नयी दुनिया, कोलंबस की खोज ! सन १४९२ ई० तक दुनिया के नक़्शे पर अमेरिका का नाम नहीं था और आज हकीकत ये है की अमेरिका विश्व की तमाम शक्तियों का केंद्र बिन्दु है ! संयुक्त राष्ट्र संघ हो या सुरक्षा परिषद्, अमेरिका सबका लीडर है ! यहाँ का इतिहास कहता है की अमेरिका के मूल इंडियन थे ! गहराई से अध्यन करने पर पता चलता है की "ऐस एज " एक ऐसा युग था जब सारा संसार बर्फ से ढका हुआ था, लेकिन इंसान उस बर्फीले युग में भी था ! वह खाना बदोष था और जंगली जानवरों को मार कर खाता था ! इनका कोई स्थाई घर नहीं था, एक स्थान से दूसरे स्थान पर घूमते रहते थे ! अमेरिकन इतिहासकार कहते हैं की अमेरिका के पूर्वज एशिया के पश्चिम दक्षिण से शिकार की टोह लेते लेते रूस के कोर्याक रेंज, चुकची पहाड़ियों को पार करते हुए, अमेरिका के अलास्का प्रदेश तक पहुँच गए ! चुक्चे सागर जो चुकची पहाड़ियों और अलास्का के बीच में पड़ता है बर्फ से ढका था ! उस समय वाइसन (जंगली भैंसा) बड़ी मात्र में पाए जाते थे और ये लोग शिकारी बन कर इनके पीछे पीछे अमेरिका के उत्तरी किनारे तक पहुँच गए थे ! जब शिकार मिलना मुश्किल होगया तो ये लोग वापिस एशिया की ओर लौट पड़े तब तक बर्फ पिघल चुकी थी और समुद्र की गहराई रुकावट बन गयी ! इस तरह वे लोग अमेरिका के होकर रह गए ! फिर वे लोग दक्षिण की ओर बढ़ने लगे तथा जंगली फल फूलों से अपनी आजीविका चलाने लगे ! फिर इन लोगों ने खेती करना शुरू किया ! खेती में सबसे पहले उन लोगों ने मकई की फसल शुरू की ! जब १४९२ में कोलंबस अमेरिका आया, उसने समझा की वह इंडिया (भारत) आगया है ! इस कारण भी यहाँ के मूल वासियों को इंडियन कहा जाता है ! अपने यात्रा वर्णन में उसने लिखा है की "यहाँ के लोग बड़े बड़े खेतों में मकई नाम की फसल उगाते हैं" ! उसके बाद पूरे यूरोप के लोग यहाँ बसने लगे ! कहते हैं कोलंबस की यात्रा के वक्त तक अमेरिका के लोगों की जनसंख्या अस्सी लाख थी ! योरोप से आने वाले अपने साथ भयानक बीमारी लेकर आये थे, जिसने यहाँ के निवासियों के लिए कब्र स्थान बना दिया ! कुछ लोगों को आने वालों ने मरवा दिया और उनके खेतों पर कब्जा कर दिया ! आज हालत यह है की पूरे अमेरिका में एक लाख भी मूल निवासी नहीं होंगे ! धीरे धीरे अमेरिका में यूरोप से बड़ी संख्या में लोग आने लगे, फ़्रांस से, स्पेन से, पुर्तगाल से, इटली, जर्मनी से, स्वीटजरलैंड से तथा ब्रिटेन से ! ब्रिटेन ने तो आते ही अपने बाहुबल से धीरे धीरे सारे अमेरिका को अपने किंग के ताज अधीन कर दिया ! अफ्रीका से स्वयं अमेरिका से मूल इंडियनों से उनकी जमीने हड़प कर उन्हें गुलाम बनाया गया और तम्बाकू की फसल उगाई गयी ! व्यापार पर, आर्थिक नीतियों पर, आयात निर्यात पर, शासन के तीनों अंगों पर न्यायपालिका, कार्यपालिका और विधायक पर इंगलैंड के राजा का पूरा नियंत्रण था ! इंगलैंड के तानाशाही रवैये से यहाँ स्थायी तौर पर रहने वालो को नागँवार लगा ! इन लोगों में करीब सभी देशों के लोग थे जिसमें इंगलैंड के लोग भी शामिल थे! इन सभी स्थायी तौर पर बसने वाले विदेशी नस्ल के अमेरिकनों ने एक झंडे के नीचे इकठे होकर जार्ज वासिंगटन के नेतृत्व में इंगलैंड के खिलाफ जेहाद छेड़ दिया ! ४ जौलाय १७७६
एक विराट सम्मलेन में अमेरिका की स्वतंत्रा की घोषणा की गयी ! इंगलैंड ने अपनी सेना के तीनों अंगों को इनके खिलाफ अमेरिका भेज दिया, काफी खून खराबा हुआ, ऐन वक्त पर फ़्रांस ने इन स्वतंत्रा प्रेमियों की मदद के लिए अपनी सेना भेज दी, सन १७८१ में एक निर्यायक युद्ध में ब्रिटेन की सेना हार गयी और अमेरिका एक स्वतंत्र देश बन कर उभरा ! और आज अपनी मेहनत, सूजबुझ, नयी नयी तकनीकी के बल बूते पर अमेरिका विश्व का लीडर बन गया ! यहाँ का हर नागरिक अपनी जिम्मेदारी बड़ी इमानदारी से निभाता है ! बाहर से आने वाला भी अमेरिकेन बन कर एक सुधरा हुआ नागरिक जैसे ही व्यवहार करता है ! दोनों विश्व युद्धों में अमेरिका की भूमिका निर्णायक रही ! संयुक्त राष्ट्र की स्थापना अमेरिका की देन है ! विज्ञान के क्षेत्र में अमेरिका ने अन्तरिक्ष पर भी विजय पा ली है ! चंद्रमा में की सतह पर चंद्रयान पहुंचा दिया, अन्तरिक्ष में वैज्ञानिकों को भेज दिया, मंगल, शुक्र और शनि की परिधि में जाकर इन ग्रहों की जानकारी हासिल करने की पहल की ! जिस देश ने आँख दिखाई उसको उसकी हैसियत दिखा दी ! पाकिस्तान जो इतना उछल कूद मचा रहा है केवल अमेरिका के बल बूते पर उसके द्वारा दी गयी भिक्षा पर ! जिस दिन अमेरिका ने भिक्षा देना बंद किया उसी दिन पाकिस्तान और उसका आतंकवाद भूमिसात हो जाएगा ! इंतज़ार है हम भारतियों को उस दिन का !
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आपकी पोस्ट जानकारीप्रद है। लेकिन मेरे ख्याल से अमेरिका में यहाँ के मूलनिवासी रेड इंडियन्य 20 प्रतिशत हैं।
ReplyDeleteuseful and informative
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