Wednesday, July 28, 2010

न्यू यार्क का मौसम

मौसम ने इस साल तो कमाल कर दिया ! इस साल न्यू यार्क में बर्फ पडी, खूब पड़ी ! पिछले कही सालों का रिकार्ड तोड़ गयी ! अब गर्मी भी दो कदम आगे बढ़ने की कोशीश कर रही है ! मान के चलें कि सोमवार का दिन सुबह से ही ठंडी ठंडी हवाएं चलेंगी, घूमने फिरने वालों के लिए वरदान ! भूप तेज भी हो तो भी हवाएं चलती रहती हैं, अच्छा लगता है ! चिड़ियाँ चह चहा एंगी, नियमानुसार गीत गाएंगी ! मंगलवार, सुबह सुबह मौसम विभाग वालों की वार्निग आ जाती है, "मौसम खुश्क और तेज गर्मी होगी, बच्चों को अन्दर ही रखें, बाहर न आने दें !" और सच मुच में गर्मी का लेबल बढ़ता ही चला जाता है ! घुटन, उमस, ए सी भी काम नहीं करता ! बाहर धूप भीतर उमस और घुटन, अजीब स्थिति ! समय निकल जाता है शाम को आसमान साफ़, इन्ने गिन्ने तारे नजर आएँगे लेकिन वे भी मगरूर बिलकुल नहीं टिम टिमाएंगे ! स्थिर अटल, तो ये तारे नहीं हैं, ग्रह हैं, शुक्र या मंगल या शनि ! वे भी रूठे लगते हैं, आदमी ने उन्हें वहां भी चैन से नहीं रहने दिया है ! फिर तारे कहाँ गए ? प्रदूषण की आंधी में ढक गए हैं !! बुध, वार्निंग "आज जोर की आंधी (हरिकेन) के साथ वारीश आएगी १० से डेढ़ बजे तक ! बच्चों को पार्क या सडकों पर न जाने दें ! दरवाजे बंद करके रखें !" भविष्य वाणी सत्य होती है ! सही में आंधी आती है वारीश भी और उसी समय १० से डेढ़ बजे तक ! वारीश तेज होगी लगेगा की सड़कें पानी से भर जाएंगे, यातायात बंद हो जाएगा, लेकिन वारीश बंद होते ही पानी भी गायब ! सिस्टम इतना फुलप्रूफ है कि पानी नालियों से सीवर लाईन से पास होता चला जाता है और फिर साईकिलिंग ट्रीटमेंट में साफ़ होकर पाइप लाइनों में आ जाता है ! पानी की एक बूंद भी बरबाद नहीं होती ! हफ्ते में मौसम में अचानक बदलाव आ जाता है ! वैज्ञानिक कहते हैं यह सब आदमी के करनी का फल है फिर भी आदमी वही करता जा रहा है, दुःख उठा रहा है लेकिन बाज नहीं आ रहा है !

1 comment:

  1. bhai newyork to bahut vyavasthit hai,baten aasani se sambhal jayengee.aadmee to na jane kahaan-kahaan kya-kya kiye ja raha hai.fir bhee aapka chaukannapan achcha laga.

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