Tuesday, April 19, 2011

भ्रष्टाचार की जड़ें

भ्रष्टाचार की जड़ें फैलती जा रही हैं सरकारी खजाने की तरफ, न्यायपालिका, कार्यपालिका और विधायिका की तरफ, नेताओं के बंगलों और नौकरशाहों के रग रगों में ! जिधर नजर फेरो भ्रष्टाचार नामक भयानक राक्षस के लम्बे लम्बे नाखून, बड़े बड़े दांत, खा जाने वाली लाल लाल आँखे इधर उधर और सर्वत्र ! किस पर भरोषा करें, यहाँ तो मंत्री संतरी से लेकर बाबू तक, पुलिस कर्मी, नेता, बैंक कर्म चारी तक भ्रष्टाचार के दल दल में गले गले तक फंस चुके हैं ! जो कोई भी आवाज उठाना चाहता है उसकी आवाज दबा दी जाती है ! अभी ताजे समाचार के मुताबिक़ अरबों रुपयों के काला धन के हेरा फेरी करने वाले हसन अली और काशीनाथ तापडिया की पत्नी चन्द्रिका के पास पोर्ट बनाने में मदद करने वाले हैं पांडूचेरी के उपराज्य पाल इकबालसिंह ! क्या ज़माना आगया है, रक्षक ही शैतानों की मदद करके आम आदमी का भक्षक बन रहे हैं ! राष्ट्रीय राज धानी दिल्ली में महिलाएं गुंडे बदमासों, चेन स्नेचिंग और चोर लुटेरों, अगवा और इज्जत लूटने वाले शैतानों से त्रस्त हैं, क़ानून व्यवस्था की धजियाँ उड़ गयी हैं ! रेल गाड़ियों में खुले आम लड़कियों के साथ छेद छाड़, गाली गलौज और मार पीट आम बात हो गयी है ! राजनीति में कुछ नाम मात्र के चेहरें यद्यपि मिस्टर क्लीन हैं लेकिन क्या करना है उनके क्लीन होने से, वे ऊंची कुर्सी पर बैठ कर अपनी शोभा तो बढ़ा रहे हैं लेकिन क़ानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार रूपी दानव के कहर से आम आदमी को बचाने में असमर्थ हैं ! हमारे राजा तो हैं लेकिन बिना नाखून और बिना दांत के ! वह गुर्रा तो सकता है लेकिन न जम्प मार सकता है न गद्दारों, भ्रष्टाचारियों और शैतानों को भगा ही सकता है ! आम आदमी आज ठगा सा, वेवस और लाचार है ! तुलसीदास जी ने रामायण में लिखा है :- जब जब धर्म की हानि होती है, अधर्मी, भ्रष्टाचारी, शैतान, अत्याचारी, व्यवचारी समाज में जहर की बेल जैसी फैलने लगती हैं, ऊंचे ऊंचे पदों पर राक्षस, भूत प्रेत जैसे लोग आसीन हो जाते हैं, तब तब भगवान् अवतार लेते हैं, कभी राम बनकर, कभी कृष्ण बनकर तो कभी नरसिघ बनकर प्रहलाद की रक्षा करते हैं ! इस युग में इस सड़ी गली व्यवस्था को समाप्त करने के एक बार फिर अन्ना हजारे के रूप में साक्षात ब्रह्म पैदा हो गए हैं ! जो काम बड़े बड़े विपक्षी नेता एडी चोटी का जोर लगा कर भी नहीं कर सके, जो काम स्वाभिमान भारत का नारा देने वाले करोड़ों भारत की जनता को योग सिखाने वाले योगगुरु स्वामी रामदेव भी नहीं कर पाए वह काम एक समाज सेवक ने केवल चार दिन के उपवास करने से कर दिखाया ! कल तक जिस अन्ना हजारे को शायद कुछ ही समाज सेवक जानते थे वह आज देश में ही नहीं विश्व की महान हस्ती बन गया है ! लोक पाल बिल जो कांग्रेस की सता में आते ही सन १९४७ से संसद की पेंडिंग ट्रे में पड़ा था अब बाहर आ चुका है ! यह बिल भ्रष्टाचारियों को जेल की काली कोठियों का स्वाद चखने में मदद करेगा ! मौजूदा क़ानून आम आदमी को सौ हजार रुपयों की रिश्वत खोरी, जमा खोरी के लिए अन्दर कर सकता है लेकिन हजारों करोड़ रुपयों की हेरा फेरी करने वाले मिनिस्टरों, नौकरशाहों, सरकारी नौकरों का कुछ नहीं कर पाता ! मंत्री सरकार के, सी बी ऐ, सी वी सी सरकार के अधीन फिर सजा किसको मिलेगी ! युग पुरुष अन्ना हजारे अगर अपने अभियान में सफल हो गए तो देश की असंख्य जनता सरकार के अन्दर पलने वाले भ्रष्टाचारियों, रिश्वत खोरों, और दुष्टों से छूटकारा पा ने में सफल हो जाएँगे ! आज देश के सुधारवादी, गांधी वादी, अमन और शांती के पुजारी सारी आम जनता आज विश्वास और भरोषे के साथ अन्ना हजारे की तरफ नजर गडाए हुए है ! भगवान राम उन्हें सफल करेंगे ये हमारा विश्वास है !

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