Wednesday, June 9, 2010

शिव राज पाटिल अफजल गुरु का शुभ चिन्तक

दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित जी फरमा रही हैं की अफज़ल गुरु की फाईल को पेंडिंग में डाले रहो चाहे हम दिल्ली सरकार को सचेत करते रहें तुम टस से मस न होना, न अफज़ल को फांसी क्यों नहीं लग रही इस बात को लेकर रोना, मैं हूँ न !! ये वही तो शिव राज पाटिल हैं जो भारत के गृह मंत्री की कुर्सी पर बैठे थे मुम्बई में आतंकवादी पाकिस्तान से आकर निर्दोष लोगों की ह्त्या कर रहे थे, और ये महाशय अपने कार्यालय में न बैठकर अपने ड्रेसिंग रोम में आदमकद लुकिंग ग्लास के आगे खड़े होकर शूट बदली कर रहे थे, जब मीडिया का जोर पड़ा तो इस्तीफा दे दिया, और सोनिया जी ने खुश होकर उन्हें राज्य पाल बनाकर फैशन करने की पूरी छूट दे दी ! अब सवाल उठता है की उनहोंने अफज़ा गुरु की राष्टपति को भेजी क्षमा याचना की फाईल चार साल तक दिल्ली सरकार के पास क्यों रोकी राखी, किसके कहने से ! कांग्रेसी मंत्री संतरी कहते हैं की अभी उसका नंबर फांसी लगाने वालों में २१ वां है और जब उसकी बारी आएगी, तब देखी जाएगी ! अजीब जबाब है ! मतलब कांग्रेस सरकार आम हत्यारों को भी आतंक वादियों के साथ जोड़ रही है ! मतलब एक देसी अफराधी ने दो लोग मार दिए चोरी करने या डकैती डालने के लिए, अफज़ल को उस मामूली हत्यारे के साथ जोड़ा जा रहा है जो संसद पर हमला करके पुरे सांसदों को बंदी बनाकर एक नया इतिहास लिखने जा रहा था !! क्या बात है, सरकार का क्या नया है ! फिर जिस देश की असली कंट्रोलर सता से बाहर बैठकर रिमोट कंट्रोल से सरकार चला रही हो और पाटिल जैसे गृहमंत्री हों उस देश में तो ऐसा ही होगा !!

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