्दिर के बाहर जूठी पतल और कुछ हलवा पूरी बिखरी हुई थी ! गली के सारे कुत्ते इन जूठी पतलों पर झपट पड़े थे और भूक भूक करके शोर भी मचा रहे थे ! मैद्रीर वालों की नींद में खलल पड़ रहा था इसलिए कुछ लोग आकर इन्हें डंडा दिखा कर भगा भी रहे थे लेकिन कुत्ते अपना हक़ कैसे छोड़ते, वे कुछ दूर जाकर फ़िर वहीं आजाते ! मन्दिर के कर्मचारी हार मान कर फ़िर गहरी नीद में सो गए ! इधर कुत्ते भी लड़ झगड़ कर खा पी कर वहीं पतलों के ऊपर सो गए ! रात के एक बजे जब मैदिर की गली में पूरा सन्नाटा हो गया था, पदों के पंछी भी गहरी नींद में सो रहे थे, मन्दिर के गेट के बाहर एक कार आकर रुकी, उसमें से एक आदमी उतरा उसने अपने चारों और नज दौडाई, जब उसे यकीन हो गया की इधर उधर कोई नहीं है, उसने कार से एक बड़ा सा बौक्ष निकाला साथ ही एक बैग कंधें में डाल कर गेट के भीतर चला गया ! इस समय तक चार कुत्ते जग गए थे, उनहोंने बिना शोर किए उसका पीछा किया ! वह बीच पंडाल में जाकर खड़ा होगया ! उसने फ़िर चौरों और नजर दौडाई फ़िर उसने कंधे से थैला उतारा उसमें से कुछ औजार निकाले और उस बौक्ष को वहां दफनाने का उपक्रम कराने लगा ! वह वहां पर खुदाई कर पाटा इससे पहले ही चारों कुतों ने उस पर आक्रमण कर दिया, उसी बुरी तरह काट खाया ! पहले तो वह उनसे लड़ता रहा जब अति हो गयी तो उसने चिल्लाना शुरू कर दिया ! कुत्तों ने उसे बिल्कुल लंगडा बना दिया था ! शोर सुनकर मन्दिर के कारिंदे बाहर आगे, उनहोंने देखा की चार कुत्ते एक अनजान आदमी पर चिपके हु उस काट खा रहे हैं ! उनहोंने कुत्तों को मार भगाया उसे कुत्तों से छुडाया, फ़िर उसके बैग और बोक्ष को देखा, वैसे भी वह अनजान आदमी आतंकवादी लगा रहा था ! वह तो चलने फिरने से लाचार था भाग नहीं सकता था ! मन्दिर के लोगों ने उसी समय पुलिस को बुला लिया ! पुलिस ने उसका बोक्ष देखते ही कहा दिया था की यह तो टाईम बम था तथा बैग में एक पिस्तौल, १० राउंड तार बम फिट कराने के औजार थे ! उसे हिरासत में ले लिया तथा अस्पताल में भारती कर दिया ! उसके बयानों से पता लगा की वह तो एक पाकिस्तान का बड़ा ही खूंखार आतंकवादी था और अगले दिन mandiर में होने वाले समारोह में यह टाईम बम फटने वाला था ! दो तीन दिन के बाद वह आतंकवादी कुत्तों के काटे जख्मों से मर गया लेकिन अपनी सारी करतूतें पुलिस वालों को बता गया ! उसके निशाँ देह पर १० और आतंकवादी भी पकडे गए ! कहने को गली के कुत्ते, जो रोटी के बदले अपने लोगों से डंडा खाते हैं, दुद्कारे जाते हैं उनहोंने एक बहुत बड़े हादसे को बच्चा दिया नहीं तो हजारों लोगों के इस समारोह की क्या परिणिति होती सोच कर ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं !

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