Monday, August 30, 2010

मेरी कहानी (अठाईसवां भाग)

२००७ ई० में मैं अपने परिवार के साथ मथुरा वृन्दावन गया, वहां भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का स्मृत चिन्ह जो वृन्दावन की कण कणों में विद्यमान है के दर्शन किए ! रास लीला मंदिर आज भी उतना ही सजग है जितना भगवान के बाल लीला काल में था ! देश विदेशों के लाखों नर नारी मस्त हो कर हरे राम हरे कृष्ण की ध्वनी के साथ ऐसे नाचते हैं की तन मन की सुध बुध भूल जाते हैं ! यहाँ तक की बृद्ध भी लगातार एक ही लेय ताल में मस्त हो कर नाचते नजर आते हैं ! यमुना का तट, कदम की डाली, गोवर्धन पर्वत मौन होकर भगवान श्री कृष्ण के आने का इन्तजार कर रहे हैं ! आवादी बढ़ गयी, यमुना का जल दूषित हो गया, मंदिरों के साथ साथ मल्टी स्टोरीज बिल्डिंगे भी बड़ी मात्रा में बन गयी हैं ! दुकाने , हट, रेडी वाले, ठेली वाले, रिक्से बड़ी मात्रा में हर नुकर और हर गली में मिल जाएंगे ! वृन्दावन में बन्दर हर पेड़ और हर मकान की छत पर या खिड़की पर बैठ मिल जाएंगे ! ये आपको कोई नुकशान नहीं पहुंचाएंगे, हाँ चश्में को जेब में ही रखें ! मुझे भी किसी सज्जन ने वृन्दावन में प्रवेश होने से पहले ही चेतावनी दे दी थी की बन्दर आँखों से चस्मा उतार देते हैं ! लेकिन शायद मैं भूल गया था और मार्केट से गुजरते हुए मैंने चस्मा आँखों पर लगा लिया ! अचानक कहीं से एक बन्दर आकर मेरे कंधे पर बैठा और इतमिनान से मेरे चश्मे को आँखों से उतार कर छलांग लगाता हुआ पेड़ पर चढ़ गया ! जब तक मैं संभल पाता, बन्दर पेड़ की ऊंचाइयां नाप चुका था ! सामने बैठे एक दुकानदार ने मुझे कहा "इसको कुछ खिला दो, चस्मा वापिस दे देगा" ! कुछ दूरी पर एक हलवाई से डब्बल रोटी पकोड़ी लाया, हाथ जोड़ कर विनती की, "हे श्री हनुमान जी की सेना के सेना नायक, कृपया अपनी भेंट ले जांय और मेरा चस्मा मुझे लौटा दें " ! और सचमुच चमत्कार हो गया ! बन्दर महोदय चश्मे को मुंह में दबाए छलांग लगाते हुए मेरे सामने आये एक हाथ से मेरा चस्मा मुझे वापिस किया और दूसरे हाथ से डब्बल रोटी पकोड़ी ली और छलांग मार कर पेड़ पर चढ़ गए ! २७ मार्च २००७ ई० को हम पूरे परिवार के साथ शिरडी मंदिर गए, वहीं साईं बाबा के दर्शन किए ! मौसम ठीक था ! बच्चों की परीक्षाएं हो चुकी थी बच्चे भी साथ थे करण, नीतिका, आर्शिया ! निज्जामुद्दीन स्टेशन से रेल द्वारा स्टेशन पहुंचे वहां से मंदिर के लिए बस का सहारा लेना पड़ा ! यहाँ सारी सुविधाएं हैं , अच्छे अच्छे होटल हैं, मंदिर के भीतर ही बहुत सारी दुकाने हैं ! मंदिर के बाहर भी दुकाने हैं लेकिन ये मंदिर सामग्री बहुत मंहगी देते हैं ! सुबह चार बजे बाबा की आरती होती है, इस आरती का विशेष महत्त्व है ! इसलिए बहुत लम्बी लाईन लग जाती है ! मंदिर में ज्योति लगातार जलती रहती है !
दर्शन करने के लिए बहुत कुछ है, बाबा का शयन कक्ष, वह पेड़ जिसके नीचे बाबा पहले आ कर बैठे थे ! कुदरत भी मेहरवान है इस स्थान की खूबसूरती को और बढाने के लिए ! साईं बाबा के नाम का जाप करते हुए हम लोग वापिस दिल्ली आ गए !
पाकिस्तान की भूत पूर्व प्रधान मंत्री और जेड ए भूट्टो की लड़की बेनजीर भूट्टो कही सालों बाद पाकिस्तान वापिस आई थी, २७ दिसम्बर २००७ को किसी निर्दयी आतंकवादी ने उसे गोली का निशान बना दिया ! उसी दिन उसकी मृत्यु हो गयी !
२० मई २००८ मैं अपनी पत्नी के साथ अमेरिका के लिये रवाना हो गया ! २९ जून को ब्रोंक्स जू देखने गए ! यह जू जंगल में है जहां पानी से भरे नाले हैं, आसमान को छूते पेड़, किस्म किस्म के पौधे
, एक तरफ जंगल में मंगल तो दूसरी और विशाल चिड़िया घर है ! हर जानवर के लिए उसकी आदत को ध्यान में रखते हुए लम्बी चौड़ी जगह बांटी गयी है ताकी वह कुदरती माहौल का अनुभव करे ! शेर है तो उसको घूमने फिरने के लिए काफी बड़ा इलाका है ! इसी तरह रीछ के लिए गुफा है ! हाथी ऊँट घोड़े जंगली बकरे, हिरन, जेब्रा, जिर्राफ, दरियाई घोड़ा, मगर, भेडिया, चीते, बाघ, बन्दर सबको उनकी मन पसंद जगह और माहोल दिया गया है ! चिम्पाजी, गोरीला, गिब्बन, गिलहरी जैसी पूँछ वाले बन्दर, रिंग टेल्ड लेमूर, वर्वेट बन्दर, ओरेंज उतांस और भी कही तरह के बन्दर की जातियां इस जू की शान है ! उल्लू की कही किस्में, विभिन्न प्रकार की चिड़ियाएँ इस जू में देखने को मिल जाती है ! एक सिरे से दूसरे सिरे तक जाने के लिए, मोनो रेल, बस या फिर स्काई राइडिंग का इंतजाम है ! हर स्थान पर गाइड है जो हर जानवर और उसकी आदतों की जानकारी पर्यटकों को देता है ! झील हैं उसमें कछुवे हैं मच्छलियां हैं ! अक्वेरियम है जिसमें कुदरती आक्सीजन और पानी का प्रबंध है ताकि जल जंतु स्वछंद हो कर घूम फिर सकें ! हजारों किस्म की तितलियों का एक अलग ही प्रदेश है ! हर स्थान पर रेस्तरां हैं जहां खाने पीने की वस्तुएं मिल जाती हैं ! पूरा जू देखने के लिए पूरा एक दिन चाहिए ! हाथी और ऊँट की सवारी बच्चों के मनोरंजन के लिए हर समय तैयार रहती है !
ओलम्पिक २००८ का आयोजन चीन ने किया और ५१, गोल्ड, २१ सिल्वर, २८ ब्रोंज मेडल के साथ विश्व में नम्बर वन के विक्टरी स्टैंड पर आकर खड़ा हो गया ! अमेरिका, ३६ गोल्ड, ३८ सिल्वर और ३६ ब्रोंज के साथ नम्बर दो पर खिसक गया ! भारत को बहुत सालों बाद अभिनव बिंद्रा ने शूटिंग में एक मात्र गोल्ड दिलाया, बोक्सिंग में विजेंदर और कुस्ती में सुशील कुमार ने ब्रोंज लेकर संतोष कर लिया !
०४ नवम्बर 2008 के दिन अमेरिका में राष्ट्रपति का चुनाव हुआ जिसमें पहली बार एक अश्वेत बराक हुस्सेन ओबामा को अमेरिका की जनता ने राष्ट्रपति के लिए चुना ! वे ४७ साल के हैं पेशे से वकील हैं ! १८ नवम्बर २००८ को हम दोनों मिंया बीबी वापिस इन्डिया चले गए !

मुंबई पर आतंकी हमला
२६ नवम्बर २००८ को पाकिस्तान द्वारा पाले गए आतंकियों ने समुद्री मार्ग से आकर अचानक मुंबई पर हमला करके सैकड़ों निर्दोष लोगों की ह्त्या कर दी ! इस जघन्य ह्त्या काण्ड की विश्व भर के राष्ट्राध्यक्षों द्वारा निंदा की गयी ! एक तरफ पाकिस्तान भारत पर शांती वार्ता के लिए दबाव डाल रहा था और दूसरी और उसके सैनिक और ऐ एस ऐ संगठन भारत पर आतंकी हमला करने की साजिस रच रहे थे ! अमेरिका द्वारा दान खाते की रासी से ये आतंकी हथियार गोला बारूद खरीद रहे हैं और "हम तो मरेगे ही पड़ोसी को चैन से नहीं रहने देंगे" का इरादा करते हुए आतंक का माहोल बना रहे हैं ! इन्होने २६ नवम्बर से २९ नवम्बर तक करीब १० वारदातें की जिसमें १७३ लोग मरे, ३०८ घायल हुए ! ताज महल होटल को आग के हवाले कर दिया ! बाक़ी आतंकी तो सारे मारे गए थे एक अजमल कसब नाम का आतंकी को ज़िंदा पकड़ लिया गया था ! ६ मार्च २०१० को ट्रायल कोर्ट ने उसे फांसी की सजा सुनाई ! आजकल हाई कोर्ट में उसके केस की सुनवाई चल रही है ! करोड़ों रुपये उसके खाने पीने सुरक्षा पर लग रहे हैं और अभी पता नहीं है की यह केस कितना और खींचेगा ! उधर पाकिस्तान ने पहले तो मरे और जिन्दे आतंकवादियों को पाकिस्तानी मानने से ही इनकार कर दिया ! जब ज्यादा जोर पड़ा और अंतर्राष्ट्रीय विरादरी में पाकिस्तान की साख गिरने लगी तो उसने मुंबई के आतंकवादियों को पाकिस्तानी नागरिक स्वीकार कर लिया ! अब तो आलम यह है की ये आतंकवादी पाकिस्तान के लिए ही सर दर्द बन गए हैं !

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