Wednesday, May 12, 2010

नेता हैं या ....?

कल चंडीगढ़ में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष ने लालू और मुलायमसिंह को जिन अलंकारिक शब्दों का प्रयोग किया, अगर वे तथा उनके गुर्गे भी ऐसे ही मधु भरे रसास्वादन शब्द तुम्हे भी कह दे तो बताओ कैसे लगेगा ? वैसे चले हैं राजनीति के बाजपेयी तथा राहुल बनने के लिए और इनके भाषण इतने निम्न स्तर के ! जोश में होश खो देना एक अच्छे लीडर शिप की पहिचान नहीं हो सकती है ! ऊंची कुर्सी वह भी देश की कभी नंबर वन कभी नंबर टू पार्टी ! मजे की बात तो यह है की यह वह पार्टी है जिसने भारतीय संस्कृति, सभ्यता, परम्पराओं, आचार-व्यवहार, भाषा का जिम्मा अपने कन्धों पर ले रखा है, उसका पार्टी अध्यक्ष ऐसे अशोभनीय और अपशब्दों का प्रयोग करता है, जिसको कहा गया, उनका कुछ भी नहीं बिगड़ा लेकिन नितिन गडकरी जी आपकी जवान गंदी हो गयी ! वे भले आपको माफ़ कर दें लेकिन देश की जनता आप को माफ़ नहीं करेगी !
पुलिस के दावे की वे वरिष्ट नागरिकों की सुरक्षा का ध्यान रख रहे हैं, खोखले पड़ जाते हैं जब हर रोज अखबारों की सुर्ख़ियों में आया है की अमुक पोश कालोनी में लुटेरों द्वारा एक नागरिक की ह्त्या कर दी गयी है, हत्यारे को कोइ सुराग नहीं ! पुलिस का काम समर्थ और जागरूक करते हैं और जान गवांते हैं ! हन्नी संसंवाल ने गुंडों से एक अवला लड़की की इज्जत बचाते बचाते स्वयं की जान गंवादी ! (टाईम्स आफ १३ मई १०) निठारी काण्ड में सुरिंदर कोली को फिर मृत्यु दंड की सजा पर मकान मालिक पंढेर को क्यों बचाया जा रहा है ! यह सारे जघन्य अफराध उसकी कोठी में हुए और उसको खबर भी नहीं, गले उतरने वाली बात नहीं है ! सी बी ई किसी बड़े राजनीतिग्य के इशारों पर पढेर को बचा रही है, लेकिन जनता की अदालत उसे माफ़ नहीं करेगी ! ब्रिटेन के नए प्रधान मंत्री डेविड कैमरों बन गए हैं ! वे कंजर्वेटिव पार्टी के नेता हैं ! वे ४३ साल के मैं और उनके डिपुटी निक्क क्लेग्ग भी ४३ साल के हैं ! बस

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