Monday, February 22, 2010
चोरी डकैती, बलात्कार और अपहरण
२००९ की शुरुआत ही चोरी डकैती बलात्कार और अपहरण जैसे संगीन जुर्मों से शुरू हुयी। और अब तो चोरी की बाईकों में सवार ये समाज के नासूर दिन दहाड़े लूटमार कर रहे हैं । इन्हें किसी का डर नहीं है । अब तो ये डकैत बड़े बड़े रसूक वालों के घर पर भी वारदात करने लगे हैं । आम आदमी वैसे ही मंहगाई की मार झेल रहा है, एक तरफ आतंकवाद का खतरा हर समय सर पर तलवार की तरह लटक रहा है । दूसरी तरफ रेलों में, बसों में सफ़र करना भी सुरक्षित नहीं रह गया है। बैंकों में आपके खाते से ये शातिर बदमाश आपकी जमा पूंजी पर डाका डाल सकते हैं, जब पता लगता है बहुत देर हो चुकी होती है । बाजारों में गले से सोने की जंजीर खींचने वाले, बन्दूक की नोक पर कार रोक कर लूट करने वाले, वाहन चोर ये तो अब आम बात हो चुकी है । अब तो इन चोरों से पुलिस वाले स्वयं सुरक्षित नहीं हैं । फिर नक्शल वादी, मावोवादी जो कही राज्यों में गरीब जनता से जबरन टैक्स लेकर थानों पर अटैक कर देते हैं, मारकाट करके हथियार और गोला बारूद लूट कर ले जाते हैं । घरों में नकली बैंक कर्मचारी बनकर, बिजली वाले, पलम्बर बन कर घरों में घुस जाएंगे, घर वालों को या तो बंधक बना देंगे या मार जाएंगे और नकदी, जेवर सोना चांदी लेकर भाग जाएंगे । पुलिस थानों में पहले तो रिपोर्ट ही नहीं लिखी जाएगी, देर सबेर रिपोर्ट लिखी भी गयी तो उस पर कोंई कार्य वाही नहीं की जाती । बलात्कारी ९ - १० साल तक की लड़कियों के साथ मुंह काला कर के उसे मार कर भाग जाते हैं । अगर पकडे गए यो सबूत न होने से छूट जाते हैं या तीन चार साल की सजा भुगत कर बाहर आकर खुले आम जनता में दहशत फैलाते हैं । अपहरण की घटनाएं भी बढ़ती जा रही हैं । बिजनिस में घाटा होगया, जल्दी से जल्दी लाखों करोड़ों में खेलने के स्वप्न को पूरा करने की ख्वाइस, अपहरण जैसे घीनोने अफ़राध करके फिरौती लेना । कुछ केसों में तो अफ़राध करने वाले अपने ही रिश्तेदार निकले । अगर देश के क़ानून शक्त होते और ह्त्या करने वाले, अपहरण करने वाले, डकैती के लिए हत्या करने वाले आतंकवादी, नक्शल पंथी, मावोवादियों को मृत्यु दंड की सजा होती तो काफी कुछ अफराधों पर लगाम लग जाती । संगीन जुर्म करने , ह्त्या करने वाले, देश से गद्दारी करने वालों को चाहे वे कितने रईस, बड़े नेता ही क्यों न हो, उसे भी मौत की सजा का व्यवधान होना चाहिए । हमारे देश में उच्चतम न्यायालय से मौत की सजा पाने वाला आतंकवादी अफजल गुरु जेल में पब्लिक की खून पशीने की कमाई पर ऐस कर रहा है । २६/११/२००९ का मुम्बई काण्ड का हत्यारा जेल में जेड सुरक्षा के अंतर्गत अफ़राधी कम वी ई पी का ट्रीटमेंट पा रहा है । क्या इससे क्राइम कम होगा या बढेगा ?
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