Friday, February 19, 2010
भारत नंबर वन
कहे सालों के बाद भारतीय क्रिकेट टीम को नंबर वन होने का गौरव मिला तो भला वे इतनी जल्दी कैसे इस कुर्सी को छोड़ दें। दूसरा क्रिकेट टेस्ट मैच भारत और साउथ अफ्रीका के बीच १४ फरवरी से शुरू हुआ, साउथ अफीका ने टॉस जीता और पहले बैटिंग शुरू की! पूरी टीम २९६ रन पर सीमिट गयी। उनके दो खिलाड़ी अम्बला ११४ और पीटरसन १०० तक पहुँच पाए बाकी हाफ सेंचुरी तक भी न छू सके। भारत ने अच्छी शुरुआत की लेकिन उसके दो विकेट गौतम २५ और विजय जल्दी ही पैविलियन लौट गए। फिर जमी सहवाग १६५ और सचीन १०६ की जोड़ी। इन्होने भारत को जीत के नजदीक तक पहुंचा दिया। सचीन अपने जीवन की ४७ वीं टेस्ट सेंचरी बना गया । अब विश्व में केवल एक खिलाड़ी रिकी पोंटिंग (आस्ट्रेलिया का कैप्टेन) ३९ टेस्ट शतक के साथ दूसरे नंबर पर है । फिर आये क्रीज पर वी वी (१४३ नावाद)और कैप्टेन धोनी (१३२ नावाद) इन दोनों ने २५९ की साझेदारी करके रनों की संख्या ६४३ पर ६ तक पहुंचा दिया ! साउथ अफ्रीका को जीत के लिए ३४७ का लक्ष्य देकर पारी समाप्त कर दी। साउथ अफ्रीका के अमला ने तीसरे स्थान पर आकर आखिर तक बल्ला नहीं छोड़ा और १२३ व्यक्तिगत रन जोड़कर अपनी टीम को २९० तक पहुंचा दिया । यह भारत का भाग्य था की पांचवें दिन की ९ बोलें बची थी और उनका १० वां विकेट गिरगया और भारत जीत कर श्रृंखला को एक एक से बराबर कर गया । इस टेस्ट को जीतने में सबसे बड़ा योगदान हरभजनसिंह का रहा, उन्होंने ६९ रन देकर ५ विकेट झटके । भाज्जी के अब ३५५ टेस्ट विकेट हो गए। अमित मिश्र ने ३ और इशांत शरमा ने २ विकेट लिए । भारत ने यह मैच एक इन्निंग और ५७ रन से जीता और नंबर वन का ताज बचा लिया ॥
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