Thursday, January 7, 2010

हर कदम पर एक नयी बात

जब जुलाई में मेरी पत्नी अमेरिका गयी थी पूरे छ: महीने के लिए तो लगा था की इतना लंबा समय अकेले कैसे बिता पाउँगा ! कवितायेँ लिखता था, खुद ही पढ़ता था ! कभी क्रिकेट मैच देखता था टी वी पर या फिर कंप्यूटर पर ! जब इंडिया की बैटिंग होती और वे गलत शौट खेलते और आउट हो जाते तो मैं गुस्से में अपना ब्लड प्रेशर बढ़ा देता और टी वी या कम्प्यूटर बंद कर देता और जब भारत छके चौके लगाता तो मैं खुश होकर अपने चहरे की पडी झुरियों को मिटा देता ! इसमें मेरी खेल भावना कम और देश प्रेम ज्यादा झलकता ! २७ दिसंबर का एक दिवसीय आख़िरी मैच कोटला ग्राउंड खराब होने से रद्द हो गया था, इससे खेल प्रमियों के साथ मुझे भी बड़ा दुःख हुआ था ! किसी भी तरह से भारत ने पांच मैचों की सीरिज अपने नाम लिखवा ली ! ५ जनवरी २०१० का भारत श्री लंका का मैच जो बंगलादेश की सर जमीन पर खेला गया श्री लंका ने ५ विकेट से जीत कर भारत को आगे के मैचों के लिए सावधान कर दिया है ! यह भारत, श्री लंका और बंगलादेश की त्रि सीरिज है !
मेरी पत्नी जयन्ती देवी अमेरिका से वहां के समय सारिणी के मुताबिक़ चार जनवरी को रात के छ बजे जेट एयरवेज से कैनेडी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से चल पडी थी ! यहाँ दिल्ली उन्हें ५ जनवरी को रात के साढे दश बजे पहुँचाना था लेकिन मौसम की खराबी के कारण व वातावरण में धुंध होने की वजय से जहाज दिल्ली हवाई अड्डे पर छ जनवरी सुबह के ४.१५ पर पहुंचा ! मेरी पत्नी अब हमारे साथ है, बच्चे आर्शिया और आरनव खुश हैं छ महीने के बाद दादी को देखकर ! आज सात जनवरी है और दिल्ली लगातार तीन दिनों से धुंध की चादर ओढ़े हुए है ! सर्दी काफी बढ़ गयी है ! सरदी बूढ़े लोंगों को ज्यादा ही लगती है ! लेकिन आज बंगला देश के साथ भारत का मैच चल रहा है इसलिए चौके छकों के साथ ही सरदी का खुमार भी कमजोर पड़ता जा रहा है ! बंगलादेश २९६ पर छ बनाकर फिल्डींग में जुट गया है, सहवाग १३ रन बनाकर पैवेलियन लौट चुके हैं ! आगे का समाचार अगले ब्लॉग में !

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