Monday, May 24, 2010

खबरों के जंगल में

गुरु जी शिबू सोरेन रोज पैतरा बदलता रहा, भाजपा को उल्लू बनाता रहा और झूठी पद प्रतिष्टा के खातिर भाजपा उल्लू बनाती रही ! कुर्सी का नशा, पैसों का नशा इंसान को आदमी से शैतान बना देता है ! और यही हालत आज झारखंड में कांग्रेस, भाजपा की हो रही है ! पिछली बार कांग्रेस ने एक बिना पार्टी के एक अफ़राधों में लिप्त व्यक्ति को प्रदेश का मुख्या मंत्री बना दिया था और उसने और उसके परिवार तथा रिश्तेदारों ने प्रदेश को खूब लूटा, क्या हुआ उसका, वह तो अभी भी अपनी नाक ऊंची करके चल रहा है ! गुरु जी का अफराध सर पर चढ़ कर बोल रहा है और पहले कांग्रेसियों ने अब भाजपा वालों ने उसको सर चढ़ा लिया ! वहां रोज पार्टियों का आपस में राजीनामा होता है और फिर टूट जाता है ! इन भ्रष्टाचार नेताओं का क्या जाता है भुगतना तो आम जनता को पड़ता है !
प्रधान मंत्री मन मोहन सिंह का दूसरी पारी का एक साल पूरा हो गया है, कांग्रेसी बढ़ चढ़ कर अपनी उपलब्धियों का ढीन्डोरा पीट रहे हैं, अपनी नाकामी का ज़िकर आते ही खपा हो जाते हैं ! प्रधान मंत्री ने निम्न विषयों पर अपनी प्रतीक्रिया व्यक्त की ! माओवाद के वारे में उनका कहना है की मावोवाद देश का सबसे बड़ा आंतरिक खतरा है ! अभी तक ये हत्यारे एक साल के अन्दर करीब ११०० लोगों की ह्त्या कर चुके हैं ! वे खुद्द मानते हैं की केंद्र प्रदेश व मंत्रियों की आपसी खींच तान से समस्या अधिक जटिल हो रही है ! अभी तक मावोवादियों से निपटने का केंद्र सरकार के पास कोइ उपाय नहीं है, शायद सेना की सहायता लेनी पड़े !
मंहगाई - प्रधान मंत्री कहते हैं की अगर अंतरराष्ट्रीय मार्केट में पेट्रोल डीजल की कीमत बढ़ेगी तो महंगाई बढ़ेगी, लेकिन आने वाले समय में इस पर रोक लग जाएगी ! भगवान जाने कैसी रोक लगेगी, कहीं जनता के कार्य कलापों पर ही रोक न लग जाए ! भ्रष्टाचार और बढ़ते हुए अफ़राधों पर प्रधान मंत्री नकेल लगाने वाले हैं, साथ ही भ्रष्ट मंत्रियों की वकालात भी स्वयं ही करते हैं ! वे खुद मानते हैं की "अगर सरकार चलानी है तो भ्रष्ट मंत्रियों को झेलना ही पडेगा, " ! असल में वे खुद भी शर्मींदा हैं लेकिन मजबूर हैं मैडम का आदेश जो मानना पड़ता है !
पाकिस्तान के साथ सम्बन्ध सुधारने का अभियान - कांग्रेस सरकार ने पहले कहा था की पाकिस्तान जब तक २६/११/२००८ में मुंबई ह्त्या काण्ड में सामिल हत्यारों को सजा नहीं देती शांती वार्ता शुरू नहीं हो सकती ! लेकिन अमेरिका तथा योरोपियन देशों के दबाव में सरकार को न चाहते हुए भी पाकिस्तान से शांती वार्ता शुरू करनी पद रही है ! वैसे दबी आवाज में सही, मन मोहन सिंह जी ने अपने मंत्रियों को जो जगह जगह बकवास करते रहते हैं उन्हें अपना मुंह बंद करने की हिदायत दी है !
अफजल गुरु की फांसी में देर क्यों हो रही है, इसका कोंई संतोष जनक उतर उनके पास नहीं है ! अपने विरोधियों के खिलाफ सी बी आई का इस्तेमाल करने का वे खंडन करते हैं ! लालू प्रशाद - मुलायमसिंह और मायावती के खिलाफ केस वापिस क्यों लिए गए, जबाव देने के वजाय वे चुप्पी साध गए !
एक सवाल के जबाब में उन्होंने जोर देकर कहा कि जब सोनिया जी कहेंगी वे राहुल गांधी के लिए प्रधान मंत्री की सीट छोड़ देंगे ! वैसी भी नरशिंघा राव सबसे कमजोर प्रधान मंत्री था लेकिन उसके सर के ऊपर कोंई मैडम नहीं बैठी थी ! यहाँ बेचारे प्रधान मंत्री को स्वयं कोंई निर्णय लेने का मौलिक अधिकार नहीं है ! समाचार समाप्त हुए ! जय हिंद

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